हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में आज कनखल थाना क्षेत्र के निर्मल अखाड़े में साधु संतों के दो गुटों के बीच जमकर टकराव हुआ. दोनों गुटों के संतों के बीच अखाड़े की संपति को लेकर विवाद है. जिसके कारण दोनों गुट आज आमने सामने हो गए. संतों के दोनों गुटों में टकराव की आशंका के चलते पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा.
निर्मल अखाड़े में गुरुवार की सुबह रेशम सिंह गुट के संत अखाड़े में संगत के बहाने अंदर आये. जिसका अखाड़े में कब्जेदार ज्ञानदेव सिंह गुट के संतों ने विरोध किया. जिसके बाद उन्होंने अखाड़े के दरवाजों को अंदर से बंद कर दिया. जिसके बाद दोनों गुटों में बढ़ते टकराव की सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस भी दल बल के साथ मौके पर पहुंची.
बता दें दोनों ही गुटों में अखाड़े में कब्जे को लेकर न्यायालय में वाद जारी है. आज रेशम सिंह गुट के अखाड़े में पहुंच जाने से पैदा हुए विवाद को सुलझाने के लिए मौके पर एसपी सिटी और सिटी मजिस्ट्रेट पहुंचे. जिसके बाद रेशम सिंह गुट के संत श्री महेंद्र प्रेम सिंह को पुलिस ने जबरन अखाड़े से बाहर किया. जिसके बाद उनके साथ आए अन्य संतों को भी एक-एक कर अखाड़े से बाहर भेजा गया.
ज्ञानदेव सिंह के गुट के कोठारी जसविंदर सिंह ने कहा कि आज पंजाब से कुछ संत अस्थि विसर्जन के नाम पर अखाड़े में कब्जे की नीयत से घुस आए. जिनके द्वारा अखाड़े के संतों पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा जो संत आज अखाड़े में कब्जा करने की नीयत से घुसे हैं, उनके द्वारा अखाड़े की कई संपत्तियों पर पूर्व में कब्जा किया जा चुका है. उन्होंने कहा उन्होंने अपनी बात प्रशासन को बता दी है. अब मौके पर प्रशासन मौजूद है.
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वहीं, दूसरी तरफ रेशम सिंह गुट के संत कमलजीत सिंह ने कहा संपत्ति निर्मल अखाड़े के संतों की है. यहां निर्मल अखाड़े से जुड़ा हर संत आकर संगत कर सकता है. उन्होंने कहा कब्जे जैसी कोई बात नहीं है, बल्कि जो संत अखाड़े में बैठे हैं उनके द्वारा ही अखाड़े की संपत्ति को खुर्दबुर्द किया जा रहा है. उन्होंने अखाड़े के कोठारी और अन्य संतों पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन संतों द्वारा अखाड़े के अध्यक्ष ज्ञानदेव को बंधक बना कर रखा गया है.
मामले में सीओ सिटी मनोज ठाकुर ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि निर्मल संत पुरा आश्रम कनखल में पंजाब से आए कुछ संत कब्जा करने की नीयत से अखाड़े में घुस आए हैं. जिनको शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए थाने ले जाया गया है.