हैदराबाद: देश में इन दिनों कोरोना वैक्सीनेशन का दौर चल रहा है. जो लोग वैक्सीन लगवाते हैं उन्हें टीका लगवाने के बाद वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट मिलता है. कई लोग उस सर्टिफिकेट को सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं. लेकिन ऐसा करना आपके लिए भारी पड़ सकता है.
साइबर दोस्त ने जारी किया अलर्ट
गृह मंत्रालय की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को सोशल मीडिया पर शेयर ना करें. इस बात की जानकारी गृह मंत्रालय के साइबर अवेयरनेस टि्वटर हैंडल साइबर दोस्त के जरिये दी है. साइबर दोस्त ने ये भा कहा है कि कोविड-19 वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर वैक्सीन लेने वाले व्यक्ति का नाम और अन्य व्यक्तिगत जानकारी लिखी होती है. दरअसल इसी के चलते किसी को भी अपने सर्टिफिकेट की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर नहीं करनी चाहिए.
साइबर ठगी का हो सकता है खतरा
वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की तस्वीर सोशल मीडिया पर डालते ही आपकी व्यक्तिगत जानकारी चोरी होने का डर है. जो आपको भारी पड़ सकता है. इस सर्टिफिकेट पर आपकी जानकारी लिखी होती है, जो साइबर अपराधियों के हाथ लगने पर आपके साथ ठगी को अंजाम दे सकते हैं. इसलिये वैक्सीनेश सर्टिफिकेट को सोशल मीडिया पर शेयर ना करने की सलाह दी जा रही है, क्योंकि वैक्सीन के नाम पर भी साइबर ठग लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं और आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं.
महामारी के दौर में ठगों से सावधान
साइबर दोस्त की तरफ से महामारी के इस दौर में साइबर अपराधियों से सावधान रहने की हिदायत भी दी गई है. क्योंकि महामारी के दौर में फर्जी फंड जुटाने के लिए फोन कॉल या ईमेल का सहारा लिया जा रहा है. जो कोरोना पीड़ितों या कोविड-19 के अनुसंधान के लिए दान मांगते हैं. इसके अलावा इनाम का लालच देकर भी ठगी को अंजाम दिया जा रहा है.
कुल मिलाकर वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को अगर सोशल मीडिया पर सार्वजनिक करते हैं तो उससे साइबर ठगों को आपकी व्यक्तिगत जानकारियां मिल सकती हैं. जिसके सहारे साइबर ठग आपसे ठगी कर सकते हैं.
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