संगरूर : पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी सरकार को बड़ा झटका लगा है. यहां शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के नेता सिमरनजीत सिंह मान (Simranjit Singh Mann) ने रविवार को संगरूर लोकसभा उपचुनाव जीत लिया. मुख्यमंत्री और आप नेता भगवंत सिंह मान के गढ़ में सिमरनजीत ने 2,53,154 मतों के साथ उपचुनाव जीता. मौजूदा समय में राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 2014 और 2019 में संगरूर सीट से जीत दर्ज की थी.
सिमरनजीत सिंह मान ने अपने निकटतम प्रत्याशी आम आदमी पार्टी के गुरमेल सिंह को 5,822 मतों से हराया. उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक मान को 2,53,154 मत मिले जबकि आप के गुरमैल सिंह को 2,47,332 मत मिले. पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने नतीजों के संकेत मिलते ही हार स्वीकार कर शिअद (अमृतसर) नेता को बधाई दे दी थी.
मीडिया को संबोधित करते हुए आप प्रवक्ता मलविंदर सिंह कांग ने कहा कि संगरूर लोकसभा उपचुनाव का नतीजा आ गया है. उन्होंने कहा, 'हम संगरूर सीट के लोगों के जनादेश का सम्मान करते हैं. हम सिमरनजीत सिंह मान को उनकी जीत पर बधाई देते हैं.'
सिमरनजीत सिंह बोले- पार्टी की बड़ी जीत : दो बार सांसद रह चुके पूर्व आईपीएस अधिकारी सिमरनजीत मान ने कहा कि उनकी जीत का श्रेय उन लोगों को जाता है, जिन्होंने सिखों के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया. उन्होंने दीप सिंधु और सिद्धु मूसेवाला को भी याद किया. सिमरनजीत सिंह मान ने कहा कि 'यह हमारी पार्टी के लिए एक बड़ी जीत है. हमने इस उपचुनाव में सभी राष्ट्रीय दलों को हराया है. मेरी प्राथमिकता संगरूर की खराब आर्थिक स्थिति के मुद्दे को उठाना होगा जिसमें किसानों की कर्ज की स्थिति भी शामिल है. हम पंजाब सरकार के साथ काम करेंगे.' मान ने कहा 'मैं संसद में अपने प्रतिनिधि के रूप में मुझे चुने जाने के लिए संगरूर के हमारे मतदाताओं का आभारी हूं. मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र के किसानों, खेत-मजदूरों, व्यापारियों और सभी की पीड़ा को दूर करने के लिए कड़ी मेहनत करूंगा.'
उन्होंने कहा कि दीप सिद्धू और मूसेवाला की शहादत से सिख समुदाय जागरूक हो गया है. मान ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लंबे समय से उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों को सरकार धक्का नहीं दे सकती. उन्होंने कहा कि कश्मीर में भी ऐसा ही हो रहा है. उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय को लगातार धमकाया जा रहा है. वहीं, मान ने कहा कि देश में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने कहा कि देश के कई हिस्सों में रहने वाले आदिवासियों को नक्सली बताकर निशाना बनाया जा रहा है जो कि पूरी तरह से गलत है. मान ने कहा कि वह इस मुद्दे पर राजग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और आदिवासी नेताओं से मिलेंगे और उनके साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे.
पाकिस्तानी बॉर्डर खोलने की बात: इस बीच मान ने पाकिस्तानी बॉर्डर खोलने की भी बात कही. उन्होंने कहा कि वाघा सीमा को खोलने का प्रयास किया जाएगा ताकि पाकिस्तान सहित अन्य देशों के साथ व्यापार करके पंजाब समृद्ध हो सके. उन्होंने कहा कि ऐसे सभी मुद्दों को लोकसभा में बहस के साथ उठाया जाएगा. सिमरनजीत मान ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने चीन के खिलाफ कभी बात नहीं की, जो लगातार लद्दाख पर कब्जा कर रहा था.
सीएम मान ने किया ट्वीट : सीएम भगवंत मान ने ट्वीट किया 'संगरूर की जनता का फैसला सिर माथे पर.. मैं पंजाब की तरक्की और खुशहाली के लिए दिन रात ईमानदारी से मेहनत कर रहा हूं और आगे और मेहनत करूंगा.. मैं आपका बेटा हूं और आपके परिवारों के भविष्य को रोशन बनाने के लिए कोई कसर नहीं रहने दूंगा.'
सुखबीर सिंह बादल ने दी बधाई : शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने मान को बधाई दी. उन्होंने कहा, 'मैं सरदार सिमरनजीत सिंह मान और उनकी पार्टी को संगरूर संसदीय उपचुनाव में चुनावी जीत पर तहे दिल से बधाई देता हूं और उन्हें शुभकामनाएं और सहयोग की पेशकश करता हूं. हम जनादेश का सम्मान करते हैं.' पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने भी मान को बधाई दी है.
उन्होंने ट्वीट किया, 'संगरूर उपचुनाव में जनता के फैसले को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करें. सिमरनजीत सिंह मान जी को उनकी जीत के लिए बधाई. मुझे यकीन है कि वह अपनी नई भूमिका में पंजाब की आवाज उठाते रहेंगे. परिणाम आम आदमी पार्टी के असंवेदनशील और अक्षम शासन के साथ जनता की नाराजगी को दर्शाता है.' दूसरी ओर, कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने अपने उम्मीदवार की हार के लिए सुखबीर बादल के नेतृत्व वाली शिअद पर निशाना साधा.
सिरसा बोले-दिल्ली मॉडल खारिज हुआ : भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि संगरूर उपचुनाव के नतीजे बताते हैं कि पंजाब ने आप सरकार के दिल्ली मॉडल को खारिज कर दिया है. सिरसा ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा, 'पंजाब ने स्पष्ट रूप से दिल्ली मॉडल को खारिज कर दिया है. आप पंजाब की संगरूर उपचुनाव हार भगवंत मान के हाथ में कमान संभालने के लिए एक चेतावनी संकेत है.'
उल्लेखनीय है कि पंजाब विधानसभा के लिए इस साल के शुरू में हुए चुनाव में भगवंत मान विधायक चुने गए थे जिसके बाद उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. इसलिए इस सीट पर उपचुनाव कराना आवश्यक हो गया था. संगरूर लोकसभा उपचुनाव के लिए मतों की गिनती रविवार को सुबह आठ बजे कड़ी सुरक्षा में शुरू हुई. यहां 23 जून को हुए मतदान में 16 प्रत्याशियों की किस्मत दांव पर थी.
संगरूर लोकसभा उपचुनाव में केवल 45.30 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जबकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में 72.44 प्रतिशत और वर्ष 2014 के आम चुनाव में 76.71 प्रतिशत मतदान हुआ था. संगरूर में कुल 15.69 लाख मतदाता हैं.