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भारत-पाकिस्तान शांति पहल का समर्थन करने को तैयार हुर्रियत कॉन्फ्रेंस

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Published : Mar 23, 2021, 8:40 PM IST

भारत और पाकिस्तान के बीच शांति की सभी पहलों को हुर्रियत कॉन्फ्रेंस का पूरा समर्थन मिलेगा. यह बात हुर्रियत कॉन्फ्रेंस में मीरवाइज उमर फारूक की अगुवाई वाले नरमपंथी धड़े ने कही है.

मीरवाइज उमर फारूक
मीरवाइज उमर फारूक

श्रीनगर : हुर्रियत कॉन्फ्रेंस में मीरवाइज उमर फारूक की अगुआई वाले नरमपंथी धड़े ने कहा है कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच उन सभी पहलों का पूरा समर्थन करने को तैयार है, जिनका लक्ष्य इस उपमहाद्वीप में शांति लाना है.

मंगलवार को जारी एक बयान में हुर्रियत के इस धड़े ने कहा कि नियंत्रण रेखा संघर्ष विराम का पालन करने पर भारत एवं पाकिस्तान के बीच सहमति, बाद के बयान एवं उनके कृत्य दोनों पड़ोसियों के बीच संबंधों में सकारात्मक बदलाव का संकेत करते हैं.

अलगाववादी संगठन ने कहा, हुर्रियत हमेशा दोनों देशों के बीच उन पहलों का समर्थन करने के लिए तैयार था और है, जिनका लक्ष्य इस उपमहाद्वीप के लोगों के लिए शांति एवं समृद्धि लाना तथा कश्मीर विवाद का निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण समाधान करना है.

हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने कहा कि वह दोनों देशों के बीच दोस्ताना पड़ोसी संबंध की दिशा की ओर झुकाव का बहुत स्वागत करता है.

पढ़ें - भारत-पाक के बीच सुलझ सकता है सिंधु जल संधि मुद्दा : सिंधु आयुक्त पीके सक्सेना

बता दें कि भारत और पाकिस्तान ने 25 फरवरी को घोषणा की थी कि वे जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा एवं अन्य सेक्टरों में संघर्ष-विराम के सभी समझौतों का कड़ाई से पालन करने पर राजी हुए हैं.

श्रीनगर : हुर्रियत कॉन्फ्रेंस में मीरवाइज उमर फारूक की अगुआई वाले नरमपंथी धड़े ने कहा है कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच उन सभी पहलों का पूरा समर्थन करने को तैयार है, जिनका लक्ष्य इस उपमहाद्वीप में शांति लाना है.

मंगलवार को जारी एक बयान में हुर्रियत के इस धड़े ने कहा कि नियंत्रण रेखा संघर्ष विराम का पालन करने पर भारत एवं पाकिस्तान के बीच सहमति, बाद के बयान एवं उनके कृत्य दोनों पड़ोसियों के बीच संबंधों में सकारात्मक बदलाव का संकेत करते हैं.

अलगाववादी संगठन ने कहा, हुर्रियत हमेशा दोनों देशों के बीच उन पहलों का समर्थन करने के लिए तैयार था और है, जिनका लक्ष्य इस उपमहाद्वीप के लोगों के लिए शांति एवं समृद्धि लाना तथा कश्मीर विवाद का निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण समाधान करना है.

हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने कहा कि वह दोनों देशों के बीच दोस्ताना पड़ोसी संबंध की दिशा की ओर झुकाव का बहुत स्वागत करता है.

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बता दें कि भारत और पाकिस्तान ने 25 फरवरी को घोषणा की थी कि वे जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा एवं अन्य सेक्टरों में संघर्ष-विराम के सभी समझौतों का कड़ाई से पालन करने पर राजी हुए हैं.

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