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उत्तराखंडः गैंगस्टर सुनील राठी ने छीना हरिद्वार जेल प्रशासन का चैन, अंदर ही बनाई गैंग, एक कैदी को पीटा

पश्चिमी यूपी का कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी इन दिनों हरिद्वार जिला जेल में बंद है. सुनील राठी ने हरिद्वार जिला जेल प्रशासन को दिन में तारे दिखा दिए हैं. जेल सूत्रों से पता चला है कि सुनील राठी ने जेल के अंदर ही अपनी नई गैंग बना ली है. जेल में बंद बदमाश प्रवीण वाल्मीकि के साथ मिलकर सुनील राठी द्वारा एक कैदी को पीटने की भी खबर है. अब गैंगस्टर सुनील राठी जेल प्रशासन से मोबाइल दिलाने समेत तमाम मांगें कर रहा है. ये वही सुनील राठी है जस पर माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या का आरोप है.

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Published : Nov 24, 2022, 10:38 AM IST

हरिद्वार: कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी का हरिद्वार जेल में शिफ्ट होना मानो हरिद्वार के जेल प्रशासन के लिए उनकी राशि में शनि आने से कम नहीं है. दरअसल 16 अक्टूबर को कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी को तिहाड़ जेल से हरिद्वार जेल में शिफ्ट किया गया. जिसके बाद से जेल प्रशासन की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. शुरू से ही जेल प्रशासन सुनील राठी को हरिद्वार जेल से शिफ्ट करने की मांग उच्च अधिकारियों से कर रहा है, लेकिन उस पर कोई भी जवाब या कार्रवाई नहीं हो रही है.

पता चला है कि अब तो आलम यह है कि सुनील राठी ने जेल में अपनी गैंग भी बना ली है. धीरे-धीरे उसने अपनी मांगें भी जेल प्रशासन के सामने रखनी शुरू कर दी हैं. मांग पूरी न होने पर जेल प्रशासन और जेल में बंद कैदियों के साथ मारपीट गाली गलौज भी शुरू कर दी है. जेल प्रशासन सिर्फ और सिर्फ अधिकारियों के पास जाकर गुहार लगाने के अलावा कुछ नहीं कर पा रहा है.
ये भी पढ़ें: सुनील राठी के नाम पर मांगी रंगदारी, STF ने दो बदमाशों को किया गिरफ्तार

जेल में राठी ने शुरू किया जेल प्रशासन का विरोध, प्रवीण वाल्मीकि का मिला साथ: जेल प्रशासन से लगातार सुनील राठी अलग-अलग तरह की मांग कर रहा है. सबसे पहले सुनील राठी ने जेल में अपने लिए बेड की व्यवस्था करने की मांग की. जिसका हवाला देते हुए कहा गया कि सुनील राठी को कमर में दर्द रहता है. इस कारण उसे जेल में बेड मुहैया कराया जाए. इतना ही नहीं जब जेल प्रशासन ने यह बात नहीं मानी तो सुनील राठी ने अलग खाना बनाने और अपनी मुलाकातों को बढ़ाने के साथ-साथ मुलाकातों की सूचना किसी भी एलआईयू या फिर पुलिस को देने से मना किया. जिसके बाद जेल प्रशासन ने यह करने से साफ इंकार कर दिया. फिर क्या था सुनील राठी ने हरिद्वार की जिला जेल में जेल प्रशासन का विरोध करना शुरू कर दिया है. जिसमें उसका साथ हरिद्वार जेल पहले से बंद प्रवीण वाल्मीकि भी दे रहा है.

सुनील राठी ने प्रवीण वाल्मीकि के साथ मिलकर कैदी को पीटा: जेल प्रशासन द्वारा मनमानी ना करने दिए जाने और कोई भी मांग को ना माने जाने के बाद सुनील राठी ने अपने पुराने दोस्त प्रवीण के साथ मिलकर हरिद्वार के जेल प्रशासन का विरोध शुरू कर दिया है. जानकारी के अनुसार ना तो सुनील राठी अपनी बैरक में किसी को तलाशी करने दे रहा है. ना ही किसी को अपनी बैरक में आने की अनुमति दे रहा है. इतना ही नहीं जेल प्रशासन के स्टाफ के साथ सुनील राठी व प्रवीण वाल्मीकि दुर्व्यवहार कर रहे हैं.

अब सूत्रों की मानें तो अभी 2 दिन पहले ही प्रवीण वाल्मीकि के साथ सुनील राठी ने जिला कारागार में बंद एक कैदी को पीटा तक है. जो कि जेल प्रशासन द्वारा चेकिंग के लिए भेजा गया था. इसकी शिकायत जेल अधीक्षक तक भी पहुंची, लेकिन राठी पर आखिर कार्रवाई करे भी तो कौन. क्योंकि सुनील राठी का खौफ ही इतना है.

हरिद्वार जेल में तैयार हुई नई राठी गैंग: सुनील राठी इससे पहले भी हरिद्वार की जिला कारागार में रह चुका है. इस कारण उसकी कई कैदियों से पहले से ही जान पहचान है. उसके बाद प्रवीण वाल्मीकि का हरिद्वार के जिला कारागार में साथ मिलने से सोने पर सुहागा है. अब आलम यह है कि सुनील राठी ने प्रवीण वाल्मीकि के साथ मिलकर जेल में ही अपनी एक गैंग तैयार कर ली है, जो फिलहाल अभी जिला कारागार में अपना वर्चस्व बनाने में लगी हुई है.

जेल में फोन से चलाना चाहता है अपना नेटवर्क: सुनील राठी का हरिद्वार जेल में आने का मकसद था कि तिहाड़ जेल में जो सुविधाएं सुनील राठी को नहीं मिल पा रही थीं, वह हरिद्वार जेल में आसानी से मिल जाएंगी. लेकिन हरिद्वार जेल में आकर भी सुनील राठी उन सुविधाओं से वंचित रहा. इस कारण अब सुनील राठी ने धीरे-धीरे अपने रंग दिखाने शुरू कर दिए हैं. जिसके बाद से जेल प्रशासन के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. सूत्रों की मानें तो सुनील राठी हरिद्वार जेल में फोन से अपना नेटवर्क चलाना चाहता है. उसे हरिद्वार जेल में और किसी चीज की आवश्यकता नहीं है, सिर्फ और सिर्फ एक फोन है जो सुनील राठी जेल के अंदर पाना चाहता है. लेकिन जेल प्रशासन सुनील राठी की इस इच्छा को पूरा नहीं होने दे रहा है. इसी कारण इन दिनों सुनील राठी और जेल प्रशासन में ठनी पड़ी है.
ये भी पढ़ें: गैंगस्टर सुनील राठी तिहाड़ से रोशनाबाद जेल शिफ्ट, सिंगल बैरक में बंद

जेल में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए बंद: जब से सुनील राठी का हरिद्वार की जिला कारागार में ट्रांसफर हुआ है, तब से जिला कारागार में कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं हुआ. यह सिर्फ और सिर्फ सुनील राठी के जिला कारागार हरिद्वार में शिफ्ट होने के कारण है. इससे पहले हरिद्वार के जिला कारागार में कई कार्यक्रम हुआ करते थे, जिससे जेल में बंद कैदियों का मनोरंजन और स्ट्रेस भी कम होता था. आपसी भाईचारा बना रहता था. प्रोग्राम होने के कारण कैदी आपस में ही प्रोग्राम की तैयारियों को लेकर व्यस्त रहा करते थे. लेकिन जब से सुनील राठी हरिद्वार की जिला कारागार में आया है, तब से जेल में एक तरह से नकारात्मक माहौल बना हुआ है.
ये भी पढ़ें: सुनील राठी की सवा करोड़ की संपत्ति कुर्क, मुन्ना बजरंगी की हत्या का आरोपी

जेल अधीक्षक ने क्या कहा: वहीं जब इस विषय पर ईटीवी भारत ने हरिद्वार के जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा पहले ही उच्च अधिकारियों को सुनील राठी को यहां से शिफ्ट करने के लिए पत्राचार किया जा चुका है. उसके बाद मनोज कुमार आर्य ने फोन भी उठाना बंद कर दिया. जब उनसे पूछा गया कि जेल में किसी कैदी को सुनील राठी और प्रवीण वाल्मीकि ने मिलकर पीटा है, तो उन्होंने जवाब देना भी जरूरी नहीं समझा.

वहीं जानकारी के अनुसार कल वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य, सुनील राठी के विषय पर ही हरिद्वार के एसएसपी अजय सिंह से मिलने उनके कार्यालय गए थे. वहां पर सुनील राठी द्वारा किए जा रहे दुर्व्यवहार की शिकायत उन्होंने एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह से की और उनसे जेल में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के लिए कहा गया.

एसएसपी अजय सिंह ने क्या कहा: वहीं जब हरिद्वार के एसएसपी अजय सिंह से ईटीवी भारत ने बात की और कल हुई वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य से बातचीत के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक नॉर्मल मुलाकात थी. इसमें जेल से संबंधित कई विषयों पर चर्चा की गई है. वहीं जब उनसे पूछा गया कि सुनील राठी से रिलेटेड कोई भी चर्चा जेल अधीक्षक ने की या फिर मारपीट की शिकायत आपसे की तो उन्होंने कहा कि मुझे कोई भी लिखित कंप्लेंट जेल अधीक्षक द्वारा नहीं दी गई है.

कौन है गैंगस्टर सुनील राठी: सुनील राठी पर कुख्यात मुन्ना बजरंगी को जेल के अंदर गोली मारने का आरोप है. पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड के अपराध जगत में सुनील राठी का अपना दबदबा है. बागपत के रहने वाले सुनील राठी के पिता नरेश राठी राजनीति में थे और नगर पंचायत टिकरी के चेयरमैन थे. पारिवारिक रंजिश के चलते साल 1999 में नरेश राठी की हत्या कर दी गई. पिता की हत्या के बाद सुनील राठी ने जुर्म की दुनिया में पहला कदम रखा और गैंग बनाकर साल भर के अंदर ही 4 लोगों को मौत के घाट उतार दिया. इस हत्याकांड के बाद सुनील राठी बागपत से फरार हो गया. बागपत से जाने के बाद उसने दिल्ली में कुछ वारदातों को अंजाम दिया और फिर हरिद्वार चला गया.

हरिद्वार में खड़ा किया था नेटवर्क: हरिद्वार में रहने के दौरान उसने अपना नेटवर्क बड़ा कर लिया. जहां एक तरफ प्रशासनिक अमला दो राज्यों के अलग होने में व्यस्त था तो वहीं दूसरी तरफ सुनील राठी गैंग का आतंक चारों ओर फैलाने में व्यस्त रहा. सन 2000 में उसे हत्याओं के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया. जेल जाने के बाद सुनील राठी ने रंगदारी मांगने और जेल में बैठे-बैठे ही गुर्गों की मदद से उसने कई सारी जमीनों पर कब्ज़ा कर लिया.

जेलर की हत्या का है आरोप: सुनील पर साल 2011 में रुड़की जेल में जेलर की हत्या का आरोप भी लगा था. सुनील राठी जब से गिरफ्तार हुआ, तब से केवल उसकी जेलें बदली गईं. वह खुद कभी जेल से बाहर नहीं आया, लेकिन उसकी मां बागपत के टिकरी से चेयरमैन भी रह चुकी हैं. इसके अलावा वह अपने आतंक के दम पर मां राजबाला को छपरौली विधानसभा से चुनाव भी लड़वा चुका है.

सुनील राठी की मां राजबाला चौधरी व परिवार के अन्य लोगों पर भी दिल्ली, मेरठ, बागपत और हरिद्वार में हत्या, हत्या की साजिश, रंगदारी, अपहरण समेत कई मामलों में केस दर्ज हैं. सुनील राठी की मां भी 2017 में एक बार गिरफ्तार हुई थी, जब सुनील ने जेल के अंदर से ही रुड़की के मशहूर डॉक्टर एनडी अरोड़ा से 50 लाख की रंगदारी मांगी थी. इस मामले में राठी ने डॉक्टर से कहा था कि वह इन पैसों को उसकी मां तक पहुंचा दे.

माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या का भी है आरोप: सुनील राठी जब रुड़की जेल में बंद था तो उसने अपनी जान को खतरा बताया था. जिसके बाद उसे बागपत जेल में शिफ्ट कर दिया गया था. इसी दौरान सुनील राठी का नाम उस समय चर्चा में आया, जब 9 जुलाई 2018 को बागपत जेल में बंद कुख्यात अपराधी मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. मुन्ना बजरंगी की हत्या का आरोप सुनील राठी पर ही लगा था और इस केस की जांच सीबीआई कर रही है.

बीते साल दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में हुए शूटआउट के बाद इस कुख्यात अपराधी सुनील राठी को मंडोली जेल परिसर की हाई रिस्क जेल नंबर 15 से शिफ्ट कर सेंट्रल जेल नंबर 14 जेल में डाला गया था. इसके बाद उसे तिहाड़ जेल में बंद किया गया था.

16 अक्टूबर 2022 को हरिद्वार जेल हुआ शिफ्ट: 16 अक्टूबर 2022 को कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी को अचानक दिल्ली पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के बीच तीन गाड़ियों में हरिद्वार लाया गया था. कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद सुनील राठी को जिला कारागार रोशनाबाद में शिफ्ट कर दिया गया था.
ये भी पढ़ें: बागपत जेल से रुड़की लाया गया कुख्यात रोबिन खोखर, पुलिस ने घंटों की पूछताछ

हरिद्वार: कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी का हरिद्वार जेल में शिफ्ट होना मानो हरिद्वार के जेल प्रशासन के लिए उनकी राशि में शनि आने से कम नहीं है. दरअसल 16 अक्टूबर को कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी को तिहाड़ जेल से हरिद्वार जेल में शिफ्ट किया गया. जिसके बाद से जेल प्रशासन की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. शुरू से ही जेल प्रशासन सुनील राठी को हरिद्वार जेल से शिफ्ट करने की मांग उच्च अधिकारियों से कर रहा है, लेकिन उस पर कोई भी जवाब या कार्रवाई नहीं हो रही है.

पता चला है कि अब तो आलम यह है कि सुनील राठी ने जेल में अपनी गैंग भी बना ली है. धीरे-धीरे उसने अपनी मांगें भी जेल प्रशासन के सामने रखनी शुरू कर दी हैं. मांग पूरी न होने पर जेल प्रशासन और जेल में बंद कैदियों के साथ मारपीट गाली गलौज भी शुरू कर दी है. जेल प्रशासन सिर्फ और सिर्फ अधिकारियों के पास जाकर गुहार लगाने के अलावा कुछ नहीं कर पा रहा है.
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जेल में राठी ने शुरू किया जेल प्रशासन का विरोध, प्रवीण वाल्मीकि का मिला साथ: जेल प्रशासन से लगातार सुनील राठी अलग-अलग तरह की मांग कर रहा है. सबसे पहले सुनील राठी ने जेल में अपने लिए बेड की व्यवस्था करने की मांग की. जिसका हवाला देते हुए कहा गया कि सुनील राठी को कमर में दर्द रहता है. इस कारण उसे जेल में बेड मुहैया कराया जाए. इतना ही नहीं जब जेल प्रशासन ने यह बात नहीं मानी तो सुनील राठी ने अलग खाना बनाने और अपनी मुलाकातों को बढ़ाने के साथ-साथ मुलाकातों की सूचना किसी भी एलआईयू या फिर पुलिस को देने से मना किया. जिसके बाद जेल प्रशासन ने यह करने से साफ इंकार कर दिया. फिर क्या था सुनील राठी ने हरिद्वार की जिला जेल में जेल प्रशासन का विरोध करना शुरू कर दिया है. जिसमें उसका साथ हरिद्वार जेल पहले से बंद प्रवीण वाल्मीकि भी दे रहा है.

सुनील राठी ने प्रवीण वाल्मीकि के साथ मिलकर कैदी को पीटा: जेल प्रशासन द्वारा मनमानी ना करने दिए जाने और कोई भी मांग को ना माने जाने के बाद सुनील राठी ने अपने पुराने दोस्त प्रवीण के साथ मिलकर हरिद्वार के जेल प्रशासन का विरोध शुरू कर दिया है. जानकारी के अनुसार ना तो सुनील राठी अपनी बैरक में किसी को तलाशी करने दे रहा है. ना ही किसी को अपनी बैरक में आने की अनुमति दे रहा है. इतना ही नहीं जेल प्रशासन के स्टाफ के साथ सुनील राठी व प्रवीण वाल्मीकि दुर्व्यवहार कर रहे हैं.

अब सूत्रों की मानें तो अभी 2 दिन पहले ही प्रवीण वाल्मीकि के साथ सुनील राठी ने जिला कारागार में बंद एक कैदी को पीटा तक है. जो कि जेल प्रशासन द्वारा चेकिंग के लिए भेजा गया था. इसकी शिकायत जेल अधीक्षक तक भी पहुंची, लेकिन राठी पर आखिर कार्रवाई करे भी तो कौन. क्योंकि सुनील राठी का खौफ ही इतना है.

हरिद्वार जेल में तैयार हुई नई राठी गैंग: सुनील राठी इससे पहले भी हरिद्वार की जिला कारागार में रह चुका है. इस कारण उसकी कई कैदियों से पहले से ही जान पहचान है. उसके बाद प्रवीण वाल्मीकि का हरिद्वार के जिला कारागार में साथ मिलने से सोने पर सुहागा है. अब आलम यह है कि सुनील राठी ने प्रवीण वाल्मीकि के साथ मिलकर जेल में ही अपनी एक गैंग तैयार कर ली है, जो फिलहाल अभी जिला कारागार में अपना वर्चस्व बनाने में लगी हुई है.

जेल में फोन से चलाना चाहता है अपना नेटवर्क: सुनील राठी का हरिद्वार जेल में आने का मकसद था कि तिहाड़ जेल में जो सुविधाएं सुनील राठी को नहीं मिल पा रही थीं, वह हरिद्वार जेल में आसानी से मिल जाएंगी. लेकिन हरिद्वार जेल में आकर भी सुनील राठी उन सुविधाओं से वंचित रहा. इस कारण अब सुनील राठी ने धीरे-धीरे अपने रंग दिखाने शुरू कर दिए हैं. जिसके बाद से जेल प्रशासन के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. सूत्रों की मानें तो सुनील राठी हरिद्वार जेल में फोन से अपना नेटवर्क चलाना चाहता है. उसे हरिद्वार जेल में और किसी चीज की आवश्यकता नहीं है, सिर्फ और सिर्फ एक फोन है जो सुनील राठी जेल के अंदर पाना चाहता है. लेकिन जेल प्रशासन सुनील राठी की इस इच्छा को पूरा नहीं होने दे रहा है. इसी कारण इन दिनों सुनील राठी और जेल प्रशासन में ठनी पड़ी है.
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जेल में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए बंद: जब से सुनील राठी का हरिद्वार की जिला कारागार में ट्रांसफर हुआ है, तब से जिला कारागार में कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं हुआ. यह सिर्फ और सिर्फ सुनील राठी के जिला कारागार हरिद्वार में शिफ्ट होने के कारण है. इससे पहले हरिद्वार के जिला कारागार में कई कार्यक्रम हुआ करते थे, जिससे जेल में बंद कैदियों का मनोरंजन और स्ट्रेस भी कम होता था. आपसी भाईचारा बना रहता था. प्रोग्राम होने के कारण कैदी आपस में ही प्रोग्राम की तैयारियों को लेकर व्यस्त रहा करते थे. लेकिन जब से सुनील राठी हरिद्वार की जिला कारागार में आया है, तब से जेल में एक तरह से नकारात्मक माहौल बना हुआ है.
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जेल अधीक्षक ने क्या कहा: वहीं जब इस विषय पर ईटीवी भारत ने हरिद्वार के जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा पहले ही उच्च अधिकारियों को सुनील राठी को यहां से शिफ्ट करने के लिए पत्राचार किया जा चुका है. उसके बाद मनोज कुमार आर्य ने फोन भी उठाना बंद कर दिया. जब उनसे पूछा गया कि जेल में किसी कैदी को सुनील राठी और प्रवीण वाल्मीकि ने मिलकर पीटा है, तो उन्होंने जवाब देना भी जरूरी नहीं समझा.

वहीं जानकारी के अनुसार कल वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य, सुनील राठी के विषय पर ही हरिद्वार के एसएसपी अजय सिंह से मिलने उनके कार्यालय गए थे. वहां पर सुनील राठी द्वारा किए जा रहे दुर्व्यवहार की शिकायत उन्होंने एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह से की और उनसे जेल में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के लिए कहा गया.

एसएसपी अजय सिंह ने क्या कहा: वहीं जब हरिद्वार के एसएसपी अजय सिंह से ईटीवी भारत ने बात की और कल हुई वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य से बातचीत के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक नॉर्मल मुलाकात थी. इसमें जेल से संबंधित कई विषयों पर चर्चा की गई है. वहीं जब उनसे पूछा गया कि सुनील राठी से रिलेटेड कोई भी चर्चा जेल अधीक्षक ने की या फिर मारपीट की शिकायत आपसे की तो उन्होंने कहा कि मुझे कोई भी लिखित कंप्लेंट जेल अधीक्षक द्वारा नहीं दी गई है.

कौन है गैंगस्टर सुनील राठी: सुनील राठी पर कुख्यात मुन्ना बजरंगी को जेल के अंदर गोली मारने का आरोप है. पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड के अपराध जगत में सुनील राठी का अपना दबदबा है. बागपत के रहने वाले सुनील राठी के पिता नरेश राठी राजनीति में थे और नगर पंचायत टिकरी के चेयरमैन थे. पारिवारिक रंजिश के चलते साल 1999 में नरेश राठी की हत्या कर दी गई. पिता की हत्या के बाद सुनील राठी ने जुर्म की दुनिया में पहला कदम रखा और गैंग बनाकर साल भर के अंदर ही 4 लोगों को मौत के घाट उतार दिया. इस हत्याकांड के बाद सुनील राठी बागपत से फरार हो गया. बागपत से जाने के बाद उसने दिल्ली में कुछ वारदातों को अंजाम दिया और फिर हरिद्वार चला गया.

हरिद्वार में खड़ा किया था नेटवर्क: हरिद्वार में रहने के दौरान उसने अपना नेटवर्क बड़ा कर लिया. जहां एक तरफ प्रशासनिक अमला दो राज्यों के अलग होने में व्यस्त था तो वहीं दूसरी तरफ सुनील राठी गैंग का आतंक चारों ओर फैलाने में व्यस्त रहा. सन 2000 में उसे हत्याओं के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया. जेल जाने के बाद सुनील राठी ने रंगदारी मांगने और जेल में बैठे-बैठे ही गुर्गों की मदद से उसने कई सारी जमीनों पर कब्ज़ा कर लिया.

जेलर की हत्या का है आरोप: सुनील पर साल 2011 में रुड़की जेल में जेलर की हत्या का आरोप भी लगा था. सुनील राठी जब से गिरफ्तार हुआ, तब से केवल उसकी जेलें बदली गईं. वह खुद कभी जेल से बाहर नहीं आया, लेकिन उसकी मां बागपत के टिकरी से चेयरमैन भी रह चुकी हैं. इसके अलावा वह अपने आतंक के दम पर मां राजबाला को छपरौली विधानसभा से चुनाव भी लड़वा चुका है.

सुनील राठी की मां राजबाला चौधरी व परिवार के अन्य लोगों पर भी दिल्ली, मेरठ, बागपत और हरिद्वार में हत्या, हत्या की साजिश, रंगदारी, अपहरण समेत कई मामलों में केस दर्ज हैं. सुनील राठी की मां भी 2017 में एक बार गिरफ्तार हुई थी, जब सुनील ने जेल के अंदर से ही रुड़की के मशहूर डॉक्टर एनडी अरोड़ा से 50 लाख की रंगदारी मांगी थी. इस मामले में राठी ने डॉक्टर से कहा था कि वह इन पैसों को उसकी मां तक पहुंचा दे.

माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या का भी है आरोप: सुनील राठी जब रुड़की जेल में बंद था तो उसने अपनी जान को खतरा बताया था. जिसके बाद उसे बागपत जेल में शिफ्ट कर दिया गया था. इसी दौरान सुनील राठी का नाम उस समय चर्चा में आया, जब 9 जुलाई 2018 को बागपत जेल में बंद कुख्यात अपराधी मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. मुन्ना बजरंगी की हत्या का आरोप सुनील राठी पर ही लगा था और इस केस की जांच सीबीआई कर रही है.

बीते साल दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में हुए शूटआउट के बाद इस कुख्यात अपराधी सुनील राठी को मंडोली जेल परिसर की हाई रिस्क जेल नंबर 15 से शिफ्ट कर सेंट्रल जेल नंबर 14 जेल में डाला गया था. इसके बाद उसे तिहाड़ जेल में बंद किया गया था.

16 अक्टूबर 2022 को हरिद्वार जेल हुआ शिफ्ट: 16 अक्टूबर 2022 को कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी को अचानक दिल्ली पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के बीच तीन गाड़ियों में हरिद्वार लाया गया था. कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद सुनील राठी को जिला कारागार रोशनाबाद में शिफ्ट कर दिया गया था.
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