राजकोट: गुजरात में अंधविश्वास के चलते पति-पत्नी ने खुद की बलि चढ़ाने का मामला सामने आया है. घटना के राजकोट जिले की विंचिया की बताई जा रही है. पता चला है कि दोनों ने हवनकुंड में अपना सिर काटकर आहुति दे दी है. दोनों धारदार हथियार से अपना-अपना सिर धड़ से अलग कर दिया. दोनों के नाम हेमू मकवाना और हंसाबेन मकवाना हैं, जिन्होंने अंधविश्वास में कमल पूजन कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली.
दरअसल, तांत्रिक क्रिया में पति-पत्नी ने हवनकुंड में प्रसाद के तौर पर अपना सिर चढ़ा दिया है. इतना ही नहीं मौके से दो पेज का सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें पत्नी ने अंगूठा व पति ने हस्ताक्षर किया गया है. सुसाइड नोट में अंधविश्वासी कि बातें कही गई हैं. पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम और आगे की जांच के लिए राजकोट जिला अस्पताल भेज दिया है.
आपको बता दें कि राजकोट जिले के विंचिया मोधुका रोड पर भोजभाई मकवाना के मालिक ने अपने बेटे और बहू द्वारा अंधविश्वास में आकर खुद की बलि चढ़ाने की शिकायत की है. इस घटना के सामने आते ही क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है. भोजभाई के पुत्र हेमूभाई मकवाना और उनकी पत्नी हंसाबेन हेमूभाई मकवाना ने स्वयं यज्ञ किया और हवनकुंड में अपना सिर चढ़ा दिया.
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बलि से पहले उनके नाबालिग बेटे और बेटियों को उनके मामा के घर छोड़ दिया गया और बाद में अनुष्ठान के लिए सामान लेकर खेत में चले गए. जानकारी मिली है कि पिछले कई महिनों से यह लोग अपने खेत में हवन कुंड बनवा रहे थे. मौके पर दोनों के सुसाइड नोट के अलावा 50 रुपये का एक स्टांप पेपर भी मिला है. इस मामले में पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए विंचिया सरकारी अस्पताल में रखवा दिया है. इस संबंध में पुलिस ने परिजनों से पूछताछ शुरू कर दी है.