चंडीगढ़: पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में पंजाब पुलिस अब तक 8 आरोपियों और संदिग्धों को गिरफ्तार कर चुकी है. ताजा गिरफ्तारी हरियाणा के सिरसा जिले से संदीप उर्फ केकड़ा के रूप में हुई है. केकड़ा पर आरोप है कि वो मूसेवाला का फैन बनकर रास्ते में मिला था. उसके बाद उसने सारी जानकारी हत्या करने वाले शूटरों की दी. हत्या वाले दिन घटनास्थल से कुछ दूर पहले रास्ते में रोककर कुछ लोग मूसेवाला से ऑटोग्राफ ले रहे हैं. इसका सीसीटीवी (moose wala cctv video) वीडियो भी सामने आया था. पुलिस के मुताबिक इन्हीं लोगों में हरियाणा का बदमाश संदीप उर्फ केकड़ा शामिल था.
यही नहीं इस मामले में सबसे ताजा खुलासा ये है कि सिद्धू मूसेवाला की रेकी पिछले पांच महीने से हो रही थी. पंजाब एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के एडीजीपी प्रमोद बाण बताया कि पांचवे मुलजिम प्रभदीप सिद्धू उर्फ पब्बी ने जनवरी 2022 में हरियाणा से आए कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के दो साथियों को पनाह दी थी. उनके द्वारा सिद्धू मूसेवाला के घर और आसपास के इलाकों की रेकी (Sidhu Moose wala Recce) भी करवाई गई थी. जबकि हरियाणा के सोनीपत के बदमाश मोनू डागर ने गोल्डी बराड़ के निर्देशों पर इस कत्ल को अंजाम देने के लिए शूटरों की टीम बनाने के लिए दो शूटरों का प्रबंध किया था.
प्रमोद बाण ने कहा हरियाणा से गिरफ्तार पवन बिश्नोई और नसीब ने बोलेरो गाड़ी शूटरों को सौंपी थी और उनको पनाह भी दी थी. इस मामले में अब तक पंजाब पुलिस ने जिन 8 लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें से 5 हरियाणा के हैं. इनमें संदीप सिंह उर्फ केकड़ा (निवासी सिरसा, हरियाणा), मनप्रीत सिंह उर्फ मन्ना (निवासी तलवंडी साबो, बठिंडा) मनप्रीत भाऊ (निवासी ढैपयी, फरीदकोट, पंजाब) सारज मिंटू (निवासी गांव दोदे कलसिया, अमृतसर), प्रभदीप सिद्धू उर्फ पब्बी (निवासी तख़्त-मल्ल हरियाणा), मोनू डागर (निवासी गांव रेवली, सोनीपत हरियाणा) पवन बिश्नोई और नसीब (दोनों निवासी फतेहाबाद, हरियाणा) शामिल हैं. पुलिस ने इस वारदात में शामिल चार शूटरों की भी पहचान कर ली है.
गिरफ्तार किये गये व्यक्तियों की भूमिकाओं का खुलासा करते हुये एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के एडीजीपी प्रमोद बाण ने कहा कि गोल्डी बराड़ और सचिन थापन के निर्देशों पर संदीप उर्फ केकड़ा ने अपने आप को मूसेवाला के प्रशंसक के तौर पर पेश करके उस पर नजर रखी हुई थी. वारदात से कुछ समय पहले जब गायक अपने घर से जा रहा था, उस समय केकड़ा ने गायक के साथ सेल्फी भी खींची थी. सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को पंजाब के मानसा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मूसेवाला हत्या वाले दिन शाम करीब 4.30 बजे गुरविन्दर सिंह (पड़ोसी) और गुरप्रीत सिंह (चचेरे भाई) के साथ अपनी थार गाड़ी में घर से निकले थे.
सिद्धू मुसेवाला हत्याकांड (Sidhu Moose Wala Murder) में जिन शार्प शूटरों की पहचान हुई है उनमें से एक सोनीपत के सिसाना गढ़ी गांव का प्रियव्रत फौजी और दूसरा अंकित सेरसा जाटी है. पुलिस सूत्रों की मानें तो प्रियव्रत फौजी 18 मार्च 2021 को सोनीपत में गैंगस्टर बिट्टू बरोणा के पिता की हत्याकांड में भी शामिल था. प्रियव्रत फौजी रामकरण बैंयापुर गैंग का शार्प शूटर भी रहा है. इस पर दो हत्या समेत दर्जन भर संगीन मामले दर्ज. जबकि दूसरे बदमाश अंकित की कोई क्राइम हिस्ट्री फिलहाल सोनीपत पुलिस के पास नहीं है.
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में हरियाणा कनेक्शन- इस वारदात में हरियाणा से लगातार जुड़ते जा रहे हैं. फतेहाबाद (Moose wala Murder Case Fatehabad Connection) के बाद ये गैंगस्टरों का ये गठजोड़ सोनीपत तक पहुंच चुका है. हत्या से 4 दिन पहले यानि 25 मई को एक बोलेरो गाड़ी को फतेहाबाद के रतिया चुंगी से जाते हुए सीसीटीवी फुटेज में देखा गया था. फिर यही बोलेरो गाड़ी हांसपुर रोड से होते हुए हांसपुर की ओर रवाना हो गई. बताया जा रहा है कि यह वही बोलेरो है जो सिद्धू मूसेवाला की हत्या से तीन चार दिन पहले रेकी के लिए इस्तेमाल की गई थी. इसी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हरियाणा के दो बदमाशों की पहचान कर ली गई है.
बोलेरो गाड़ी के दूसरे सीसीटीवी (sidhu moose wala bolero cctv) में ये भी सामने आया है कि संदिग्ध हत्यारे जिस बोलेरो गाड़ी में सवार थे वो फतेहाबाद बिसला पेट्रोल पंप पर तेल डलवाने के लिए भी रुकी थी. इसमें बैठे दो युवक नीचे उतरते हुए दिखाई दे रहे हैं. जानकारी के मुताबिक बोलेरो से उतरते ही उनकी चेहरा भी सीसीटीवी के सामने साफ दिख गया. इसकी वजह से पुलिस ने इनकी पहचान कर ली है. गाड़ी से उतरकर पेट्रोल भरने वाले शख्स से बात करते हुए इन दोनों बदमाशों की पहचान सोनीपत (Sonipat gangster in Sidhu Moose wala murder) के कुख्यात गैंगस्टर प्रियव्रत फौजी और अंकित सेरसा जाटी के रूप में हुई है. इनमें से प्रियव्रत फौजी हरियाणा का वांटेड बदमाश है. जिसके खिलाफ कई गंभीर मामले दर्ज हैं.