बेंगलुरु: पूर्व प्रधान मंत्री और जेडीएस सुप्रीमो एचडी देवेगौड़ा ने आलोचकों से सवाल किया कि कांग्रेस को धर्मनिरपेक्षता की बात करने का क्या नैतिक अधिकार है? वे कहें कि इस देश में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से भाजपा से जुड़े बिना कोई भी राजनीतिक दल बेदाग हैं. यदि कोई पार्टी है, तो आप हमसे सवाल कर सकते हैं. बुधवार को पार्टी कार्यालय जेपी भवन में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बातें कही.
उन्होंने कहा कि यह बात जगजाहिर है कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी को हराने के लिए लेफ्ट के कुछ नेताओं ने बीजेपी के साथ मिलकर काम किया है. उन्होंने कांग्रेसियों को जवाब देते पूछा कि 'आपकी पवित्रता कहां है?' कुमारस्वामी के भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं से संपर्क करने से पहले, मैंने सबसे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से चर्चा की. गुप्त रूप से कोई चर्चा नहीं हुई. उनसे बात करते हुए मैंने उन्हें कर्नाटक के हालात के बारे में जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि मैंने अमित शाह से हर बात पर चर्चा की है. हमें किसी से डरने की जरूरत नहीं है. देवेगौड़ा ने सवाल किया कि 'पिछले 60 वर्षों के मेरे संघर्ष में, इस पार्टी द्वारा किसी भी समुदाय के साथ गलत व्यवहार नहीं होने दिया गया. चाहे वह कोई भी समुदाय हो. आज ऐसा क्यों हुआ, इसका जिम्मेदार कौन है? कर्नाटक में कुमारस्वामी की सरकार को (2018 में) किसने हटाया? 17 विधायकों को मुंबई किसने भेजा? भाजपा को राज्य में सरकार बनाने की अनुमति किसने दी? आइए इस पर चर्चा करें. इस सबके लिए कौन जिम्मेदार है?'
उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि आज हमने बीजेपी से रिश्ता क्यों बना लिया है. तब कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बनने के लिए उनके दरवाजे तक नहीं गए. हमारे पास कौन आए, गुलाब नबी आजाद और राजस्थान के सीएम हमारे घर आए और मेरे साथ जबरदस्ती की. फिर भी मैंने कहा कि मुझे तुम्हारा साथ नहीं चाहिए. फिर भी उन्होंने जिद की.