Hariyali Teej : हरियाली तीज हिंदू संस्कृति के सबसे खूबसूरत त्योहारों में से एक है क्योंकि इसमें सभी विवाहिता और अविवाहित कन्याएं सुखी वैवाहिक जीवन के लिए व्रत रखती हैं. सभी महिलाएं इस दिन विशेष साज-श्रृंगार कर त्योहार मनाती हैं और व्रत-पूजा करती हैं. हरियाली तीज का त्यौहार मुख्यतः उत्तर भारत में मनाया जाता है. मान्यता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी, हरियाली तीज के ही दिन माता पार्वती और भगवान शिव का पुनर्मिलन हुआ था, तब से यह हरियाली तीज का त्यौहार मनाया जाता है.
मान्यता है कि हरियाली तीज का व्रत अविवाहित कन्याएं और सुहागिन महिला दोनों के ही लिए खास होता है. हरियाली तीज का त्यौहार सावन के महीने में आता है इसलिए माता पार्वती के साथ ही भगवान शिव की भी पूजा की जाती है और दोनों के आशीर्वाद से सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद प्राप्त होता है. हरियाली तीज का त्यौहार इस बार 19 अगस्त 2023 को मनाया जाएगा और तृतीया तिथि रात 10:19 तक ही है.
हरियाली तीज की तैयारी एवं पूजा
- इस दिन सुबह नित्य कर्मों से निवृत्त होकर सभी महिलाएं स्नान आदि करके शिव मंदिर जाएं, भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा करें और उसके बाद व्रत का संकल्प लें.
- सुबह पूजा के बाद साज-श्रृंगार करें, सभी विवाहिता एवं अविवाहित कन्याएं, खासतौर से हरे रंग के कपड़े, चूड़ियां जरूर आदि जरूर पहनें.
- एक लकड़ी के तख्ते पर माता पार्वती, भगवान शिव की प्रतिमा स्थापित करें. उनको फूलों से सजाएं धूप-दीप आदि से उनकी पूजा करें. पूरे दिन निराहार व्रत रखें
- दिनभर यथासंभव ॐ श्री उमा महेश्वराय नमः , और ओम सर्व मंगल मंगल शिवे सर्वार्थ साधिके, शरण्यै त्रयम्बिके गौरी नारायणी नमोस्तुते.. मंत्र का जाप करें.
- रात में भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा करें, हरियाली तीज व्रत की कथा पढ़े और आरती करें.
- भगवान शिव, माता पार्वती से सुखी वैवाहिक जीवन के लिए कामना करें.
- पूजा के बाद अपने माता-पिता, सास-ससुर और घर के बड़े जनों का आशीर्वाद लें.