नई दिल्ली : भारत ने अफगानिस्तान में रहने वाले अपने सभी नागरिकों को वहां हिंसा में बड़े पैमाने पर वृद्धि को देखते हुए देश से वाणिज्यिक हवाई सेवाएं बंद होने से पहले स्वदेश के लिए तत्काल यात्रा की व्यवस्था करने की मंगलवार को सलाह दी.
नए परामर्श में काबुल में भारतीय दूतावास ने अफगानिस्तान में काम कर रही भारतीय कंपनियों को देश से हवाई यात्रा सेवाओं को बंद करने से पहले अपने भारतीय कर्मचारियों को परियोजना स्थलों से तुरंत वापस लाने की सलाह दी. दूतावास ने कहा कि 29 जून और 24 जुलाई को जारी सुरक्षा परामर्श अब भी बरकरार है.
दूतावास ने कहा कि जैसे-जैसे अफगानिस्तान के कई हिस्सों में हिंसा बढ़ी है, कई प्रांतों और शहरों में वाणिज्यिक हवाई यात्रा सेवाएं बंद हो रही हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक फिलहाल करीब 1500 भारतीय अफगानिस्तान में रह रहे हैं.
दूतावास ने कहा कि अफगानिस्तान में काम कर रही भारतीय कंपनियों को हवाई यात्रा सेवाओं के बंद होने से पहले अफगानिस्तान में परियोजना स्थलों से अपने भारतीय कर्मचारियों को तुरंत वापस बुलाने की सलाह दी जाती है.
दूतावास ने परामर्श में कहा कि अफगानिस्तान में अफगान या विदेशी कंपनियों के लिए काम करने वाले भारतीय नागरिकों को तुरंत अपने नियोक्ता से अनुरोध करना चाहिए कि वे परियोजना स्थलों से भारत की यात्रा की सुविधा प्रदान करें. दूतावास ने कहा कि यह सलाह उन भारतीय पत्रकारों के लिए भी लागू है, जो अफगानिस्तान में ताजा घटनाक्रम को कवर करने के लिए गए हैं.
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समझा जाता है कि मजार-ए-शरीफ स्थित वाणिज्य दूतावास स्थानीय स्टाफ सदस्यों के जरिए अपना कामकाज जारी रखेगा. अफगान सैनिकों और तालिबान लड़ाकों के बीच कंधार शहर के आसपास भीषण झड़प होने के बाद पिछले महीने भारत ने कंधार स्थित वाणिज्य दूतावास से करीब 50 राजनयिकों और सुरक्षा कर्मियों को वापस बुला लिया था.