अहमदाबाद: विभिन्न देशों के साथ भारत के संबंध दिन-ब-दिन मजबूत होते जा रहे हैं. इसी क्रम में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने यूनेस्को के पुराने शहर यानी अहमदाबाद शहर का दौरा किया था, इस दौरान जिसमें विरासत, धार्मिक स्थलों, स्वरोजगार महिला संगठन की मुलाकात की. अहमदाबाद में महात्मा गांधी के आश्रम का दौरा करने के बाद उन्होंने चरखे पर भी हाथ आजमाया.
एरिक गार्सेटी, अमेरिकी राजदूत ने कहा कि सोमवार को यूनेस्को द्वारा हेरिटेज सिटी घोषित अहमदाबाद शहर का दौरा किया. गांधीनगर के गिफ्ट सिटी में गुजरात के बिजनेस लीडर्स व सामाजिक नेताओं से द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करेंगे. अगर मैं अहमदाबाद जाता हूं और दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का दौरा नहीं करता हूं, तो मेरी यात्रा अधूरी रहेगी. आगे उन्होंने कहा कि साबरमती आश्रम गांधीजी के अहिंसा के संदेश और भारत के लोकतंत्र की नींव के स्थायी प्रतीक के रूप में खड़ा है.
उन्होंने कहा कि राजदूत के रूप में नई दिल्ली के बाहर यह मेरी पहली यात्रा है. आज अहमदाबाद शहर की मेरी यात्रा और संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए भारत के महत्व पर प्रकाश डाला गया है. आज दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र अमेरिका और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के बीच संबंधों को देख रही है. भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जून में राष्ट्रपति से मिलने अमेरिका आ रहे हैं. यह संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा 14 वर्षों में भारत की पहली आधिकारिक राजकीय यात्रा होगी.
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साथ ही उन्होंने गांधी आश्रम के बारे में कहा कि मैंने अब तक गांधी जी के बारे में सुना था, लेकिन आज मैंने स्वयं गांधी आश्रम आकर इसका अनुभव किया है. अमेरिका और भारत के बीच 20 लाख डॉलर का व्यापार होता था, लेकिन अब 20 करोड़ डॉलर का व्यापार हो गया है. इसके अलावा उन्होंने भारत से आने वाले छात्रों पर कहा, ऐसे कई छात्र हैं जो भारत से अमेरिका आना चाहते हैं. अमेरिका भी इस मसले पर फोकस कर रहा है. कई कंपनियों के सीईओ भी भारतीय हैं.