नई दिल्ली : जीमेट परीक्षा हैकिंग (GMAT exam hacking) मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने खुलासा किया है कि वह अब तक 400 से ज्यादा परीक्षार्थियों का सेलेक्शन करवा चुके थे. दिल्ली पुलिस के हवलदार ने ग्राहक बनकर उनसे संपर्क किया तो उसे जीमैट में 97 परसेंट नंबर आरोपियों ने दिलवा दिए.
इस परीक्षा में 18 छात्रों की मदद के साक्ष्य पुलिस को मिले हैं. आरोपी जीमैट के अलावा जेईई, भारतीय सेना, नेवी एसएससी आदि ऑनलाइन परीक्षाओं में भी हैकिंग (hacking in online exams) के जरिए छात्रों को पास कराते थे.
डीसीपी केपीएस मल्होत्रा (DCP kps malhotra) के अनुसार, इस सिंडिकेट में मुख्य रूप से तीन मॉड्यूल (Modules of exam hacking) थे. पहला मॉड्यूल मुंबई का था. इस मॉड्यूल का काम ऐसे लोगों को तलाशना था, जो परीक्षा में अच्छा स्कोर चाहते हैं और उसके लिए अच्छी कीमत चुकाना चाहते हैं.
इस मॉड्यूल के तीन लोग मुंबई से गिरफ्तार किए गए हैं. इनकी पहचान ए. धुना, एस धुना और एच शाह के रूप में की गई. दूसरा मॉड्यूल परीक्षा सॉल्व करने वालों का है, जो दिल्ली एनसीआर में एक्टिव था.
इस मॉड्यूल के दो आरोपियों के. गोयल और एम. शर्मा को साइबर सेल ने गिरफ्तार (Delhi cyber cell arrested accused of gmat exam hacking) किया है. इस गैंग में तीसरा मॉड्यूल हैकर का था. वह सॉल्वर को इस परीक्षा में अवैध रूप से एक्सेस दिलवाता था. इसका एक सदस्य राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है. उसका नाम राज तेवतिया है.
राज ने इस काम के लिए रशियन हैकर भी रखे हुए थे. बीते 6 महीने से वह फरार चल रहा था. यह मॉड्यूल बीते 2 साल से परीक्षा में फर्जीवाड़ा कर रहा था. स्पेशल सेल ने अपने हवलदार मनप्रीत को जीमैट परीक्षा में अच्छे नंबर लाने के लिए ग्राहक बनाकर इनके पास भेजा था. इस परीक्षा में उसके 800 में से 780 नंबर आए हैं, जो लगभग 97% है. परीक्षा सॉल्व करने वालों में बीटेक पढ़े युवक शामिल हैं. मुंबई से जुड़े जो लोग हैं वह अपने इंस्टिट्यूट भी चला रहे हैं. वह कंप्यूटर ट्रेनिंग भी करवाते हैं.
अलग-अलग परीक्षाओं के लिए आरोपी 10 से 15 लाख रुपये तक चार्ज करते थे. जीमैट परीक्षा अच्छे नंबर से पास करवाने के लिए आरोपियों ने दिल्ली पुलिस के हवलदार से 3 लाख रुपये में डील तय की थी. इसके लिए कुछ रकम उसके बैंक खाते में भी भेजी गई थी. आरोपी केवल टेलीग्राम और वाट्सऐप पर ही बात करते थे.
राज तेवतिया 2018 में रूस गया था. वहां पर उसने दो हैकरों से संपर्क किया था. इनमें से एक हैकर उसके साथ यहां आया था और लॉकडाउन में वह फंस गया था. सीबीआई एवं हरियाणा पुलिस के पास दर्ज मामले जेईई परीक्षा में हुए फर्जीवाड़े से संबंधित हैं. आरोपी अल्ट्रा व्यूअर सॉफ्टवेयर के मदद से इस फर्जीवाड़े को अंजाम देते थे.
राज से पूछताछ में पता चला है कि वह मूल रूप से हरियाणा के पलवल का रहने वाला है. वह बीए प्रथम वर्ष तक पढ़ा हुआ है. 2017 में उसने आगरा में एक लैब खोली थी और इसके जरिए ऑनलाइन एग्जामिनेशन हैकिंग का काम शुरू किया. अब तक 400 से ज्यादा छात्रों की परीक्षाएं हैकिंग के जरिए वह दिलवा चुका था.
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इतना ही नहीं अभी कि जीमैट परीक्षा में उसने 18 परीक्षार्थियों के लिए हैकिंग कर परीक्षा पास करवाई थी. राज बीते तीन साल से इस तरह से फर्जीवाड़ा करने में जुटा हुआ था. इसी वजह से हरियाणा पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम रखा हुआ था.