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टमाटर, प्याज की कीमतों में वृद्धि रोकने के लिए उत्पादन को प्रोत्साहित करें: सर्वेक्षण

टमाटर और प्याज की कीमतों पर नियंत्रण रखने के लिए इनके उत्पादन को प्रोत्साहित करने की जरूरत है. ऐसा आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) में कहा गया है. पढ़ें पूरी खबर.

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टमाटर, प्याज
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Published : Jan 31, 2022, 6:39 PM IST

Updated : Jan 31, 2022, 7:37 PM IST

नई दिल्ली : टमाटर और प्याज (tomato, onion) की बढ़ती कीमतों को लेकर आर्थिक सर्वेक्षण में चिंता जताई गई है. टमाटर और प्याज के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए रणनीति बनाने पर जोर दिया गया है.

आर्थिक सर्वेक्षण ने सोमवार को कहा कि सरकार को कीमतों में वृद्धि को रोकने के लिए टमाटर और प्याज के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए रणनीति विकसित करनी चाहिए. इसमें कहा गया है कि मौसमी और शॉक घटक टमाटर और प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी में योगदान करते हैं. सर्वेक्षण के अनुसार, 'मौसमी उत्पादन पैटर्न के परिणामस्वरूप कीमतों में मौसमी नीति पर ध्यान देने की आवश्यकता है. कमजोर मौसम के दौरान उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए रणनीतियां तैयार की जानी चाहिए.'

सर्वेक्षण में कहा गया है कि सरकार को सरप्लस टमाटर उत्पादन के प्रसंस्करण और प्याज के प्रसंस्करण और भंडारण के बुनियादी ढांचे में निवेश को बढ़ावा देना चाहिए. उत्पादन की बर्बादी को कम करने और बेहतर आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन से भी मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी. सर्वेक्षण में यह भी उल्लेख किया गया है कि मौसमी घटक हर साल जुलाई से नवंबर तक टमाटर की कीमतों पर ऊपर की ओर दबाव डालते हैं और जुलाई में ऊपर की ओर दबाव सबसे अधिक रहता है.

दूसरी ओर, मौसमी कारक मार्च में कीमतों पर सबसे अधिक गिरावट का दबाव डालता है. क्योंकि टमाटर का लगभग 70 प्रतिशत उत्पादन रबी के मौसम में होता है. जुलाई-नवंबर के दौरान खरीफ उत्पादन आमतौर पर एक वर्ष में कुल टमाटर उत्पादन का 30 प्रतिशत से भी कम योगदान देता है. आपूर्ति में यह बदलाव हर साल जुलाई-नवंबर के दौरान टमाटर की कीमतों पर दबाव डालता है.

पढ़ें- budget session economic survey : अगले साल जीडीपी 8.5% रहने की उम्‍मीद

हालांकि, सर्वेक्षण में कहा गया है कि सरकार इन चुनौतियों से निपटने के लिए विभिन्न उपायों को लागू कर रही है. बागवानी के एकीकृत विकास के लिए मिशन (एमआईडीएच) बागवानी के समग्र विकास की परिकल्पना करता है और कम लागत वाली प्याज भंडारण संरचना के लिए 1.75 लाख रुपये प्रति यूनिट की कुल लागत का 50 प्रतिशत सहायता प्रदान करता है.

पढ़ें- economic survey semiconductor : चिप की किल्लत होने से कंपनियों को घटाना पड़ा उत्पादन

(पीटीआई)

नई दिल्ली : टमाटर और प्याज (tomato, onion) की बढ़ती कीमतों को लेकर आर्थिक सर्वेक्षण में चिंता जताई गई है. टमाटर और प्याज के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए रणनीति बनाने पर जोर दिया गया है.

आर्थिक सर्वेक्षण ने सोमवार को कहा कि सरकार को कीमतों में वृद्धि को रोकने के लिए टमाटर और प्याज के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए रणनीति विकसित करनी चाहिए. इसमें कहा गया है कि मौसमी और शॉक घटक टमाटर और प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी में योगदान करते हैं. सर्वेक्षण के अनुसार, 'मौसमी उत्पादन पैटर्न के परिणामस्वरूप कीमतों में मौसमी नीति पर ध्यान देने की आवश्यकता है. कमजोर मौसम के दौरान उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए रणनीतियां तैयार की जानी चाहिए.'

सर्वेक्षण में कहा गया है कि सरकार को सरप्लस टमाटर उत्पादन के प्रसंस्करण और प्याज के प्रसंस्करण और भंडारण के बुनियादी ढांचे में निवेश को बढ़ावा देना चाहिए. उत्पादन की बर्बादी को कम करने और बेहतर आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन से भी मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी. सर्वेक्षण में यह भी उल्लेख किया गया है कि मौसमी घटक हर साल जुलाई से नवंबर तक टमाटर की कीमतों पर ऊपर की ओर दबाव डालते हैं और जुलाई में ऊपर की ओर दबाव सबसे अधिक रहता है.

दूसरी ओर, मौसमी कारक मार्च में कीमतों पर सबसे अधिक गिरावट का दबाव डालता है. क्योंकि टमाटर का लगभग 70 प्रतिशत उत्पादन रबी के मौसम में होता है. जुलाई-नवंबर के दौरान खरीफ उत्पादन आमतौर पर एक वर्ष में कुल टमाटर उत्पादन का 30 प्रतिशत से भी कम योगदान देता है. आपूर्ति में यह बदलाव हर साल जुलाई-नवंबर के दौरान टमाटर की कीमतों पर दबाव डालता है.

पढ़ें- budget session economic survey : अगले साल जीडीपी 8.5% रहने की उम्‍मीद

हालांकि, सर्वेक्षण में कहा गया है कि सरकार इन चुनौतियों से निपटने के लिए विभिन्न उपायों को लागू कर रही है. बागवानी के एकीकृत विकास के लिए मिशन (एमआईडीएच) बागवानी के समग्र विकास की परिकल्पना करता है और कम लागत वाली प्याज भंडारण संरचना के लिए 1.75 लाख रुपये प्रति यूनिट की कुल लागत का 50 प्रतिशत सहायता प्रदान करता है.

पढ़ें- economic survey semiconductor : चिप की किल्लत होने से कंपनियों को घटाना पड़ा उत्पादन

(पीटीआई)

Last Updated : Jan 31, 2022, 7:37 PM IST
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