जबलपुर। दो दिवसीय अल्प प्रवास पर सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए जबलपुर पहुंचे हैदराबाद में गोशामहल विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक टी राजा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. साथ ही उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुई अतीक और अशरफ की हत्या को सही ठहराते हुए कहा है, कि अतीक की मौत जैसे होने चाहिए वैसे ही हुई है. वहीं उन्होंने एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी को देशद्रोही बताया है.
घरों में लहराएं भगवा झंडा: दरअसल गोशामहल विधानसभा सीट से विधायक टी राजा सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए शुक्रवार को जबलपुर पहुंचे हैं. जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बयान दिया है कि कर्नाटक हो या कोई भी प्रदेश जहां पर भाजपा की सरकार है, उसे कोई भी दल हिला नहीं सकता. लोग कर्नाटक में भाजपा को हराने के लिए षड्यंत्र रच रहे हैं. इसके साथ ही मुझे शर्म आती है कि कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जहरीला सांप जैसा संबोधित करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा ही नहीं बल्कि पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं. देश के प्रधानमंत्री के ऊपर इस तरह की सोच और बात करना कांग्रेस की मानसिकता और संस्कारों को दर्शाता है. इसलिए मैं जनता से निवेदन करना चाहता हूं कि लोग घरों में भगवा झंडा खड़ा करें और लगाएं.
अतीक और अशरफ की मौत सही: विधायक टी राजा ने उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के मामले में कहा की यूपी के गैंगस्टर अतीक अहमद की जैसे मौत होनी चाहिए वैसे ही ही हुई है. इस पर भी ओवैसी राजनीति करते हैं. ओवैसी अतीक अहमद जैसे गद्दार को अपनी पार्टी में मिलाते हैं. जहां भी चुनाव होते हैं, वहां की जनता को डराना-धमकाना, राजनीतिक पार्टियों को ब्लैकमेल करना ओवैसी का काम है. बीजेपी विधायक टी राजा ने कहा कि ओवैसी के चुनाव लड़ने से भारतीय जनता पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. चाहे वह कितनी भी ताकत लगा लें. राजस्थान, मध्यप्रदेश और कर्नाटक सहित तेलगांना में चुनाव होने वाले हैं. केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार है.
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राहुल गांधी का दिमाग बच्चों की तरह: इसके साथ ही विधायक टी राजा ने राहुल गांधी की सदस्यता को लेकर कहा कि राहुल गांधी ने गलती की है, जिसकी सजा मिली है. कोर्ट ने सजा के आधार पर ही राहुल गांधी को सजा सुनाई है. नियम के अनुसार ही इनको सजा सुनाई है. किसी के चीखने चिल्लाने से अब कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. राहुल गांधी भले ही बड़े हो गए हैं, लेकिन उनका दिमाग आज भी बच्चों के जैसा है.