हैदराबाद: हील स्कूल ने घोषणा की है कि उसने सत्र 2023-24 के लिए दाखिले शुरू कर दिए हैं. स्कूल ने कक्षा 1 और 2 में बच्चों के आवेदन स्वीकार करना शुरू कर दिया है. कक्षा 3 से 5 में केवल सीमित सीटें उपलब्ध हैं. हालांकि जिन बच्चों के माता-पिता दोनों ही जीवित नहीं हैं उनको पूरे वर्ष कक्षा 1 से 8 तक प्रवेश दिया जा सकता है. प्रवेश से संबंधित जानकारी info@healparadise.org, healschool@healparadise.org पर भी उपलब्ध है.
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दाखिले का मानदंड: हील स्कूल 18 वर्ष से कम उम्र के उन बच्चों को प्राथमिकता देता है, जिनके माता-पिता दोनों की मृत्यु हो चुकी है. या माता-पिता में से कोई एक ही जीवित है. स्कूल में ऐसे बच्चों को प्रवेश दिया जाता है जो पारिवारिक रूप से उपेक्षित हैं या किसी दुर्व्यहार से पीड़ित हैं. या फिर इसी तरह के अन्य मामलों वाले बच्चों जो किसी तरह से समाज से उपेक्षित हैं. राज्य में 21 हील स्कूल हैं.
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स्कूल की विशेषताएं: इन स्कूलों में योग्य शिक्षक पढ़ाते हैं. अंतरराष्ट्रीय दूरस्थ शिक्षा संकाय (डीईएफ), स्मार्ट रूम में ऑनलाइन कक्षाएं, अच्छी तरह से सुसज्जित प्रयोगशालाएं और 10,000 से अधिक पुस्तकों के साथ लाइब्रेरी सुविधा, आरओ का पीने का पानी, गर्म पानी की सुविधा, लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग छात्रावास, विशाल डाइनिंग हॉल, सोलर किचन, ऑर्गेनिक फार्म और इको-फ्रेंडली प्रैक्टिस, मौसमी पौष्टिक भोजन मेनू की सुविधा उपलब्ध है.
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अन्य सुविधाओं की बात करें तो बच्चों को इन-हाउस स्कूल क्लब और बाहरी सह-पाठयक्रम गतिविधियों और प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. यहां एक नवाचार और उद्यमिता केंद्र, एआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, 3-डी प्रिंटिंग में प्रशिक्षण, डिजाइन सोच और अन्य 21वीं सदी के कौशल शामिल हैं. स्कूल में अंतरराष्ट्रीय मानकों के साथ 400 मीटर का रनिंग ट्रैक, बास्केटबॉल कोर्ट, कबड्डी, खो-खो, वॉलीबॉल, हैंडबॉल कोर्ट, योग हॉल आदि है.
हील स्कूल एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो अनाथ बच्चों, वंचितों, दृष्टिहीन और दिव्यांग बच्चों की मदद करता है. ये संगठन भारत में सबसे अधिक वंचित बच्चों को सशक्त बनाता है. हील स्कूल के बच्चों ने सह-पाठयक्रम गतिविधियों जैसे गायन, नृत्य, स्किट, निबंध लेखन, वाद-विवाद आदि में कई राष्ट्रीय और राज्य स्तर के पुरस्कार जीते हैं.
उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छी रैंक हासिल की. यहां पढ़ें बच्चों ने विश्वविद्यालय परिसरों में भी अच्छा प्रदर्शन किया है. उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में आंध्र प्रदेश का प्रतिनिधित्व भी किया है.
संगठन हील पैराडाइज पर भी काम कर रहा है जो उनकी अब तक की सबसे बड़ी परियोजना है. पैराडाइज नाम का आगामी इको-फ्रेंडली चिल्ड्रन विलेज, आंध्र प्रदेश और भारत के अन्य हिस्सों के 1,000 अनाथ और वंचित बच्चों के लिए एक घर प्रदान करेगा.
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