नई दिल्ली: भारत में हर दो सेकेंड में एक व्यक्ति को खून की जरूरत होती है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया (Union Health Minister Dr Mansukh Mandaviya ) ने शनिवार को नई दिल्ली में कहा कि हर तीन में से एक व्यक्ति को अपने जीवनकाल में रक्त की आवश्यकता होती है. उन्होंने कहा कि रक्तदान एक नेक काम है और हमारी समृद्ध संस्कृति और सेवा और सहयोग की परंपरा को देखते हुए, मैं सभी नागरिकों से आग्रह करता हूं और अपील करता हूं कि वे देशव्यापी मेगा स्वैच्छिक रक्तदान अभियान- रक्तदान अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में आगे आएं और रक्तदान करें.
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रक्तदान-महादान!
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) September 17, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
प्रधानमंत्री @NarendraModi जी के जन्मदिवस पर आज से शुरू हुए #RaktdaanAmritMahotsav के अंतर्गत रक्तदान किया।
मानवता के इस कार्य में जुड़कर मन प्रफुल्लित है। आप भी इस महान कार्य का हिस्सा बनें। pic.twitter.com/Gz1h2op45y
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— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) September 17, 2022
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मंडाविया ने यहां सफदरजंग अस्पताल में रक्तदान शिविर में रक्तदान करने के बाद कहा कि रक्तदान न केवल राष्ट्रीय आवश्यकता को पूरा करता है बल्कि समाज और मानवता के लिए भी एक महान सेवा है. भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर मनाये जा रहे अमृत महोत्सव की कड़ी में राष्ट्रव्यापी रक्तदान शिविर का आयोज किया गया था. रक्तदान शिविर में मंडाविया ने दानदाताओं से मुलाकात की और रक्तदान के उनके निस्वार्थ कार्य की सराहना की.
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उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति के शरीर में 5-6 लीटर रक्त होता है. वह हर 90 दिन (3 महीने) में रक्तदान कर सकता है. राष्ट्रव्यापी अभियान को केंद्रीकृत रक्त बैंक प्रबंधन सूचना प्रणाली, ई-रक्त कोष पोर्टल से जोड़ा गया है. जो रक्त दाताओं के राष्ट्रीय भंडार के रूप में कार्य करेगा. यह रक्तदाताओं का एक मजबूत रिकॉर्ड सुनिश्चित करेगा और जरूरत पड़ने पर रक्त की उपलब्धता में तेजी लाएगा. केंद्रीय मंत्री ने नागरिकों से ‘रक्तदान अमृत महोत्सव’ के तौर पर रक्तदान करने के लिए आरोग्य सेतु ऐप या ई-रक्तकोष पोर्टल पर पंजीकरण कराने का अनुरोध किया. यह महोत्सव राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस पर एक अक्टूबर तक मनाया जाएगा. एक अधिकारी ने बताया कि अभी तक देशभर में 5,857 शिविरों को अनुमति दी गयी है और 5,58,959 लोगों ने पंजीकरण कराया है. साथ ही अभी तक 4,000 लोगों ने रक्तदान किया है.