सिरमौर: हिमाचल में बारिश का कहर सिरमौर जिले पर जमकर बरसा है. सिरमौर जिले में बीती शाम लगातार करीब 5 घंटे भारी बारिश हुई. जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार सिरमौर जिले के उपमंडल पांवटा साहिब के सिरमौरी ताल गांव में बुधवार देर शाम बादल फटने की घटना सामने आई. बादल फटने से सिरमौरी ताल में एक घर मलबे में दब गया. वहीं, इस आपदा में 5 लोग लापता हो गए थे. जिसमें से दो शव बरामद हो गए हैं. इसमें एक शव बच्चे का है और दूसरा घर के मुखिया का है. घटना के बाद जिला प्रशासन मौके पर पहुंचकर, जांच में जुट गया है.
बादल फटने से तबाही: बताया जा रहा है कि बुधवार शाम को हुई मूसलाधार बारिश के कारण मालगी के जंगल में बादल फटा. जिससे सिरमौरी ताल गांव में भारी तबाही मच गई. बादल फटने से कुलदीप सिंह का घर मलबे में दब गया और कुलदीप सिंह समेत परिवार के 5 सदस्य लापता हो गए थे. बताया जा रहा है कि अचानक बादल फटने से 3 घर मलबे की चपेट में आ गए. वहीं, कुलदीप सिंह के घर का नामोनिशान तक मिट गया.
मलबे में दबे 5 लोग: बादल फटने के बाद कुलदीप सिंह के परिवार को घर से भागने का मौका तक नहीं मिला. जिसमें 5 लोग लापता हो गए थे. हालांकि एक बच्चे नितेश का शव और घर के मुखिया कुलदीप सिंह का शव मलबे से निकाला जा चुका है. प्रशासन व क्षेत्र के सैकड़ों लोग मौके पर पहुंचकर उनकी तलाश में जुटे हुए हैं. हादसे के शिकार हुए परिवार की पहचान कुलदीप सिंह (63 साल), उनकी पत्नी जीतो देवी (57 साल), बहु रजनी (31 साल), पोता नितेश(10 साल) और पोती दीपिका (8 साल) के तौर पर हुई है. भारी बारिश और फ्लैश फ्लड के चलते पांवटा साहिब-शिलाई नेशनल हाईवे-707 राजबन से सतौन तक बंद हो गया है. जिस कारण प्रशासन को मौके पर पहुंचने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.
तबाही का मंजर: प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इस तरह का मंजर उन्होंने आज तक नहीं देखा. ऐसी भयंकर तबाही कभी भी देखने को नहीं मिली है. उन्होंने बताया कि बादल फटने की वजह से भारी नुकसान हुआ है, लेकिन अगर यह बादल गांव के थोड़ा और नजदीक फटता तो शायद दर्जनों घर या फिर पूरा गांव इसकी चपेट में आ सकता था. बताया जा रहा है कि जिस जगह से यह बादल फटा है और जिस दिशा में फ्लैश फ्लड आया, वहां किसानों के खेत अब मैदानों में तब्दील हो गए हैं. बादल फटने के बाद गिरि नदी का जल प्रवाह भी बढ़ गया है.
राहत व बचाव कार्य जारी: सिरमौरी ताल गांव में जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है. क्षेत्र में राहत व बचाव का कार्य जोरों शोरों पर चला हुआ है. जिसके चलते प्रशासन व ग्रामीणों की मदद से कुलदीप सिंह और उनके पोते नितेश का शव मलबे से निकाला गया है. खबर लिखे जाने तक राहत व बचाव का कार्य चला हुआ है. शासन-प्रशासन भी मौके पर मौजूद है.