ETV Bharat / bharat

गुजरात : चक्रवात तौकते से प्रभावित लोगों की मदद के लिए आगे आया यह संगठन - इस्लामिक रिलीफ कमेटी गुजरात के सचिव

गुजरात में इस्लामिक राहत समिति कोरोना महामारी के बीच चक्रवात तौकते से प्रभावित हुए लोगों की मदद कर रहा है. यह संगठन अब तक 600 से अधिक लोगों को राशन बांट चुका है.

चक्रवात तौकते से प्रभावित लोगों की मदद के लिए आगे आया यह संगठन
चक्रवात तौकते से प्रभावित लोगों की मदद के लिए आगे आया यह संगठन
author img

By

Published : May 27, 2021, 3:56 AM IST

अहमदाबाद : एक तरफ राज्य सरकार विनाशकारी चक्रवात तौकते के पीड़ितों को राहत पहुंचा रही है, तो दूसरी तरफ गुजरात की इस्लामिक राहत समिति ने भी प्रभावित जिलों का सर्वेक्षण कर पीड़ितों को राहत पहुंचाना शुरू कर दिया है.

इस संबंध में इस्लामिक रिलीफ कमेटी गुजरात के सचिव मुहम्मद उमर वहरा ने कहा कि इस्लामिक रिलीफ कमेटी गुजरात पहला पंजीकृत मुस्लिम एनजीओ है. 1992 में बाबरी मस्जिद की शहादत के बाद इस संगठन ने बिना किसी भेदभाव के सभी धर्मों के लोगों के लिए राहत कार्य किया है.

उन्होंने कहा कि संगठन ने मुसीबत के वक्त हर समय काम किया है चाहे वह मानव आपदा हो या प्राकृतिक आपदाएं, खासकर 2001 का भूकंप और 2002 के दंगों में हमारे संगठन ने लोगों की मदद करने के लिए हर संभव प्रयास किया .

मुहम्मद उमर

उन्होंने आगे कहा है कि लोग एक तरफ कोरोना महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहें हैं, तो दूसरी तरफ तौकते तूफान ने गुजरात के तटीय क्षेत्रों में तबाही मचाई. वहीं, सरकार द्वारा जो सहायता दी जा रही है वो बहुत कम है.

उन्होंने कहा, 'वास्तव में हमारे संगठन ने ओना, अमरेली, सलाया और धारोल क्षेत्रों में एक सर्वेक्षण किया. इसके बाद यहां तत्काल राहत कार्य शुरू हो गया है. इन क्षेत्रों में अब तक 600 से अधिक राशन किट बांटे जा चुके हैं.'

पढ़ें - चक्रवात यास : प्रभावित 128 गांवों को सीएम नवीन पटनायक ने दी राहत

इस दौरान उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह पीड़ितों की मदद के लिए जल्द से जल्द अपना पैसा भेजें.

अहमदाबाद : एक तरफ राज्य सरकार विनाशकारी चक्रवात तौकते के पीड़ितों को राहत पहुंचा रही है, तो दूसरी तरफ गुजरात की इस्लामिक राहत समिति ने भी प्रभावित जिलों का सर्वेक्षण कर पीड़ितों को राहत पहुंचाना शुरू कर दिया है.

इस संबंध में इस्लामिक रिलीफ कमेटी गुजरात के सचिव मुहम्मद उमर वहरा ने कहा कि इस्लामिक रिलीफ कमेटी गुजरात पहला पंजीकृत मुस्लिम एनजीओ है. 1992 में बाबरी मस्जिद की शहादत के बाद इस संगठन ने बिना किसी भेदभाव के सभी धर्मों के लोगों के लिए राहत कार्य किया है.

उन्होंने कहा कि संगठन ने मुसीबत के वक्त हर समय काम किया है चाहे वह मानव आपदा हो या प्राकृतिक आपदाएं, खासकर 2001 का भूकंप और 2002 के दंगों में हमारे संगठन ने लोगों की मदद करने के लिए हर संभव प्रयास किया .

मुहम्मद उमर

उन्होंने आगे कहा है कि लोग एक तरफ कोरोना महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहें हैं, तो दूसरी तरफ तौकते तूफान ने गुजरात के तटीय क्षेत्रों में तबाही मचाई. वहीं, सरकार द्वारा जो सहायता दी जा रही है वो बहुत कम है.

उन्होंने कहा, 'वास्तव में हमारे संगठन ने ओना, अमरेली, सलाया और धारोल क्षेत्रों में एक सर्वेक्षण किया. इसके बाद यहां तत्काल राहत कार्य शुरू हो गया है. इन क्षेत्रों में अब तक 600 से अधिक राशन किट बांटे जा चुके हैं.'

पढ़ें - चक्रवात यास : प्रभावित 128 गांवों को सीएम नवीन पटनायक ने दी राहत

इस दौरान उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह पीड़ितों की मदद के लिए जल्द से जल्द अपना पैसा भेजें.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.