वाराणसी: ज्ञानवापी परिसर में एक तरफ जहां सर्वे (Gyanvapi survey continues for 18th day) की करवाई जा रही है और आज भी सर्वे की कार्रवाई सुबह 8:00 बजे शुरू हुई, तो वहीं आज ज्ञानवापी मामले को लेकर जिला जज न्यायालय समेत अन्य न्यायालयों में अलग-अलग सुनवाई टल गयीं. वाराणसी के जिला जज न्यायालय में श्रृंगार गौरी ज्ञानवापी के मूल वाद के साथ अन्य साथ मामलों की सुनवाई अब आगे होगी. जबकि अखिलेश यादव और असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ फिर याचिका पर भी सुनवाई अलग कोर्ट में अगली तारीख को होगी.
दरअसल पिछले दिनों सुनवाई के बाद जिला जज अजय कृष्णा विश्वास की अदालत ने 22 अगस्त मंगलवार को ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी के मूल वाद के साथ-साथ अन्य मामलों की सुनवाई की तिथि मुकर्रर की थी. जिला जज की अदालत ने वादी महिला लक्ष्मी देवी, सीता साहू, मंजू व्यास, रेखा पाठक की याचिका पर सुनवाई आगे बढ़ाने के लिए आज की तिथि निर्धारित की थी.
काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद का विवाद (gyanvapi mosque case) में जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में राखी सिंह की ओर से दाखिल प्रार्थना पत्रों पर भी सुनवाई अगली तारीख को होगी. प्रार्थना पत्र में ज्ञानवापी परिसर में चल रहे सर्वे में मिले हिंदू प्रतीक चिन्हों को सुरक्षित रखना की मांग राखी सिंह के द्वारा की गई है और इसके लिए उसे क्षेत्र को सील करने के लिए भी गुजारिश राखी सिंह ने की है. इसके लिए परिसर में नमाजियों की संख्या को निर्धारित करते हुए नियमित करने का अनुरोध किया गया है. इस निमित्त सरकारों पक्षकारों को निर्देश देने की मांग की गई है. इसके साथ ही वहां रंगाई पुताई प्रतिबंधित करने का मस्जिद पक्ष को आदेश देने की अपील भी राखी सिंह ने की है इस मामले पर भी न्यायालय में सुनवाई अब अगली तारीख को होगी होगी.
राखी सिंह के प्रार्थना पत्र की प्रति श्रृंगार गौरी मुकदमे की चार वादी महिलाओं के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के अधिवक्ता रवि कुमार पांडेय और मस्जिद पक्ष के अधिवक्ता मुमताज अहमद और तौहीद खान एवं राज्य सरकार के अधिवक्ता राजेश मिश्रा को सौंपी जा चुकी है. अधिवक्ताओं ने प्रार्थना पत्र पर अपना पक्ष रखने के लिए समय मांगा था जिसे अदालत ने स्वीकार करते हुए 22 अगस्त यानी मंगलवार आज की तिथि मुकर्रर की थी. इस मामले पर वादी प्रतिवादी पक्ष के वकील अपनी दलीलें अगली तारीख को प्रस्तुत करेंगे.
वहीं सीनियर एडवोकेट हरिशंकर पांडेय की तरफ से दाखिल की गई समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और एआइएमआइएम के अध्यक्ष असबुद्दीन ओवैसी सहित अन्य लोगों के खिलाफ अतीत शिवलिंग को फवारा करने और वहां गंदगी फैलाई जाने के मामले में मुकदमा दर्ज करने की पुनः निगरानी याचिका पर आज सुनवाई होगी. अपर सत्र न्यायाधीश नवम विनोद यादव की अदालत में यह मामला विचाराधीन है. इस मामले में कोर्ट जल्द अपना फैसला भी सुना सकता है.
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