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लेटकर फरियाद सुनने वाले कानूनगो सस्पेंड, देखिये वीडियो - Chief Minister Pushkar Singh Dhami

हरिद्वार तहसील में तैनात कानूनगो अनिल कंबोज का लेटकर फरियाद सुनने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वहीं, ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लेते हुए कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं.

कानूनगो सस्पेंड
कानूनगो सस्पेंड
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Published : Jul 8, 2021, 7:06 PM IST

हरिद्वार: सोचिये आप कोई फरियाद लेकर किसी सरकारी दफ्तर पहुंचे और वहां मौजूद अधिकारी आराम से लेटकर आपकी परेशानी सुने. ऐसा ही हुआ है उत्तराखंड के हरिद्वार में, जहां कानूनगो को लेटकर फरियाद सुनना महंगा पड़ गया. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो जनाब को सस्पेंड करने के आदेश आ गए.

सीएम की नसीहत, कानूनगो ने की फजीहत

दरअसल एक दिन पहले ही बुधवार को राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हरिद्वार के दौरे पर थे. मुख्यमंत्री अफसरों को जनता के साथ अच्छी तरह से पेश आने और उनकी समस्याएं सुनने की नसीहत दे रहे थे. लेकिन हरिद्वार तहसील के कानूनगो को शायद मुख्यमंत्री की बात समझ नहीं आई और उन्होंने नसीहत की ऐसी फजीहत कर दी कि अब निलंबन के आदेश आ गए.

लेटकर फरियाद सुन रहे थे कानूनगो

जनाब लेटकर सुन रहे थे जनता की फरियाद

तहसील में तैनात कानूनगो अनिल कंबोज अपने दफ्तर में लेटकर लोगों की फरियाद सुन रहे थे. कानूनगो का ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. ईटीवी ने भी मामला उठाया तो संज्ञान लेते हुए कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने जिलाधिकारी को कानूनगो को सस्पेंड करने का आदेश दिया है.

बीजेपी नेता थे फरियादी

आपको बता दें, फरियादी भी कोई आम आदमी नहीं था, बल्कि बीजेपी के पूर्व जिला मंत्री राकेश शर्मा थे. वो अपने काम से तहसील कानूनगो के दफ्तर में गए थे. इस दौरान कानूनगो साहब दफ्तर में फरियादियों की बेंच पर लेटकर आराम फरमा रहे थे. राकेश शर्मा ने जब कानूनगो से अपनी फाइल को देखने के लिए कहा तो कानूनगो साहब बेंच पर अंगड़ाइयां लेते हुए अपने दो असिस्टेंट से बातें करते रहे और उनकी तरफ देखा तक नहीं और न ही उनका काम किया.

राकेश शर्मा ने कहा कि उन्होंने ढाई महीने पहले हथियार के लाइसेंस के लिए अप्लाई किया था. ढाई महीने से पटवारी और कानूनगो दोनों उनकी फाइल को दबाए बैठे हैं और लगातार पैसों की डिमांड कर रहे हैं. वो दफ्तर के कई चक्कर लगा चुके हैं, फिर भी उनका काम नहीं हो रहा है. ऐसे में आप ही अंदाजा लगाइये कि बीजेपी के पूर्व जिला मंत्री के साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है, तो आम जनता का क्या हाल होगा.

पढ़ें- हरदा की धामी को चुनौतीपूर्ण बधाई, कहा- कुछ ऐसा करो कि कांग्रेस के लिए लक्ष्य बड़ा हो

इस वीडियो से अंदाजा लगाया जा सकता है कि भले ही बीजेपी सरकार में दो मुख्यमंत्री बदल दिए गए हों और तीसरा आ चुका हो, लेकिन अफसर अपनी कार्यशैली को बदलने के लिए तैयार नहीं हैं. ये तब है जब नवनियुक्त मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अधिकारियों को कार्यशैली बदलने की चेतावनी तक दे चुके हैं. उधर, वीडियो वायरल होने पर कानूनगो अनिल कंबोज का कहना है कि उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई थी और वह दवाई खाकर बेंच पर लेट गए थे.

हरिद्वार: सोचिये आप कोई फरियाद लेकर किसी सरकारी दफ्तर पहुंचे और वहां मौजूद अधिकारी आराम से लेटकर आपकी परेशानी सुने. ऐसा ही हुआ है उत्तराखंड के हरिद्वार में, जहां कानूनगो को लेटकर फरियाद सुनना महंगा पड़ गया. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो जनाब को सस्पेंड करने के आदेश आ गए.

सीएम की नसीहत, कानूनगो ने की फजीहत

दरअसल एक दिन पहले ही बुधवार को राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हरिद्वार के दौरे पर थे. मुख्यमंत्री अफसरों को जनता के साथ अच्छी तरह से पेश आने और उनकी समस्याएं सुनने की नसीहत दे रहे थे. लेकिन हरिद्वार तहसील के कानूनगो को शायद मुख्यमंत्री की बात समझ नहीं आई और उन्होंने नसीहत की ऐसी फजीहत कर दी कि अब निलंबन के आदेश आ गए.

लेटकर फरियाद सुन रहे थे कानूनगो

जनाब लेटकर सुन रहे थे जनता की फरियाद

तहसील में तैनात कानूनगो अनिल कंबोज अपने दफ्तर में लेटकर लोगों की फरियाद सुन रहे थे. कानूनगो का ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. ईटीवी ने भी मामला उठाया तो संज्ञान लेते हुए कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने जिलाधिकारी को कानूनगो को सस्पेंड करने का आदेश दिया है.

बीजेपी नेता थे फरियादी

आपको बता दें, फरियादी भी कोई आम आदमी नहीं था, बल्कि बीजेपी के पूर्व जिला मंत्री राकेश शर्मा थे. वो अपने काम से तहसील कानूनगो के दफ्तर में गए थे. इस दौरान कानूनगो साहब दफ्तर में फरियादियों की बेंच पर लेटकर आराम फरमा रहे थे. राकेश शर्मा ने जब कानूनगो से अपनी फाइल को देखने के लिए कहा तो कानूनगो साहब बेंच पर अंगड़ाइयां लेते हुए अपने दो असिस्टेंट से बातें करते रहे और उनकी तरफ देखा तक नहीं और न ही उनका काम किया.

राकेश शर्मा ने कहा कि उन्होंने ढाई महीने पहले हथियार के लाइसेंस के लिए अप्लाई किया था. ढाई महीने से पटवारी और कानूनगो दोनों उनकी फाइल को दबाए बैठे हैं और लगातार पैसों की डिमांड कर रहे हैं. वो दफ्तर के कई चक्कर लगा चुके हैं, फिर भी उनका काम नहीं हो रहा है. ऐसे में आप ही अंदाजा लगाइये कि बीजेपी के पूर्व जिला मंत्री के साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है, तो आम जनता का क्या हाल होगा.

पढ़ें- हरदा की धामी को चुनौतीपूर्ण बधाई, कहा- कुछ ऐसा करो कि कांग्रेस के लिए लक्ष्य बड़ा हो

इस वीडियो से अंदाजा लगाया जा सकता है कि भले ही बीजेपी सरकार में दो मुख्यमंत्री बदल दिए गए हों और तीसरा आ चुका हो, लेकिन अफसर अपनी कार्यशैली को बदलने के लिए तैयार नहीं हैं. ये तब है जब नवनियुक्त मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अधिकारियों को कार्यशैली बदलने की चेतावनी तक दे चुके हैं. उधर, वीडियो वायरल होने पर कानूनगो अनिल कंबोज का कहना है कि उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई थी और वह दवाई खाकर बेंच पर लेट गए थे.

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