वर्धमान : नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि अडाणी समूह के शेयर गिरने के कारण शेयर बाजार में आई गिरावट के बाद पूरी सरकार अस्थिर हो गई है.
ममता बनर्जी ने गुरुवार को यहां एक जनसभा के दौरान यह बात कही. उन्होंने कहा कि सरकार गिरने की कगार पर आ गई थी. मालूम हो कि मुख्यमंत्री बीते सोमवार से जिले के दौरे पर हैं. वह गुरुवार को पूर्वी बर्दवान में थीं, जहां उन्होंने कई सरकारी कार्यक्रमों में शिरकत की. ममता बनर्जी ने अपनी सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल में किए गए विकास कार्यों पर प्रकाश डाला. अपने भाषण के दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला.
उन्होंने स्टॉक मार्केट क्रैश का विषय उठाया और दावा किया कि बुधवार को केंद्रीय बजट पेश किए जाने के दिन मोदी सरकार गिरने की कगार पर थी. ममता ने कहा कि केंद्र ने 6-8 लोगों को उन लोगों से शेयर खरीदने के लिए बुलाया जिनके शेयर की कीमतें गिर रही थीं. ममता ने हालांकि इस मुद्दे पर किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने इस बारे में विस्तृत जानकारी होने का दावा किया.
ममता बनर्जी ने आयकर स्लैब को 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 7 लाख रुपये करने पर भी केंद्र पर हमला किया. ममता ने कहा कि 'नए टैक्स स्ट्रक्चर में और ज्यादा छूट दी जाएंगी... ये सरकार सत्ता में रही तो सारे बैंक बंद कर देगी. एलआईसी का वजूद खत्म हो जाएगा. शेयर बेचे जा रहे हैं...पार्टी (बीजेपी) और पार्टी के कुछ करीबी लोगों को शेयर दिए जा रहे हैं. बैंकों से रिफंड की कोई गारंटी नहीं है. जबकि बंगाल में पिछले 10 साल में 11 लाख स्वयं सहायता समूह बन चुके हैं.'
केंद्रीय बजट को 'झूठों से भरा' करार देते हुए बनर्जी ने कहा कि 2024 में होने जा रहे आम चुनाव के मद्देनजर केंद्र बडे़-बड़े दावे कर रहा है.