बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सदानंद गौड़ा सहित कर्नाटक के चार बीजेपी सांसदों के एक समूह ने कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को एक पत्र लिखा है, जिसमें उनकी कड़ी आलोचना की गई है. हाल ही में खड़गे द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र का हवाला देते हुए उन्होंने तर्क दिया कि खड़गे का पत्र बयानबाजी से भरा है और तथ्यों की कमी है.
सासंदों ने अपने पत्र में कहा,'मैसूर में कोई टकराव नहीं था जैसा कि आपके पत्र में कहा गया है. आपके कद के नेता को 'व्हाट्सएप विश्वविद्यालय' से प्राप्त तथ्यों के आधार पर पीएम को पत्र लिखना शोभा नहीं देता. लेकिन शायद व्हाट्सएप विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में आपको फर्जी खबरों को तथ्यों के रूप में फिर से गढ़ने के लिए मजबूर किया जाता है.'
रेलवे के कुप्रबंधन का विवरण देते हुए, खड़गे के पत्र में उन 10 बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया जिसमें सरकार से बालासोर ट्रिपल-ट्रेन दुर्घटना के पीछे 'असली कारण' सामने लाने का आग्रह किया गया. हादसे में 288 लोगों की जान चली गई थी. सांसदों ने कहा,'पीएम मोदी को आपके हालिया पत्र के जवाब में, हमें यह कहना चाहिए कि हमने आपके पत्र को बयानबाजी से भरा पाया और तथ्यों की कमी मिली. एक पूर्व रेल मंत्री के रूप में आपसे तथ्यों को गहराई से लेने और समझने दिखाने की आशा की जाती है.'
तेजस्वी सूर्या, पीसी मोहन, एस मुनिस्वामी और सदानंद गौड़ा ने खड़गे को पत्र लिखा है. भाजपा नेताओं ने खड़गे से कहा,'आप सुरक्षा निवेश के बारे में चिंता जताते हैं, जबकि हमारे कार्यकाल में महत्वपूर्ण सुरक्षा-संबंधी कार्यों के लिए राष्ट्रीय रेल सुरक्षा कोष (RRSK) की स्थापना की गई. रेलवे ने 2017-18 और 2021-22 के बीच राष्ट्रीय रेल सुरक्षा कोष (RRSK) कार्यों पर एक लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए. पिछले 9 वर्षों में हमारा कुल सुरक्षा व्यय 1,78,012 करोड़ रुपये है जो आपके कार्यकाल का व्यय का 2.5 गुना है.'
(एएनआई)