अहमदाबाद : गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी स्थानीय निकाय चुनाव के लिए अपनी जनसभाओं के दौरान राज्य सरकार और मोदी सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने बखान करते थे. वह अपनी सभाओं में स्थानीय मुद्दों से संबंधित सवालों का जवाब भी देते थे. हालांकि, वह वडोदरा में एक जनसभा में अचानक बेहोश हो गए और मंच पर गिर गए. सुरक्षा गार्डों ने उन्हें प्राथमिक उपचार दिया और फिर उन्हें अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल में भर्ती कराया गया.
डॉक्टरों के मुताबिक, सीएम रूपाणी थकान और लो ब्लड शुगर के कारण बेहोश हुए थे. बाद में वह जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए. यूएन मेहता अस्पताल में 10 डॉक्टरों की टीम उनकी स्वास्थ्य निगरानी कर रही है.
गुजरात के उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल और डॉ आरके पटेल ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की थी कि सीएम रूपाणी को 24 घंटे के लिए निगरानी में रखा गया है. इस दौरान कोरोनो वायरस परीक्षण के लिए उनका आरटी-पीसीआर किया गया, जो अगले दिन सकारात्मक पाया गया. यह गुजरात के सियासी गलियारों में सदमे पैदा करने वाला था, क्योंकि मुख्यमंत्री ने पिछले एक सप्ताह में कई चुनावी सभाओं को संबोधित किया था.
रूपाणी को तीन दिनों से था हल्का बुखार
सूत्रों के मुताबिक, विजय रूपाणी को पिछले तीन दिनों से हल्का बुखार था. चुनाव के कारण वह दबाव में थे और वह लगातार चुनाव प्रचार में व्यस्त थे. जिसके कारण उनका ब्लड शुगर लो हुआ.
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स्मृति ईरानी संभाल सकती हैं प्रचार अभियान
कोरोना संक्रमित होने के कारण सीएम विजय रूपाणी अब चुनाव प्रचार में भाग नहीं लेंगे. प्रचार में भाजपा को उनकी कमी जरूर महसूस होगी. भाजपा के करीबी सूत्रों के अनुसार, कुछ केंद्रीय मंत्रियों को उनकी जगह चुनाव प्रचार के लिए उतारा जा सकता है. संभवत:, भाजपा की स्टार प्रचारक स्मृति ईरानी से अधिक से अधिक जनसभाओं को संबोधित करने के लिए कहा जा सकता है.
गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल और उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल भी उन जनसभाओं को संबोधित करेंगे, जिन्हें मुख्यमंत्री संबोधित करने वाले थे.
(भरत पंचाल, ब्यूरो चीफ, ईटीवी भारत- गुजरात)