नई दिल्ली: दिल्ली में आयोजित जी-20 समिट की ड्यूटी में लगे 13 कर्मचारियों की तबीयत बिगड़ गई. तबीयत बिगड़ने पर सभी को लोकनायक अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि इन 13 मरीजों में तीन सीआरपीएफ के जवान भी शामिल थे. तीनों जवानों की ड्यूटी राजघाट पर विदेशी मेहमानों के आगमन के चलते लगाई गई थी. वहां पर गर्मी और उमस के कारण इन जवानों और अन्य कर्मियों की तबीयत बिगड़ गई. सुरेश कुमार ने बताया कि समिट के दौरान किसी भी वीवीआईपी मरीज को अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया. बताया कि इन सभी 13 मरीजों को तबीयत ठीक होने पर सोमवार को छुट्टी दे दी गई.
पाबंदियां हटते ही अस्पतालों में बढ़ी भीड़ः जी-20 सम्मेलन को लेकर राजधानी में 8 से 10 सितंबर तक कड़ी पाबंदी लगाई गई थी. सोमवार को सभी पाबंदियों का हटा दिया गया. इसके बाद बाजार से लेकर अस्पताल तक में लोगों की भीड़ दिखी. शुक्रवार और शनिवार को दिल्ली के अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों की संख्या सामान्य दिनों के मुकाबले काफी कम रही थी. इहबास अस्पताल की ओपीडी में शुक्रवार और शनिवार को मात्र 300-400 मरीज पहुंचे थे. जबकि, सोमवार को 2000 से ज्यादा मरीज अस्पताल की ओपीडी में इलाज कराने पहुंचे.
ये भी पढ़ें: जी-20 सम्मेलन की समाप्ति के बाद दिल्ली में जाम ही जाम, लोगों को हो रही बड़ी परेशानी
लोकनायक में 6 हजार पहुंचे मरीजः इसी तरह जीटीबी अस्पताल की ओपीडी में शुक्रवार व शनिवार को 12 सौ के करीब मरीज पहुंचे थे, जबकि आज करीब 4000 मरीज अस्पताल की ओपीडी में इलाज कराने पहुंचे. अगर दिल्ली सरकार के सबसे बड़े अस्पताल लोकनायक की बात करें तो अस्पताल की ओपीडी में आज करीब 6000 मरीज पहुंचे, जबकि शुक्रवार को जी-20 की पाबंदियों के चलते अस्पताल की ओपीडी में मात्र 2200 मरीज ही पहुंचे थे.
इसी तरह दिल्ली सरकार के अन्य बड़े अस्पतालों जीबी पंत, बाबा साहेब आंबेडकर, दीन दयाल उपाध्याय, एम्स, सफदरजंग और आराम आरएमएल में भी मरीजों की संख्या शुक्रवार और शनिवार के मुकाबले 3 गुने से भी अधिक रही.
ये भी पढ़ें: G20 summit 2023: लोकनायक अस्पताल में 40 डॉक्टरों की टीम रहेगी 24 घंटे तैयार, किए गए ये इंतजाम