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गुजरात एटीएस ने अहमदाबाद में अवैध कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया, एक गिरफ्तार

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Published : Oct 27, 2021, 6:35 PM IST

गुजरात आतंकवाद रोधी दस्ते (Anti-Terrorist Squad ) ने यहां एक अवैध वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (Voice over Internet Protocol ) टेलीफोन एक्सचेंज का भंडाफोड़ किया है. मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है.

गुजरात एटीएस
गुजरात एटीएस

अहमदाबाद : गुजरात आतंकवाद रोधी दस्ते (Anti-Terrorist Squad ) ने यहां एक अवैध वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (Voice over Internet Protocol ) टेलीफोन एक्सचेंज का भंडाफोड़ किया है और 139 सिम कार्ड के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी.

इस संबंध में गुजरात एटीएस के पुलिस अधीक्षक (Superintendent of Police) पिनाकिन परमार (Pinakin Parmar) ने कहा कि एक गुप्त सूचना के आधार पर एटीएस की एक टीम ने मंगलवार को शहर के जुहापुरा इलाके (Juhapura area ) के साकिब अपार्टमेंट में एक फ्लैट पर छापा मारा और शाहिद सैयद को गिरफ्तार कर लिया, जो चार सिम बॉक्स, एक लैन स्विच, एक लैपटॉप और एक राउटर का उपयोग करके अवैध कॉल सेंटर चला रहा था. .

सिम बॉक्स एक ऐसा उपकरण है, जिसमें कई सिम कार्ड हो सकते हैं और इसका उपयोग वीओआईपी गेटवे इंस्टॉलेशन (VoIP gateway installation) के लिए किया जाता है.

प्रारंभिक जांच से पता चला है कि कॉल सेंटर की स्थापना केरल के मूल निवासी नजीब पीपी (Najib PP) ने अपने सहयोगी अमित की मदद से की थी.

इसके अलावा उनका एक साथी नजीब बहरीन से कॉल सेंटर चला रहा था. चूंकि व्हाट्सएप जैसे एप्लिकेशन का उपयोग करने वाले वीडियो कॉल खाड़ी देशों में प्रतिबंधित हैं, वहां रहने वाले भारतीयों को यहां अंतरराष्ट्रीय कॉल (international calls) करने के लिए आईएसडी दरों के अनुसार भुगतान करना पड़ता है.

नजीब और उसके आदमी यहां शाहिद, अमित और सोहेल को कॉलिंग कार्ड बेचकर और कमीशन भेजकर पैसा कमाते हैं. पुलिस ने वीओआईपी कॉल जेनरेट करने के लिए सिम बॉक्स में लगाए गए 139 सिम कार्ड बरामद किए हैं.

उन्होंने बताया कि नजीब और सोहेल के निर्देश पर गिरफ्तार आरोपियों ने करीब एक साल पहले जुहापुरा इलाके में इस वीओआईपी आधारित कॉल सेंटर की शुरुआत की थी.

पढ़ें - यूपी एटीएस ने म्यांमार व बाांग्लादेश के चार संदिग्धों को पकड़ा, रोहिंग्या रैकेट से जुड़ रहे तार

परमार ने कहा, 'इस कॉल सेंटर का इस्तेमाल करने वाली अंतरराष्ट्रीय कॉलों को वीओआईपी तकनीक का उपयोग करके सामान्य वॉयस कॉल में बदलने के लिए किया गया था. यह अवैध है और दूरसंचार विभाग (Department of Telecommunication) द्वारा निर्धारित नियमों के खिलाफ है. इस गतिविधि से सरकार को आय का नुकसान भी होता है.'

उन्होंने बताया कि सैयद को धोखाधड़ी और आपराधिक षडयंत्र समेत अन्य धाराओं में गिरफ्तार किया गया है जबकि तीन अन्य आरोपी फरार हैं.

यह पता चलने पर कि नजीब मुंबई के मीरा रोड इलाके में एक अन्य कॉल सेंटर भी संचालित कर रहा था, एटीएस और मुंबई पुलिस की एक संयुक्त टीम ने मंगलवार को एनडी प्लाजा नंबर 3 में एक फ्लैट पर छापा मारा और एक सज्जाद सैयद को 115 सिम कार्ड और अन्य उपकरणों के साथ पकड़ा. अधिकारी ने कहा कि इस मामले में आगे की जांच मुंबई पुलिस कर रही है.

अहमदाबाद : गुजरात आतंकवाद रोधी दस्ते (Anti-Terrorist Squad ) ने यहां एक अवैध वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (Voice over Internet Protocol ) टेलीफोन एक्सचेंज का भंडाफोड़ किया है और 139 सिम कार्ड के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी.

इस संबंध में गुजरात एटीएस के पुलिस अधीक्षक (Superintendent of Police) पिनाकिन परमार (Pinakin Parmar) ने कहा कि एक गुप्त सूचना के आधार पर एटीएस की एक टीम ने मंगलवार को शहर के जुहापुरा इलाके (Juhapura area ) के साकिब अपार्टमेंट में एक फ्लैट पर छापा मारा और शाहिद सैयद को गिरफ्तार कर लिया, जो चार सिम बॉक्स, एक लैन स्विच, एक लैपटॉप और एक राउटर का उपयोग करके अवैध कॉल सेंटर चला रहा था. .

सिम बॉक्स एक ऐसा उपकरण है, जिसमें कई सिम कार्ड हो सकते हैं और इसका उपयोग वीओआईपी गेटवे इंस्टॉलेशन (VoIP gateway installation) के लिए किया जाता है.

प्रारंभिक जांच से पता चला है कि कॉल सेंटर की स्थापना केरल के मूल निवासी नजीब पीपी (Najib PP) ने अपने सहयोगी अमित की मदद से की थी.

इसके अलावा उनका एक साथी नजीब बहरीन से कॉल सेंटर चला रहा था. चूंकि व्हाट्सएप जैसे एप्लिकेशन का उपयोग करने वाले वीडियो कॉल खाड़ी देशों में प्रतिबंधित हैं, वहां रहने वाले भारतीयों को यहां अंतरराष्ट्रीय कॉल (international calls) करने के लिए आईएसडी दरों के अनुसार भुगतान करना पड़ता है.

नजीब और उसके आदमी यहां शाहिद, अमित और सोहेल को कॉलिंग कार्ड बेचकर और कमीशन भेजकर पैसा कमाते हैं. पुलिस ने वीओआईपी कॉल जेनरेट करने के लिए सिम बॉक्स में लगाए गए 139 सिम कार्ड बरामद किए हैं.

उन्होंने बताया कि नजीब और सोहेल के निर्देश पर गिरफ्तार आरोपियों ने करीब एक साल पहले जुहापुरा इलाके में इस वीओआईपी आधारित कॉल सेंटर की शुरुआत की थी.

पढ़ें - यूपी एटीएस ने म्यांमार व बाांग्लादेश के चार संदिग्धों को पकड़ा, रोहिंग्या रैकेट से जुड़ रहे तार

परमार ने कहा, 'इस कॉल सेंटर का इस्तेमाल करने वाली अंतरराष्ट्रीय कॉलों को वीओआईपी तकनीक का उपयोग करके सामान्य वॉयस कॉल में बदलने के लिए किया गया था. यह अवैध है और दूरसंचार विभाग (Department of Telecommunication) द्वारा निर्धारित नियमों के खिलाफ है. इस गतिविधि से सरकार को आय का नुकसान भी होता है.'

उन्होंने बताया कि सैयद को धोखाधड़ी और आपराधिक षडयंत्र समेत अन्य धाराओं में गिरफ्तार किया गया है जबकि तीन अन्य आरोपी फरार हैं.

यह पता चलने पर कि नजीब मुंबई के मीरा रोड इलाके में एक अन्य कॉल सेंटर भी संचालित कर रहा था, एटीएस और मुंबई पुलिस की एक संयुक्त टीम ने मंगलवार को एनडी प्लाजा नंबर 3 में एक फ्लैट पर छापा मारा और एक सज्जाद सैयद को 115 सिम कार्ड और अन्य उपकरणों के साथ पकड़ा. अधिकारी ने कहा कि इस मामले में आगे की जांच मुंबई पुलिस कर रही है.

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