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SPECIAL : रेत के कण से भी छोटा तिरंगा, 100 वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले इकबाल ने की पीएम से ये अपील - राजस्थान उदयपुर के स्वर्ण शिल्पकार इकबाल सक्का

राजस्थान के एक सूक्ष्म कलाकार इकबाल सक्का अपनी कला के मार्फत दुनिया भर में भारत का डंका बजाया है. इस बार उन्होंने विश्व का सबसे छोटा झंडा बनाया है जो कि रेत के कण से भी छोटा है. ऐसा करके उन्हें विश्व के पिछले सारे रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया है.

goldsmith Iqbal Sakka with smallest tricolor
स्वर्ण शिल्पकार इकबाल और सबसे छोटे तिरंगा
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Published : Aug 11, 2023, 1:52 PM IST

Updated : Aug 11, 2023, 4:41 PM IST

स्वर्ण शिल्पकार इकबाल और सबसे छोटे तिरंगा.

उदयपुर. कहते हैं कुछ कर गुजरने की हौसले अगर बुलंद हो तो सफर कामयाबी में तब्दील हो जाता है. ऐसा ही कुछ उदयपुर के सूक्ष्म कलाकार इकबाल सक्का ने कर दिखाया है. जिसने अपनी कला के जरिए विश्व में भारत का डंका बजाया है. स्वर्ण शिल्पकार इकबाल ने अब तक 100 वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का कीर्तिमान अपने नाम किया है. वहीं, अब इकबाल ने एक बार फिर एक नायाब चीज बनाई है, जिसका वास्ता हर हिंदुस्तानी से है. पिछले 45 सालों से सूक्ष्म स्वर्ण शिल्पकारी से जुड़े इकबाल की एक आंख की रोशनी भी चली गई, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. वह लगातार एक से बढ़कर एक नायाब चीज बनाकर अपना लोहा मनवा रहे हैं.

अब बनाया रेत के कण से भी छोटा तिरंगा झंडा : स्वर्ण से सूक्ष्म वस्तु बनाने वाले डॉ. इकबाल सक्का ने एक और स्वर्ण कृति का निर्माण किया है. आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में सक्का ने रेत के कण से भी छोटा तिरंगा झंड़ा बनाया है. सक्का ने बताया कि देश आजादी का 75वां अमृत महोत्सव मना रहा है. ऐसे में अनोखा तिरंगा बनाने का आइडिया आया. यह इतना सूक्ष्म है कि इसका वजन भी दर्ज नहीं हो रहा है. इस तिरंगे को लेंस की मदद से ही देखा जा सकता है.

Goldsmith Iqbal Sakka with his certificates
स्वर्ण शिल्पकार इकबाल सक्का अपने वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रमाणपत्र के साथ

उन्होंने इसे राष्ट्रीय संग्रहालय में रखने की मांग की है. इसको लेकर उन्होंने राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा है. उन्हें इसे बनाने में करीब 18 घंटे का समय लगा और इसका वजन 00 पॉइंट 0 है. इकबाल सक्का ने सोने का झंडा रेत के कण से भी छोटा बनाया है. जिसे लेंस की मदद से देखा जा सकता है. उनका दावा है कि ऐसा बनाकर उन्होंने कनाडा के साथ-साथ कई राष्ट्रों के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ा है. यह करिश्माई तिरंगा 12 नंबर की सुई की छेद से आसानी से आर पार हो जाता है.

पढ़ें Republic Day Special: उदयपुर के इकबाल सक्का ने संविधान को 615 शायरियों में ढाला

पिछले 45 सालों में 100 से वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएं : इकबाल अब तक 100 वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज करा चुके हैं. वह इतनी सूक्ष्म कलाकृतियां बनाते हैं जिसे लेंस की मदद से देखना पड़ता है. इस अनोखी कलाकृति को बनाने में उनकी एक आंख की रोशनी भी चली गई. हालांकि अब ऑपरेशन के बाद उन्हें दिखाई देने लगा है. इकबाल अपने स्वर्ण की सूक्ष्म कलाकृतियों के कारण जाने जाते हैं. उन्होंने बेतहरीन सूक्ष्म कलाकृतियां तैयार की हैं, जिन्हें बनाने में उन्होंने दिन-रात एक कर दिए और वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. इकबाल बताते हैं कि बचपन में वे अखबार में स्वर्ण शिल्पकारी के बारे में पढ़ते थे. दुनिया के सबसे बेहतरीन स्वर्ण शिल्पकारी के रिकॉर्ड अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और चीन जैसे देशों के नाम थे. तभी से इकबाल चाहते थे कि इस क्षेत्र में भारत का नाम सबसे ऊंचा हो. इस काम की लगन लगी तो उन्होंने ऐसा हुनर दिखाया कि दुनिया उनकी कायल हो गई. अब वे सूक्ष्म स्वर्ण कलाकृतियां बनाने में विश्व रिकॉर्ड के शतक लगा चुके हैं.

Goldsmith Iqbal Sakka with smallest tricolor
सक्का अपने हाथ में लेकर दिखाते विश्व का सबसे छोटा तिरंगा

पढ़ें इकबाल सक्का स्वर्ण से रचते हैं सूक्ष्मतम कलाकृतियां..बना चुके हैं 75 वर्ल्ड रिकॉर्ड, भगवान राम के लिए बनाई चरणपादुकाएं

अब तक बनाए विशेष नायाब चीज़ : हाल ही में इकबाल ने 24 कैरेट सोने से दुनिया का सबसे छोटा हैंड बैग बनाया है. इस छोटे बैग की लंबाई .02 इंच है. इकबाल सक्का बताते हैं कि यह हैंड बैग चीनी के दाने से भी छोटा है. इकबाल इतनी सूक्ष्म कलाकृतियां तैयार करते हैं कि उन्हें लेंस से देखना पड़ता है. अयोध्या में बन रहे भगवान राम के मंदिर के लिए भी उन्होंने तीन सूक्ष्म कलाकृतियों का निर्माण किया था. जिनमें सोने की ईंट, घंटा और दो खड़ाऊ शामिल हैं. इकबाल ने विश्व की सबसे छोटी सोने-चांदी की पुस्तक भी बनाई है. पुस्तक में अरबी में अल्लाह, संस्कृत में ओम, ईसाई धर्म का क्रॉस, सिख धर्म का खण्डा उत्कीर्ण किया गया है. यह पुस्तक 64 पेज की है.

इसके अलावा उन्होंने इस स्वतंत्रता दिवस पर महज 0.5 मिलीमीटर का तिरंगा झंडा भी बनाया था. इकबाल सबसे कम वजन की सबसे छोटी सोने की चेन बनाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा चुके हैं. इसके अलावा उन्होंने विश्व की सबसे छोटी चाय की केतली भी बनाई थी. साथ ही सबसे छोटा स्वर्ण स्टम्प बना चुके हैं. इसी तरह अब तक इकबाल 100 वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं, जो गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड, लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स, यूनिक वर्ल्ड रिकार्ड्स, इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स, वर्ल्ड अमेजिंग विश्व रिकार्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज हैं.

Goldsmith Iqbal Sakka giving finishing touch
स्वर्ण शिल्पकार इकबाल सबसे छोटे तिरंगे को फिनिशिंग निहारते हुए

पढ़ें जम्मू कश्मीर : हंदवाड़ा में 108 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया

सरकारों ने नहीं दिया ध्यान : एक से बढ़कर एक नायाब चीज बनाकर 100 से ज्यादा वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुके इकबाल को इस बात का दुख है कि उनकी इस कला को न केंद्र सरकार ने सराहा और न ही राज्य सरकार ने. यही वजह है कि उनकी बनाई नायाब कलाकृति उनके कमरे में पड़ी हुई हैं. जिसे बनाने में उन्हें रात दिन की एक करना पड़ा. सरकारों की उदासीनता की वजह से यह आम लोगों को देखने को नहीं मिल रही है. इकबाल का सपना है कि उनकी बनाई कृति अर्थात इन सभी वर्ल्ड रिकॉर्ड को एक म्यूजियम में रखा जाए. जिसे देश दुनिया से आने वाले लोग भी इसे देख सकें.

स्वर्ण शिल्पकार इकबाल और सबसे छोटे तिरंगा.

उदयपुर. कहते हैं कुछ कर गुजरने की हौसले अगर बुलंद हो तो सफर कामयाबी में तब्दील हो जाता है. ऐसा ही कुछ उदयपुर के सूक्ष्म कलाकार इकबाल सक्का ने कर दिखाया है. जिसने अपनी कला के जरिए विश्व में भारत का डंका बजाया है. स्वर्ण शिल्पकार इकबाल ने अब तक 100 वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का कीर्तिमान अपने नाम किया है. वहीं, अब इकबाल ने एक बार फिर एक नायाब चीज बनाई है, जिसका वास्ता हर हिंदुस्तानी से है. पिछले 45 सालों से सूक्ष्म स्वर्ण शिल्पकारी से जुड़े इकबाल की एक आंख की रोशनी भी चली गई, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. वह लगातार एक से बढ़कर एक नायाब चीज बनाकर अपना लोहा मनवा रहे हैं.

अब बनाया रेत के कण से भी छोटा तिरंगा झंडा : स्वर्ण से सूक्ष्म वस्तु बनाने वाले डॉ. इकबाल सक्का ने एक और स्वर्ण कृति का निर्माण किया है. आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में सक्का ने रेत के कण से भी छोटा तिरंगा झंड़ा बनाया है. सक्का ने बताया कि देश आजादी का 75वां अमृत महोत्सव मना रहा है. ऐसे में अनोखा तिरंगा बनाने का आइडिया आया. यह इतना सूक्ष्म है कि इसका वजन भी दर्ज नहीं हो रहा है. इस तिरंगे को लेंस की मदद से ही देखा जा सकता है.

Goldsmith Iqbal Sakka with his certificates
स्वर्ण शिल्पकार इकबाल सक्का अपने वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रमाणपत्र के साथ

उन्होंने इसे राष्ट्रीय संग्रहालय में रखने की मांग की है. इसको लेकर उन्होंने राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा है. उन्हें इसे बनाने में करीब 18 घंटे का समय लगा और इसका वजन 00 पॉइंट 0 है. इकबाल सक्का ने सोने का झंडा रेत के कण से भी छोटा बनाया है. जिसे लेंस की मदद से देखा जा सकता है. उनका दावा है कि ऐसा बनाकर उन्होंने कनाडा के साथ-साथ कई राष्ट्रों के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ा है. यह करिश्माई तिरंगा 12 नंबर की सुई की छेद से आसानी से आर पार हो जाता है.

पढ़ें Republic Day Special: उदयपुर के इकबाल सक्का ने संविधान को 615 शायरियों में ढाला

पिछले 45 सालों में 100 से वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएं : इकबाल अब तक 100 वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज करा चुके हैं. वह इतनी सूक्ष्म कलाकृतियां बनाते हैं जिसे लेंस की मदद से देखना पड़ता है. इस अनोखी कलाकृति को बनाने में उनकी एक आंख की रोशनी भी चली गई. हालांकि अब ऑपरेशन के बाद उन्हें दिखाई देने लगा है. इकबाल अपने स्वर्ण की सूक्ष्म कलाकृतियों के कारण जाने जाते हैं. उन्होंने बेतहरीन सूक्ष्म कलाकृतियां तैयार की हैं, जिन्हें बनाने में उन्होंने दिन-रात एक कर दिए और वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. इकबाल बताते हैं कि बचपन में वे अखबार में स्वर्ण शिल्पकारी के बारे में पढ़ते थे. दुनिया के सबसे बेहतरीन स्वर्ण शिल्पकारी के रिकॉर्ड अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और चीन जैसे देशों के नाम थे. तभी से इकबाल चाहते थे कि इस क्षेत्र में भारत का नाम सबसे ऊंचा हो. इस काम की लगन लगी तो उन्होंने ऐसा हुनर दिखाया कि दुनिया उनकी कायल हो गई. अब वे सूक्ष्म स्वर्ण कलाकृतियां बनाने में विश्व रिकॉर्ड के शतक लगा चुके हैं.

Goldsmith Iqbal Sakka with smallest tricolor
सक्का अपने हाथ में लेकर दिखाते विश्व का सबसे छोटा तिरंगा

पढ़ें इकबाल सक्का स्वर्ण से रचते हैं सूक्ष्मतम कलाकृतियां..बना चुके हैं 75 वर्ल्ड रिकॉर्ड, भगवान राम के लिए बनाई चरणपादुकाएं

अब तक बनाए विशेष नायाब चीज़ : हाल ही में इकबाल ने 24 कैरेट सोने से दुनिया का सबसे छोटा हैंड बैग बनाया है. इस छोटे बैग की लंबाई .02 इंच है. इकबाल सक्का बताते हैं कि यह हैंड बैग चीनी के दाने से भी छोटा है. इकबाल इतनी सूक्ष्म कलाकृतियां तैयार करते हैं कि उन्हें लेंस से देखना पड़ता है. अयोध्या में बन रहे भगवान राम के मंदिर के लिए भी उन्होंने तीन सूक्ष्म कलाकृतियों का निर्माण किया था. जिनमें सोने की ईंट, घंटा और दो खड़ाऊ शामिल हैं. इकबाल ने विश्व की सबसे छोटी सोने-चांदी की पुस्तक भी बनाई है. पुस्तक में अरबी में अल्लाह, संस्कृत में ओम, ईसाई धर्म का क्रॉस, सिख धर्म का खण्डा उत्कीर्ण किया गया है. यह पुस्तक 64 पेज की है.

इसके अलावा उन्होंने इस स्वतंत्रता दिवस पर महज 0.5 मिलीमीटर का तिरंगा झंडा भी बनाया था. इकबाल सबसे कम वजन की सबसे छोटी सोने की चेन बनाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा चुके हैं. इसके अलावा उन्होंने विश्व की सबसे छोटी चाय की केतली भी बनाई थी. साथ ही सबसे छोटा स्वर्ण स्टम्प बना चुके हैं. इसी तरह अब तक इकबाल 100 वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं, जो गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड, लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स, यूनिक वर्ल्ड रिकार्ड्स, इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स, वर्ल्ड अमेजिंग विश्व रिकार्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज हैं.

Goldsmith Iqbal Sakka giving finishing touch
स्वर्ण शिल्पकार इकबाल सबसे छोटे तिरंगे को फिनिशिंग निहारते हुए

पढ़ें जम्मू कश्मीर : हंदवाड़ा में 108 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया

सरकारों ने नहीं दिया ध्यान : एक से बढ़कर एक नायाब चीज बनाकर 100 से ज्यादा वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुके इकबाल को इस बात का दुख है कि उनकी इस कला को न केंद्र सरकार ने सराहा और न ही राज्य सरकार ने. यही वजह है कि उनकी बनाई नायाब कलाकृति उनके कमरे में पड़ी हुई हैं. जिसे बनाने में उन्हें रात दिन की एक करना पड़ा. सरकारों की उदासीनता की वजह से यह आम लोगों को देखने को नहीं मिल रही है. इकबाल का सपना है कि उनकी बनाई कृति अर्थात इन सभी वर्ल्ड रिकॉर्ड को एक म्यूजियम में रखा जाए. जिसे देश दुनिया से आने वाले लोग भी इसे देख सकें.

Last Updated : Aug 11, 2023, 4:41 PM IST
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