मुंबई : गुरु मां कंचन गिरी और जगद्गुरु सूर्याचार्य ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (Maharashtra Navnirman Sena - MNS) के अध्यक्ष राज ठाकरे से उनके निवास स्थान कृष्णकुंज पर मुलाकात की. बैठक से पहले गुरुमां और सूर्याचार्य ने बालासाहेब ठाकरे के स्मारक और छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस दौरान उन्होंने उद्धव ठाकरे की आलोचना भी की.
यह बैठक करीब आधे घंटे तक चली जिसमें दोनों ने राज ठाकरे को अयोध्या आने का निमंत्रण दिया. जानकारी के मुताबिक, राज ठाकरे ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया और उनके दिसंबर में आयोध्या आने की उम्मीद है. हालांकि राज ठाकरे की कुछ दिनों पहले ही अयोध्या जाने की उम्मीद थी. लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के चलते उनका वहां जाना नहीं हो पाया.
दरअसल, यह बैठक हिंदू राष्ट्र के एजेंडे को पूरा करने में काफी अहम मानी जा रही है. क्योंकि इससे पहले दशहरे के मौके पर महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे ने मेला कार्यक्रम के दौरान 'हिंदुओं को नव हिंदुत्व' से खतरा होने की बात कही थी और शिवसेना के हिंदुत्व एजेंडे को स्पष्ट किया था. यहीं नहीं राज ठाकरे अपनी पार्टी का झंडा भी पूरी तरह से भगवा रंग में बदल चुके हैं.
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बता दें, इस समय महाराष्ट्र में महाविकास आघाडी की सरकार है. जिसमें शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने मिल कर सरकार बनाई है. लेकिन हिंदुत्व विचारधारा से अलग इन दो पार्टियों से हाथ मिलाकर शिवसेना हिंदुत्व के मुद्दे पर समझौता कर रही है. इसलिए राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस हिंदुत्व का जिम्मा उठाने को तैयार है. एमएनएस और बीजेपी में बढ़ती हुई नज़दीकियां इस बात का सबूत पेश करती है. यहीं नहीं राज ठाकरे की पार्टी शिवसेना को हिंदुत्व के मुद्दे पर घेर भी सकती है.