गोंडाः जिले में कैसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं. यौन उत्पीड़न के बाद अब उन पर अवैध खनन का आरोप लगा है. इसकी शिकायत एनजीटी से की गई है. एनजीटी ने इस मामले में डीएम को जांच के आदेश दिए हैं.साथ ही इस मामले में सात नवंबर तक रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं.
जिले के तरबगंज तहसील में जैतपुर व नवाबगंज में हो रहे अवैध खनन को लेकर एक बार फिर एनजीटी ने सख्ती दिखाई है. शिकायतकर्ता राजाराम ने एनजीटी से इस मामले की शिकायत की है. उन्होंने सांसद बृजभूषण शरण सिंर पर अवैध खनन करवाने का आरोप लगाया है. उन्होंने मांग की है कि अवैध खनन और अवैध रूप से ओवरलोडिंग की जांच की जाए. अवैध खनन मामले की पर्यावरण मंत्रालय, प्रदूषण और डीएम नेहा शर्मा की संयुक्त टीम जांच करेगी.
इस बारे में डीएम नेहा शर्मा का कहना है कि इसकी जांच 2017 से चल रही थी. अवैध खनन की शिकायत पर खनन इंस्पेक्टर तरबगंज पर कार्रवाई भी की गई थी. अब इस मामले को फिर से रिवाइज कर रहे हैं. एनजीटी ने जिला अधिकारी को जांच कमेटी का संयुक्त मेम्बर बनाया है. डीएम नेहा शर्मा ने बताया है कि प्रकरण अभी उनके संज्ञान में आया है. पूर्व में अवैध खनन प्रकरण एनजीटी में फाइल है. डीएम ने कहा की तरबगंज तहसील के तटवर्ती क्षेत्र के सरयू किनारे हो रहे खनन के बारे में शिकायत मिली है. इसको लेकर जांच की जा रही है.
वहीं, इस मामले को लेकर कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने सोशल मीडिया एकाउंट से अपना पक्ष रखा. कहा कि अवैध खनन और ट्रक ओवरलोडिंग से मेरा कोई लेना-देना नहीं है. आवश्कता हो तो जिला प्रशासन जांच करा लें और सच सामने आ जाएगा.
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