पणजी : भारतीय नौसेना का मिग-29के विमान बुधवार सुबह तकनीकी खराबी के बाद गोवा तट के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस दौरान लड़ाकू विमान के पायलट को दो समुद्री बलों के बीच तालमेल बनाए रखते हुए आईसीजी डोर्नियर ने ढूंढ निकाला, जो एक डिंगी में बेदखल हो गया था. इस बीच, पायलट को बचाने के लिए नौसेना का एक हेलिकॉप्टर भी मौके पर पहुंच गया. दोनों डोर्नियर्स ने अपना मिशन 40 मिनट में पूरा किया. ICG अधिकारी ने जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि भारतीय तटरक्षक बल के डोर्नियर विमान को कल कर्नाटक में फ्लाईपास्ट के लिए लाइन में खड़ा किया गया था, लेकिन गोवा तट से 60 मील दूर नौसेना के मिग-29K लड़ाकू जेट का पता लगाने के लिए डायवर्ट किया गया था. इससे पहले बुधवार को नौसेना ने पायलट के विमान से सुरक्षित बाहर निकले जाने की जानकारी दी थी. नौसेना मुख्यालय ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं.
गौरतलब है कि नौसेना ने बुधवार को एक संक्षिप्त बयान में कहा, 'मिग-29के विमान गोवा में समुद्र के ऊपर नियमित उड़ान पर था और नौसैनिक अड्डे पर लौटते समय उसमें तकनीकी खराबी आ गई. पायलट सुरक्षित बाहर निकल गया और तत्काल खोज एवं बचाव कार्य शुरू कर उसका पता लगा लिया गया.' बयान में कहा गया है कि पायलट की हालत स्थिर है. घटना की वजह पता लगाने के लिए एक जांच बोर्ड का गठन किया गया है. 'मिग-29के' रूसी अंतरिक्ष विमानन कंपनी मिकोयान (मिग) द्वारा विकसित एक लड़ाकू विमान है. भारतीय नौसेना ने एक दशक पहले लगभग दो अरब अमेरिकी डॉलर में रूस से 45 'मिग-29के' विमान खरीदे थे.