अहमदाबाद : गुजरात सरकार ने म्यूकोर्मिकोसिस को महामारी घोषित कर दिया है. गुजरात में करीब 1200 सक्रिय मामले सामने आए हैं. गुरुवार को केंद्र सरकार की घोषणा के बाद गुजरात सरकार ने भी म्यूकोर्मिकोसिस को महामारी घोषित कर दिया है.
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की अध्यक्षता में हुई कोर कमेटी की बैठक में म्यूकोर्मिकोसिस की बीमारी को महामारी घोषित किया गया है. इस संबंध में मुख्यमंत्री रूपाणी ने कहा कि गुजरात में म्यूकोरिया की बीमारी को महामारी घोषित कर दिया गया है. कोर कमेटी की बैठक में महामारी पर विशेष चर्चा हुई. एपेडेमीक डीसीज एक्ट-1897 के तहत इस बीमारी को महामारी घोषित किया गया है.
बीमारी का इलाज करने वाले सरकारी और निजी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को स्क्रीनिंग, निदान और उपचार के लिए भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ आईसीएमआर द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा.
क्या है ब्लैक फंगस?
भारतीय चिकित्सा विज्ञान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक, 'ब्लैक फंगस' एक विशेष तरह का फंगस है. यह फंगस शरीर में बहुत तेजी से फैलता है. यह इंफेक्शन उन लोगों में देखने को मिल रहा है जो कि कोरोना संक्रमित होने से पहले किसी दूसरी बीमारी से ग्रस्त है. इसके अलावा यह उन्हीं लोगों में देखने को मिल रहा है, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है.
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क्या है लक्षण?
यह संक्रमण ज्यादातर उन्हीं मरीजों में देखने को मिला है जो कि डायबिटीज से पीड़ित हैं. ऐसे मरीजों को डायबिटीज पर कंट्रोल रखना चाहिए. विशेषज्ञों के मुताबिक ब्लैक फंगस के कारण सिर दर्द, बुखार, आंखों में दर्द, नाक बंद या साइनस के अलावा देखने की क्षमता पर भी असर पड़ता है.