नई दिल्ली : उम्र की सीमाओं, लागत में वृद्धि और कोरोनो वायरस के डर के कारण भारत से 2021 में हज जाने के लिए आवेदकों की संख्या कम है.
दिल्ली राज्य हज समिति के उप कार्यकारी अधिकारी, मोहसिन अली ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण हज आवेदकों की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में कम है. अब तक लगभग 450-500 तीर्थयात्रियों ने ही आवेदन किया है. हज 2021 के लिए कम संख्या में आवेदनों की एक और वजह बढ़ी हुई कीमतें हैं. आवेदन करने की अंतिम तिथि 10 दिसंबर है.
उत्तर प्रदेश हज समिति के सचिव राहुल गुप्ता ने कहा, प्रदेश में अब तक लगभग 2,000 तीर्थयात्रियों ने हज के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है.
18 वर्ष से कम और 65 से ज्यादा वाले नहीं जा सकेंगे
हज कमेटी ऑफ इंडिया द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार, इस बार सिर्फ 18 से 65 साल के लोगों को ही हज की इजाजत होगी. पहले की तरह 81 हजार रुपये की बजाय 1.5 लाख रुपये की किस्त जमा करनी होगी. हज कमेटी के दिशानिर्देशों के अनुसार, हज 2021 के लिए कुल अनुमानित खर्च लगभग 3,70,000 - 5,25,000 होगा. कोविड के कारण इस बार हज के लिए आवास मानदंड में बदलाव और प्रत्येक बस में तीर्थयात्रियों की कम संख्या के कारण लागत में कई गुना वृद्धि होने की संभावना है.
नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा कि हज 2021 के लिए कोटा अभी तय नहीं किया गया है, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी वार्षिक द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर के लिए दिसंबर के अंत तक सऊदी अरब जाएंगे. भारत में दो लाख हज यात्रियों का कोटा है, लेकिन महामारी के कारण यात्रा पर प्रतिबंध होने से तीर्थयात्रियों की संख्या केवल 50,000 के आसपास होगी. हज 2021 तीर्थयात्रियों के लिए उड़ान, अहमदाबाद‚ बेंगलुरु‚ कोच्चि‚ दिल्ली‚ गुवाहाटी, हैदराबाद, कोलकाता‚ लखनऊ‚ मुंबई और श्रीनगर से जाएंगी.
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