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उत्तरी बंगाल में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, कई स्थानों पर भूस्खलन

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Published : Oct 20, 2021, 4:44 PM IST

Updated : Oct 20, 2021, 8:11 PM IST

उत्तरी बंगाल में भारी बारिश से बुधवार को आम जनजीवन प्रभावित रहा. दार्जिलिंग, कलिमपोंग और जलपाईगुड़ी जिलों में बारिश की वजह से भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं जिससे सड़क और पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं. कई स्थानों पर वाहनों की आवाजाही रोकनी पड़ी है. यह जानकारी अधिकारियों ने दी.

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कोलकाता : उत्तरी बंगाल में भारी बारिश से बुधवार को आम जनजीवन प्रभावित रहा. मौसम विभाग ने दार्जिलिंग, कलिमपोंग और अलीपुरदुआर जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी करते हुए बृहस्पतिवार की सुबह तक तीनों जिलों में एक दो स्थानों पर मूसलाधार बारिश का पूर्वानुमान जताया है.

मौसम विभाग के मुताबिक, जलपाईगुड़ी और कूच बिहार में भी मूसलाधार बारिश की संभावना है. अधिकारियों ने बताया कि कलिमपोंग जिले में भूस्खलन की वजह से सड़क संपर्क टूट गया है और कलिमपोंग कस्बे से पेडोंग, लावा और अलगारा सहित कई बस्तियों को जोड़ने वाली सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं.

उन्होंने बताया कि तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई है और सिलीगुड़ी को सिक्किम की राजधानी गंगटोक से जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10, तीस्ता बाजार इलाके में जलमग्न हो गया है जिसकी वजह से यातायात में समस्या आ रही है.

उन्होंने बताया कि दार्जिलिंग जिले में सिलीगुड़ी शहर के बाहरी इलाके के मैत्रीगारा में बालसोन नदी पर बना पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है. सिलीगुड़ी के पुलिस आयुक्त गौरव शर्मा ने बताया कि पुल के क्षतिग्रस्त होने की वजह से चारपहिया वाहनों का मार्ग परिवर्तन किया गया है जबकि दुपहिया वाहनों और पैदल यात्रियों को पुल से जाने की अनुमति दी जा रही है.

सिलीगुड़ी में बाधित हुआ यातायात

उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि हम लोगों से अपील कर रहे हैं कि मार्ग परिवर्तन के चलते वे लंबे रास्ते से जाने की योजना बनाएं. अधिकारियों ने बताया कि दुर्गा पूजा के दौरान पहाड़ी इलाकों में गए सैकड़ों पर्यटक अपने अगले गंतव्यों पर जाने या घर लौटने के लिए रेलवे स्टेशन या बागडोगरा हवाई अड्डे तक पहुंचने में भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से मुश्किल का सामना कर रहे हैं.

उन्होंने बताया कि जलपाईगुड़ी जिले के कई निचले इलाके तीस्ता और जलढाका नदियों का जलस्तर बढ़ने की वजह से बाढ़ की चपेट में आए गए है और इन इलाकों में बसे लोग सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं. मौसम विभाग ने बताया कि बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में दार्जिलिंग में 233.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जो राज्य में सबसे अधिक है.

इसके अलावा इस अवधि में कलिमपोंग में 199 मिमी, जलपाईगुड़ी में 151 मिमी और कूच बिहार में 60.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है। भारी बारिश की वजह से तोरसा सहित इलाके की कुछ अन्य नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है. मौसम विभाग ने बताया कि उप हिमालयी क्षेत्र में बृहस्पतिवार को सुबह तक मौसम खराब रहेगा. विभाग ने बताया कि पश्चिम बंगाल के दक्षिणी जिलों में मौसम में बुधवार को अपेक्षाकृत सुधार हुआ जहां पर कम दबाव के क्षेत्र की वजह से 17 अक्टूबर से ही बारिश हो रही थी.

यह भी पढ़ें-केरल में भारी बारिश के चलते अलर्ट जारी, अब तक 39 की मौत

हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि बुधवार को दिन में एक-दो स्थानों पर आंधी, बिजली की चमक तथा बादलों की गरज के साथ बारिश हो सकती है. वहीं, बृहस्पतिवार से राज्य के दक्षिणी इलाकों में शुष्क मौसम रहेगा.

(पीटीआई-भाषा)

कोलकाता : उत्तरी बंगाल में भारी बारिश से बुधवार को आम जनजीवन प्रभावित रहा. मौसम विभाग ने दार्जिलिंग, कलिमपोंग और अलीपुरदुआर जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी करते हुए बृहस्पतिवार की सुबह तक तीनों जिलों में एक दो स्थानों पर मूसलाधार बारिश का पूर्वानुमान जताया है.

मौसम विभाग के मुताबिक, जलपाईगुड़ी और कूच बिहार में भी मूसलाधार बारिश की संभावना है. अधिकारियों ने बताया कि कलिमपोंग जिले में भूस्खलन की वजह से सड़क संपर्क टूट गया है और कलिमपोंग कस्बे से पेडोंग, लावा और अलगारा सहित कई बस्तियों को जोड़ने वाली सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं.

उन्होंने बताया कि तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई है और सिलीगुड़ी को सिक्किम की राजधानी गंगटोक से जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10, तीस्ता बाजार इलाके में जलमग्न हो गया है जिसकी वजह से यातायात में समस्या आ रही है.

उन्होंने बताया कि दार्जिलिंग जिले में सिलीगुड़ी शहर के बाहरी इलाके के मैत्रीगारा में बालसोन नदी पर बना पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है. सिलीगुड़ी के पुलिस आयुक्त गौरव शर्मा ने बताया कि पुल के क्षतिग्रस्त होने की वजह से चारपहिया वाहनों का मार्ग परिवर्तन किया गया है जबकि दुपहिया वाहनों और पैदल यात्रियों को पुल से जाने की अनुमति दी जा रही है.

सिलीगुड़ी में बाधित हुआ यातायात

उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि हम लोगों से अपील कर रहे हैं कि मार्ग परिवर्तन के चलते वे लंबे रास्ते से जाने की योजना बनाएं. अधिकारियों ने बताया कि दुर्गा पूजा के दौरान पहाड़ी इलाकों में गए सैकड़ों पर्यटक अपने अगले गंतव्यों पर जाने या घर लौटने के लिए रेलवे स्टेशन या बागडोगरा हवाई अड्डे तक पहुंचने में भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से मुश्किल का सामना कर रहे हैं.

उन्होंने बताया कि जलपाईगुड़ी जिले के कई निचले इलाके तीस्ता और जलढाका नदियों का जलस्तर बढ़ने की वजह से बाढ़ की चपेट में आए गए है और इन इलाकों में बसे लोग सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं. मौसम विभाग ने बताया कि बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में दार्जिलिंग में 233.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जो राज्य में सबसे अधिक है.

इसके अलावा इस अवधि में कलिमपोंग में 199 मिमी, जलपाईगुड़ी में 151 मिमी और कूच बिहार में 60.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है। भारी बारिश की वजह से तोरसा सहित इलाके की कुछ अन्य नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है. मौसम विभाग ने बताया कि उप हिमालयी क्षेत्र में बृहस्पतिवार को सुबह तक मौसम खराब रहेगा. विभाग ने बताया कि पश्चिम बंगाल के दक्षिणी जिलों में मौसम में बुधवार को अपेक्षाकृत सुधार हुआ जहां पर कम दबाव के क्षेत्र की वजह से 17 अक्टूबर से ही बारिश हो रही थी.

यह भी पढ़ें-केरल में भारी बारिश के चलते अलर्ट जारी, अब तक 39 की मौत

हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि बुधवार को दिन में एक-दो स्थानों पर आंधी, बिजली की चमक तथा बादलों की गरज के साथ बारिश हो सकती है. वहीं, बृहस्पतिवार से राज्य के दक्षिणी इलाकों में शुष्क मौसम रहेगा.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Oct 20, 2021, 8:11 PM IST
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