बेंगलुरु : कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भारी बारिश के चलते बेंगलुरु के कुछ हिस्सों में जलजमाव होने के बाद शुक्रवार को कहा कि राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की चार टीमें गठित की जाएंगी और शहर में बाढ़ से बचने के लिए दीर्घकालिक और अल्पकालिक योजनाओं के लिए धन आवंटित किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि 64 बचाव दलों के सदस्यों की संख्या होमगार्ड और ‘सिविल डिफेंस’ से अधिक लोगों की भर्ती करके बढ़ायी जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि गर्मियों के दौरान नालों की गाद निकालने का काम किया जाएगा.
बोम्मई ने कहा कि बेंगलुरू में एक आपदा मोचन टीम है, जिसे बढ़ाकर चार किया जाना चाहिए. राज्य आपदा मोचन कोष और वित्त विभाग की मदद से चार टीमों का गठन किया जाएगा. हुबली से लौटने के तुरंत बाद, मुख्यमंत्री ने शहर के कई हिस्सों में पानी भरने पर अधिकारियों की एक आपात बैठक बुलाई.
देश की आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) राजधानी में बृहस्पतिवार को हुई भारी बारिश से कई इलाके जलमग्न हो गए. चामराजपेट और आसपास के इलाकों में गाड़ियां सड़कों पर जलजमाव होने से फंस गई. कई निचले इलाकों में पानी घुस गया और पेड़ गिर गए. मुख्यमंत्री ने इस साल बारिश का मौसम विस्तारित होने का जिक्र करते हुए कहा कि मौसम विभाग ने अगले चार-पांच दिनों के दौरान बारिश होने का अनुमान जताया है.
बोम्मई ने कहा कि 64 बचाव दल हैं जिनमें से प्रत्येक में 15 सदस्य हैं. उन्होंने कहा कि सदस्यों को बढ़ाकर कम से कम 30 किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इन टीमों में होमगार्ड और सिविल डिफेंस स्वयंसेवकों को जोड़ा जाएगा. बेंगलुरु में बाढ़ के कारणों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें इस तथ्य का पता चला है कि कई नाले भर गए हैं, जिसके कारण पानी का निकास रुक गया है.
बोम्मई ने कहा कि नालों की पुरानी दीवारें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. बेंगलुरु में बड़े नालों की कुल लंबाई 842 किलोमीटर है और 389 किलोमीटर लंबी दीवार बनाई गई है. हमने बाकी का काम नगरोत्थान योजना के तहत शुरू कर दिया है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे जलजमाव के कारणों और जल-जमाव समाप्त करने के लिए दीर्घकालिक और अल्पकालिक उपायों के लिए की प्रगति के बारे में मासिक आधार पर उन्हें जानकारी दें.
(पीटीआई-भाषा)