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आज है माघ पूर्णिमा का स्नान, दान-पुण्य से मिलता है 32 गुना फल

आज माघ पूर्णिमा का स्नान पर्व है. माघ शुक्ल पक्ष की उदया तिथि पूर्णिमा और दिन शनिवार है. पूर्णिमा तिथि 27 फरवरी दोपहर 1 बजकर 47 मिनट तक रहेगी. इसके बाद फाल्गुन कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि लग जायेगी. इसलिए शनिवार को ही स्नान दान की माघी पूर्णिमा है.

Magh Purnima Snan 2021
माघ पूर्णिमा स्नान
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Published : Feb 27, 2021, 9:04 AM IST

हरिद्वार : पूरे देश के साथ ही हरिद्वार में भी माघ पूर्णिमा का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. माघ पूर्णिमा पर्व का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है. कुंभ पर्व का चौथा माघ पूर्णिमा का स्नान आज से शुरू हो गया है. शास्त्रों में माघ महीना भगवान विष्णु का माह माना जाता है और इस माह को महीनों का राजा भी कहा जाता है. इस अवसर पर गंगा स्नान करने को पुण्यकारक माना जाता है. धर्मनगरी हरिद्वार में माघ पूर्णिमा का स्नान करने के लिए सुबह से ही गंगा घाटों पर आना शुरू हो गया. जिला प्रशासन और मेला पुलिस द्वारा माघ पूर्णिमा स्नान के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए है.

रिद्वार में भी माघ पूर्णिमा का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा

हिन्दू मान्यता के अनुसार माघ पूर्णिमा पर स्नान करने वाले जातकों को सुख-सौभाग्य और संतान सुख प्राप्त होता है. माघ पूर्णिमा पर दान, हवन, व्रत और जप किए जाते हैं. माघ पूर्णिमा के बारे में पुराणों में कहा गया है जो इस अवसर पर गंगा में स्नान करता है, उसके सारे कष्ट मिट जाते हैं. पंडित मनोज त्रिपाठी ने बताया कि आज के दिन गंगा स्नान करने समय मां गंगा के मन्त्र का जाप करें. जिससे जातक को सारे कष्टों से मुक्ति मिल जाती है. माघ मास को भगवान विष्णु का मास कहा जाता है. विष्णु के मन्त्र का जाप भी करना पुण्य होता है. माना जाता है कि आज के दिन देव गंगा स्नान कर अपने लोक में प्रवास करते हैं. इसलिए आज का स्नान देवों के साथ स्नान करने जैसा है. गंगा के तट पर इन मंत्रों के जाप का फल पूरे साल मिलता है. आज माघ पूर्णिमा पर पुष्य नक्षत्र भी पड़ रहा है और कुंभ पर्व का अवसर होने से गंगा स्नान करना विशेष फलदायक है. यह भी मान्यता है कि जो व्यक्ति साल भर पूर्णिमा स्नान नहीं कर पता है और वो माघ पूर्णिमा स्नान कर ले तो उसे सभी पूर्णिमा स्नान का पुण्य प्राप्त हो जाता है.

माघ पूर्णिमा के स्नान को लेकर श्रद्धालु सुबह से ही जुटने लगे हैं. आज के दिन जो श्रद्धालु गंगा में डूबकी लगा कर गंगा के तट पर तिल का दान करता है उसे लाखों गुना पुण्य की प्राप्ति होती है. वहीं हरिद्वार पहुंचे श्रद्धालुओं में आज माघ पूर्णिमा के स्नान पर काफी जोश देखने को मिला. हालांकि रिमझिम बारिश के कारण सुबह तो हरकी पौड़ी पर भीड़ कम दिखी. लेकिन जैसे ही बारिश रुकी उसके बाद श्रद्धालुओं द्वारा सुहाने मौसम का लुफ्त उठाने के लिए घाटों की ओर रुक किया. उम्मीद की जा रही है जैसे-जैसे दिन चढ़ेगा वैसे-वैसे श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ेगी.

पढ़ें: माघ पूर्णिमा के दिन नदी में स्नान का है विशेष महत्व, जानें शुभ मुहूर्त और विधि-विधान

माघ पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त

  • पूर्णिमा तिथि आरंभ- 26 फरवरी को दोपहर 04 बजकर 49 मिनट से
  • पूर्णिमा तिथि समाप्त- 27 फरवरी दोपहर 01 बजकर 47 मिनट तक

हरिद्वार : पूरे देश के साथ ही हरिद्वार में भी माघ पूर्णिमा का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. माघ पूर्णिमा पर्व का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है. कुंभ पर्व का चौथा माघ पूर्णिमा का स्नान आज से शुरू हो गया है. शास्त्रों में माघ महीना भगवान विष्णु का माह माना जाता है और इस माह को महीनों का राजा भी कहा जाता है. इस अवसर पर गंगा स्नान करने को पुण्यकारक माना जाता है. धर्मनगरी हरिद्वार में माघ पूर्णिमा का स्नान करने के लिए सुबह से ही गंगा घाटों पर आना शुरू हो गया. जिला प्रशासन और मेला पुलिस द्वारा माघ पूर्णिमा स्नान के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए है.

रिद्वार में भी माघ पूर्णिमा का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा

हिन्दू मान्यता के अनुसार माघ पूर्णिमा पर स्नान करने वाले जातकों को सुख-सौभाग्य और संतान सुख प्राप्त होता है. माघ पूर्णिमा पर दान, हवन, व्रत और जप किए जाते हैं. माघ पूर्णिमा के बारे में पुराणों में कहा गया है जो इस अवसर पर गंगा में स्नान करता है, उसके सारे कष्ट मिट जाते हैं. पंडित मनोज त्रिपाठी ने बताया कि आज के दिन गंगा स्नान करने समय मां गंगा के मन्त्र का जाप करें. जिससे जातक को सारे कष्टों से मुक्ति मिल जाती है. माघ मास को भगवान विष्णु का मास कहा जाता है. विष्णु के मन्त्र का जाप भी करना पुण्य होता है. माना जाता है कि आज के दिन देव गंगा स्नान कर अपने लोक में प्रवास करते हैं. इसलिए आज का स्नान देवों के साथ स्नान करने जैसा है. गंगा के तट पर इन मंत्रों के जाप का फल पूरे साल मिलता है. आज माघ पूर्णिमा पर पुष्य नक्षत्र भी पड़ रहा है और कुंभ पर्व का अवसर होने से गंगा स्नान करना विशेष फलदायक है. यह भी मान्यता है कि जो व्यक्ति साल भर पूर्णिमा स्नान नहीं कर पता है और वो माघ पूर्णिमा स्नान कर ले तो उसे सभी पूर्णिमा स्नान का पुण्य प्राप्त हो जाता है.

माघ पूर्णिमा के स्नान को लेकर श्रद्धालु सुबह से ही जुटने लगे हैं. आज के दिन जो श्रद्धालु गंगा में डूबकी लगा कर गंगा के तट पर तिल का दान करता है उसे लाखों गुना पुण्य की प्राप्ति होती है. वहीं हरिद्वार पहुंचे श्रद्धालुओं में आज माघ पूर्णिमा के स्नान पर काफी जोश देखने को मिला. हालांकि रिमझिम बारिश के कारण सुबह तो हरकी पौड़ी पर भीड़ कम दिखी. लेकिन जैसे ही बारिश रुकी उसके बाद श्रद्धालुओं द्वारा सुहाने मौसम का लुफ्त उठाने के लिए घाटों की ओर रुक किया. उम्मीद की जा रही है जैसे-जैसे दिन चढ़ेगा वैसे-वैसे श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ेगी.

पढ़ें: माघ पूर्णिमा के दिन नदी में स्नान का है विशेष महत्व, जानें शुभ मुहूर्त और विधि-विधान

माघ पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त

  • पूर्णिमा तिथि आरंभ- 26 फरवरी को दोपहर 04 बजकर 49 मिनट से
  • पूर्णिमा तिथि समाप्त- 27 फरवरी दोपहर 01 बजकर 47 मिनट तक
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