गुरुग्राम : साइबर सिटी गुरुग्राम के खवासपुर गांव में रविवार शाम करीब साढ़े 7 बजे एक तीन मंजिला इमारत (Gurugram khawaspur Village Building Collapses) ढह गई थी. पुलिस अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि चार से पांच लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है.
जानकारी के मुताबिक मलबे से अभी तक दो शव निकाले जा चुके हैं, एक शख्स की हालत गंभीर बताई जा रही है. ये बिल्डिंग 'कार्गो डीलक्स कंपनी' के परिसर में स्थित थी, जिसमें कर्मचारी रह रहे थे. इस मामले में इमारत के मालिक रविन्द्र कटारिया पर गुरुग्राम पुलिस ने की एफआईआर दर्ज की है. ये एफआईआर वेयर हाउस के कर्मचारी राजेश कुमार की शिकायत पर दर्ज की गई है.
शिकायतकर्ता का आरोप है कि कर्मचारियों ने इमारत मालिक से कई बार बिल्डिंग के जर्जर होने की शिकायत की थी. कर्मचारियों ने इमारत मालिक से कंपनी शिफ्ट करने की भी गुहार लगाई थी, लेकिन इमारत मालिक रविन्द्र कटारिया ने कर्मचारियों को मौत के मुंह धकेला है.
बहरहाल पुलिस ने इमारत के मालिक रविन्द्र कटारिया पर धारा 288 ,304(2) व 34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया है. ताजा जानकारी के मुताबिक मकान में 20-25 लोग रहते थे, जिसमें से 4-5 लोगों के दबे होने की आशंका है.
बता दें कि, ये हादसा शाम साढ़े 7 बजे के आसपास हुआ है. स्थानीय लोगों के मुताबिक बिल्डिंग गिरने के कारण हुए तेज धमाके से आसमान में धूल का गुब्बार छा गया. हादसे में देर रात तक दो कर्मचारियों को रेसक्यू किया जा चुका है. जिसमें से एक की मौत हो चुकी है. वहीं बाकी कर्मियों को निकालने के लिए रेसक्यू ऑपरेशन जारी है. फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस समेत तमाम प्रशासनिक अमला मौके पर मौजूद है. एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई है.
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गुरुग्राम के उपायुक्त डॉक्टर यश गर्ग ने कहा कि इस घटना का पता चलते ही राहत और बचाव कार्य के लिए टीमों को तत्काल मौके पर भेज दिया गया है. एंबुलेंस और डॉक्टर मौके पर हैं. राहत और बचाव कार्य किए जा रहे हैं. इस मामले में बिल्डर की भारी लापरवाही भी सामने आई है.
मनीष नाम के शख्स ने बताया कि इससे पहले भी इमारत की दीवार बारिश में एक ओर झुक गई थी. जिसके बाद इसकी मरम्मत करवाकर ठीक करवाया गया था. हालांकि बिल्डिंग के गिरने की वास्तविक वजह का पता लगाया जा रहा है.