चंडीगढ़: भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण की गिरफ्तारी, किसानों की कर्ज माफी, मुआवजा में बढ़ोतरी, फसलों पर एमएसपी, SYL निर्माण समेत 25 सूत्रीय मांगों को लेकर सर्वखाप ने 14 जून को हरियाणा बंद का ऐलान किया था. एक या दो जिलों में छोड़कर हरियाणा बंद का कहीं भी असर देखने को नहीं मिला. सर्वखाप की तरफ से ऐलान किया गया था कि 14 जून को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक हरियाणा बंद रहेगा. इस दौरान हरियाणा के सभी टोल प्लाजा बंद किए जाएंगे. रेल और सड़क यातायात बंद किया जाएगा. दिल्ली के लिए फलों, सब्जियों और दूध की सप्लाई बंद की जाएगी.
झज्जर में डीसी के आश्वासन के बाद खोला जाम: हरियाणा बंद का असर झज्जर जिले में देखा गया. यहां सर्व खाप के हरियाणा बंद के आह्वान को लेकर भूमि बचाओ संघर्ष समिति ने बहादुरगढ़ हाईवे को जाम कर दिया. महिलाएं भी बड़ी संख्या में इस प्रदर्शन में शामिल हुई. किसान हाईवे के बीचों बीच बैठ गए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान बहादुरगढ़ हाईवे पर कई किलोमीटर तक वाहनों की लंबी लाइन लग गई. जिसके बाद झज्जर ट्रैफिक पुलिस ने रूट को डायवर्ट किया. जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने किसानों को समझाने की कोशिश की, लेकिन किसान नहीं माने.
करीब तीन घंटे बीत जाने के बाद भारत भूमि बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष रमेश दलाल के साथ डीसी शक्ति सिंह ने बात की. जिसके बाद किसानों ने जाम खोल दिया. ये जाम करीब तीन घंटे का ही था. इस दौरान रेल यातायात और बाजार सामान्य रूप से चलता रहा. डीसी शक्ति सिंह ने किसानों को आश्वासन कि अगले तीन-चार दिन में वो किसानों के मुलाकात सीएम से करवा देंगे. इसके बाद किसानों ने हाईवे जाम ना करने की बात मान ली और बहादुरगढ़ हाईवे को खाली कर दिया. ऐसे ही कुंडली मानेसर पवलव एक्सप्रेस वे यानी केएमपी पर धरना दे रहे किसानों को पुलिस अधिकारी ने आश्वसान देकर उठाया.
रेल और सड़क यातायात पर नहीं असर: सर्वखाप के हरियाणा बंद ऐलान का पूरे प्रदेश में रेल यातायात पर कोई असर देखने को नहीं मिला. रोजाना की तरह ट्रेनें अपने निर्धारित समय पर चली. जबकि सर्वखाप की तरफ से ऐलान किया गया था कि हरियाणा बंद के तहत रेल यातायात को भी रोका जाएगा, लेकिन उनके इस ऐलान का रेल यातायात पर कोई असर देखने को नहीं मिला. इसके अलावा हरियाणा रोडवेज की बसें भी बिना किसी रुकावट के चलती रहीं. दिल्ली से चंडीगढ़ या फिर चंडीगढ़ से दिल्ली जाने वाली बसें सुचारू रूप से जारी रहीं.
सुचारू रूप से चले टोल प्लाजा: सर्वखाप की तरफ से हरियाणा के टोल प्लाजाओं को भी सुबह 10 से शाम 4 बजे तक बंद करने का ऐलान किया गया था. बहादुरगढ़ को छोड़कर कहीं भी किसान या खाप पंचायतों के सदस्य टोल बंद करवाने ही नहीं पहुंचे. लिहाजा रोजाना की तरह टोल प्लाजा भी सुचारू रूप से जारी रहे.
दिल्ली के पानी सप्लाई को बंद करने कोशिश: भारत भूमि बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले किसानों ने दिल्ली को जाने वाले पानी के सप्लाई को बंद करने की कोशिश की. किसान नेता रमेश दलाल ने दावा किया कि सोनीपत की मुनक नहर को उनके संगठन से जुड़े किसानों ने ही तोड़ा है, ताकि दिल्ली के लिए पानी की सप्लाई बंद हो सके. जैसे ही सिंचाई विभाग को मुनक नहर के टूटने की खबर मिली तो उन्होंने मुनक नहर के पानी को साथ लगती पैरलर नहर में डायवर्ट कर दिया. जिससे किसानों की दिल्ली को पानी सप्लाई बंद करने की योजना पर पानी फिर गया. इसके बाद सिंचाई विभाग ने मुनक नहर पर लगे कट को ठीक करवाया.
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सब्जियों और दूध की सप्लाई नहीं हुई बाधित: सर्वखाप ने ऐलान किया था कि हरियाणा बंद के तहत दिल्ली के लिए फल, सब्जियों और दूध की सप्लाई पर रोक रहेगा, लेकिन इस सेवा पर भी हरियाणा बंद का कोई असर देखने को नहीं मिला. जब सड़क और रेल यातायात ही बंद नहीं हुआ तो फल और सब्जियों की सप्लाई कैसे बाधित होती. हरियाणा से दिल्ली में फल, सब्जियों और दूध की सप्लाई भी रोजाना की तरह बिना किसी बाधा के हुई.
क्या हैं 25 सूत्रीय मांगें? 11 जून को मांडोठी टोल पर हुई जनता संसद में बृजभूषण शरण की गिरफ्तारी, मंत्री संदीप सिंह के इस्तीफे, जमीन अधिग्रहण के बदले कलेक्टर रेट का चार गुना अधिक मुआवजा, एमएसपी गारंटी कानून, किसानों की कर्ज माफी, एसवाईएल और समगोत्र विवाह निषेध कानून बनाने की मांग की गई थी. इसके अलावा किसान नेता गुरनाम चढूनी समेत अन्य किसानों की रिहाई की मांग की गई. जो एक दिन पहले ही पूरी हो गई थी.