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Purola Mahapanchayat: पुरोला में धारा 144 लागू, बॉर्डर सील, हिंदू संगठनों ने महापंचायत टालने की अपील ठुकराई

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Published : Jun 14, 2023, 4:07 PM IST

Updated : Jun 14, 2023, 5:39 PM IST

पुरोला में 15 जून को होने वाली महापंचायत पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन ने पुरोला में धारा 144 लागू कर दी है. उत्तरकाशी जिले के बॉर्डर सील कर दिए हैं. दूसरी तरफ हिंदू संगठन ने महापंचायत से पीछे हटने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि महापंचायत तय स्थान और तय जगह पर ही होगी.

Purola Mahapanchayat
पुरोला महापंचायत
हिंदू संगठनों ने महापंचायत टालने की अपील ठुकराई.

उत्तरकाशी (उत्तराखंड): उत्तरकाशी के पुरोला में 15 जून को होने वाली हिंदू संगठनों की महापंचायत का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट, उत्तराखंड से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तक पहुंच गया है. डीयू के दो प्रोफेसर ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर महापंचायत पर रोक लगाने की मांग की थी. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका को सुनने से इनकार कर दिया. इसके बाद याचिकाकर्ताओं ने नैनीताल हाईकोर्ट का रुख किया है.

दूसरी तरफ जमीयत उलेमा-ए-हिंद के मौलाना महमूद असद मदनी ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग की है. इसके अलावा उत्तरकाशी प्रशासन ने भी महापंचायत पर रोक के लिए पुरोला में धारा 144 लागू कर दी है. चप्पे-चप्पे पर पैनी नजर रखी जा रही है. जिले के सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं. हालांकि, हिंदू संगठन अभी भी महापंचायत के फैसले से पीछे नहीं हटे हैं.

धारा 144 लागू, बॉर्डर सील: उत्तरकाशी शहर के हनुमान मंदिर में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष अनुज वालिया ने मीडिया से कहा कि पुरोला में महापंचायत निश्चित समय और तय स्थान पर ही होगी. वह स्वयं इसके लिए पुरोला जा रहे हैं. अनुज वालिया ने कहा कि पुरोला में महापंचायत को रोकने का कार्य जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन कर रहा है. वहां पर धारा 144 लगा दी गई है. हर तरीके से महापंचायत को विफल करने का प्रयास जिला और पुलिस प्रशासन कर रहा है. इसको बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि सभी हिंदू संगठनों का महापंचायत को लेकर समर्थन है और महापंचायत हर हाल में होगी. किसी भी दशा में उत्तराखंड की शांत वादियों में लव जिहाद, लैंड जिहाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

'जिहादियों को दिया जा रहा संरक्षण': अनुज वालिया ने कहा कि हम किसी धर्म के खिलाफ नहीं हैं. लेकिन हमारी देवभूमि की बेटियों के साथ गलत व्यवहार करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा. वालिया ने कहा कि प्रशासन लव जिहादियों को बचा रहा है. पहाड़ और हिंदुत्व को बचाने के लिए बजरंग दल किसी का भी सामना कर सकता है. उन्होंने कहा पुरोला में महापंचायत रोकने की हिंदुओं के खिलाफ बड़ी साजिश है. महापंचायत को शांतिपूर्ण ढंग से किया जाना था. प्रशासन जिहादियों को संरक्षण देने का काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि धारा 144 लागू होने पर भी महापंचायत से पीछे नहीं हटेंगे.

व्यापार मंडल ने दिया समर्थन: उधर धारा 144 लागू होते ही पुरोला तहसील परिसर में एडीएम तीर्थ पाल सिंह ने जनप्रतिनिधि के साथ एक पीस मीटिंग की. उन्होंने कहा कि सभी लोग शांति व्यवस्था बनाए रखें. बैठक में व्यापार मंडल अध्यक्ष बृजमोहन सिंह चौहान ने कहा कि संगठन ने महापंचायत के आह्वान के लिए कोई बात नहीं कही, लेकिन यदि महापंचायत होगी, तो वह स्थानीय संगठन होने के नाते उसमें पूरा सहयोग करेंगे.

एडीएम ने की महापंचायत टालने की अपील: राज्य आंदोलनकारी संगठन के प्रवक्ता राजपाल पंवार ने कहा कि धारा 144 लागू होने से पहले स्थिति कुछ और थी, अब कुछ और बन गई है. सभी संगठनों के लोगों को महापंचायत के विषय में एक साथ बैठकर इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए. एडीएम तीर्थपाल सिंह, सीओ यमुना घाटी एसएस भंडारी ने बताया कि कोई भी व्यक्ति कानून को अपने हाथ में ना ले. उन्होंने सभी हिंदू संगठनों से महापंचायत को टालने की अपील की.

5 लोगों से ज्यादा एकत्रित होने पर होगी गिरफ्तारी: उत्तरकाशी के बॉर्डर को पुलिस ने सील कर दिया है. एडीजी कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने बताया कि उत्तरकाशी के बॉर्डर को पुलिस ने सील कर दिया है. बाहरी जिलों से महापंचायत के लिए जाने वाले लोगों को पुलिस अब बॉर्डर से आगे नहीं बढ़ने देगी. जिले में धारा 144 लागू है. किसी भी इलाके में 5 लोगों से ज्यादा के इकट्ठा होने पर पुलिस तुरंत गिरफ्तार करके मुकदमा दर्ज करेगी.

ये भी पढ़ेंः पुरोला में आज से 6 दिन के लिए धारा 144 लागू, लव जिहाद के खिलाफ 15 जून को है महापंचायत, सीएम ने की शांति की अपील
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क्लिक कर पढ़ें पूरा पुरोला प्रकरण: उत्तराखंड के पुरोला में क्यों और कैसे सुलगा 'लव जिहाद' का मामला, मौजूदा हालात पर डालें एक नजर

हिंदू संगठनों ने महापंचायत टालने की अपील ठुकराई.

उत्तरकाशी (उत्तराखंड): उत्तरकाशी के पुरोला में 15 जून को होने वाली हिंदू संगठनों की महापंचायत का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट, उत्तराखंड से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तक पहुंच गया है. डीयू के दो प्रोफेसर ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर महापंचायत पर रोक लगाने की मांग की थी. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका को सुनने से इनकार कर दिया. इसके बाद याचिकाकर्ताओं ने नैनीताल हाईकोर्ट का रुख किया है.

दूसरी तरफ जमीयत उलेमा-ए-हिंद के मौलाना महमूद असद मदनी ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग की है. इसके अलावा उत्तरकाशी प्रशासन ने भी महापंचायत पर रोक के लिए पुरोला में धारा 144 लागू कर दी है. चप्पे-चप्पे पर पैनी नजर रखी जा रही है. जिले के सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं. हालांकि, हिंदू संगठन अभी भी महापंचायत के फैसले से पीछे नहीं हटे हैं.

धारा 144 लागू, बॉर्डर सील: उत्तरकाशी शहर के हनुमान मंदिर में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष अनुज वालिया ने मीडिया से कहा कि पुरोला में महापंचायत निश्चित समय और तय स्थान पर ही होगी. वह स्वयं इसके लिए पुरोला जा रहे हैं. अनुज वालिया ने कहा कि पुरोला में महापंचायत को रोकने का कार्य जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन कर रहा है. वहां पर धारा 144 लगा दी गई है. हर तरीके से महापंचायत को विफल करने का प्रयास जिला और पुलिस प्रशासन कर रहा है. इसको बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि सभी हिंदू संगठनों का महापंचायत को लेकर समर्थन है और महापंचायत हर हाल में होगी. किसी भी दशा में उत्तराखंड की शांत वादियों में लव जिहाद, लैंड जिहाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

'जिहादियों को दिया जा रहा संरक्षण': अनुज वालिया ने कहा कि हम किसी धर्म के खिलाफ नहीं हैं. लेकिन हमारी देवभूमि की बेटियों के साथ गलत व्यवहार करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा. वालिया ने कहा कि प्रशासन लव जिहादियों को बचा रहा है. पहाड़ और हिंदुत्व को बचाने के लिए बजरंग दल किसी का भी सामना कर सकता है. उन्होंने कहा पुरोला में महापंचायत रोकने की हिंदुओं के खिलाफ बड़ी साजिश है. महापंचायत को शांतिपूर्ण ढंग से किया जाना था. प्रशासन जिहादियों को संरक्षण देने का काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि धारा 144 लागू होने पर भी महापंचायत से पीछे नहीं हटेंगे.

व्यापार मंडल ने दिया समर्थन: उधर धारा 144 लागू होते ही पुरोला तहसील परिसर में एडीएम तीर्थ पाल सिंह ने जनप्रतिनिधि के साथ एक पीस मीटिंग की. उन्होंने कहा कि सभी लोग शांति व्यवस्था बनाए रखें. बैठक में व्यापार मंडल अध्यक्ष बृजमोहन सिंह चौहान ने कहा कि संगठन ने महापंचायत के आह्वान के लिए कोई बात नहीं कही, लेकिन यदि महापंचायत होगी, तो वह स्थानीय संगठन होने के नाते उसमें पूरा सहयोग करेंगे.

एडीएम ने की महापंचायत टालने की अपील: राज्य आंदोलनकारी संगठन के प्रवक्ता राजपाल पंवार ने कहा कि धारा 144 लागू होने से पहले स्थिति कुछ और थी, अब कुछ और बन गई है. सभी संगठनों के लोगों को महापंचायत के विषय में एक साथ बैठकर इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए. एडीएम तीर्थपाल सिंह, सीओ यमुना घाटी एसएस भंडारी ने बताया कि कोई भी व्यक्ति कानून को अपने हाथ में ना ले. उन्होंने सभी हिंदू संगठनों से महापंचायत को टालने की अपील की.

5 लोगों से ज्यादा एकत्रित होने पर होगी गिरफ्तारी: उत्तरकाशी के बॉर्डर को पुलिस ने सील कर दिया है. एडीजी कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने बताया कि उत्तरकाशी के बॉर्डर को पुलिस ने सील कर दिया है. बाहरी जिलों से महापंचायत के लिए जाने वाले लोगों को पुलिस अब बॉर्डर से आगे नहीं बढ़ने देगी. जिले में धारा 144 लागू है. किसी भी इलाके में 5 लोगों से ज्यादा के इकट्ठा होने पर पुलिस तुरंत गिरफ्तार करके मुकदमा दर्ज करेगी.

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Last Updated : Jun 14, 2023, 5:39 PM IST
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