सूरत: गुजरात के सूरत में डेढ़ महीने पहले लोकार्पण किया गया ब्रिज करीब 1 फीट नीचे खिसक गया था. 50 मीटर तक लंबे पुल के बीच सात इंच से ज्यादा की दरारें मिली है. पुल में दरार आने पर विपक्ष ने सत्ता पक्ष पर कई सवाल उठाए हैं. पूरे मामले में मनपा ने एकाधिकार रखने वाली कंपनी विजय मिस्त्री और प्रोजेक्ट कंसल्टेंसी ग्रीन डिजाइन को नोटिस जारी किया है.
भ्रष्टाचार के कारण सूरत शहर में तापी नदी पर बना गुरुकुल एप्रोच पुल पहली बारिश में ही डूब गई. डेढ़ माह पहले पुल का उद्घाटन हुआ था. 118 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुए पुल की ऐसी हालत देखकर स्थानीय लोग भी आक्रोशित थे. करोड़ों रुपये की लागत से तैयार इस पुल के काम की पोल मूसलाधार बारिश ने खोल दी. गौरतलब है कि इस पुल का उद्घाटन 18 मई को सूरत में हुआ था. नदी के ऊपर बने इस पुल का नाम गुरुकुल पुल रखा गया है.
यह पुल बनने से 6 लाख से अधिक लोगों को यातायात की समस्या से राहत मिल रही थी और यात्रा के दौरान उनका समय बच रहा था. उद्घाटन के मौके पर केंद्रीय रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदोश मौजूद रहीं. जिस ब्रिज को लेकर सूरत नगर निगम अपनी बड़ी सफलता का प्रचार कर रहा था, उसका एक किनारा डेढ़ महीने बाद एक फीट से ज्यादा नीचे बैठ गया. पूरे मामले में मनपा ने प्रोजेक्ट कंसल्टेंसी ग्रीन डिजाइन सहित मोनोपोली कंपनी विजय मिस्त्री को नोटिस जारी किया है.
अहमदाबाद में गिरा मकान का छज्जा, तो सैजपुर में बिजली गिरने से गिरी छत
अहमदाबाद के मणिनगर में उत्तमनगर गार्डन के पास स्लम क्वार्टर की दूसरी और तीसरी मंजिल पर छज्जा ढह गया. अग्निशमन विभाग की टीम ने 30 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला. वहीं दूसरी ओर सैजपुर बोगहा में बिजली गिरने से घर की छत टूट गई. पिछले 15 दिनों से राजकोट में भी अलग-अलग इमारतों के गिरने की घटनाएं हुई हैं. गुरुवार को अहमदाबाद नगर निगम के झुग्गी क्वार्टरों का छज्जा गिरने की घटना सामने आई है.
अग्निशमन विभाग ने लगभग 30 लोगों को बचाया और सुरक्षित बाहर निकाला. यहां रहने वाले कुछ परिवार इस घटना से डर गए और अपने घर छोड़कर चले गए. दूसरी घटना में सैजपुर बोगहा में प्रभाकर सोसायटी के मकान की छत बिजली गिरने से गिर गयी. इस घटना में भी अग्निशमन विभाग की टीम मौके पर पहुंची.