पानीपत: हरियाणा के पानीपत जिले के एक छोटे से गांव खंडरा के रहने वाले नीरज चोपड़ा भारतीय एथलेटिक्स के इतिहास में एक से बढ़कर एक सुनहरा रिकॉर्ड दर्ज करा रहे हैं. देश के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा आज एक बहुत बड़े सेलिब्रिटी बन चुके हैं. अगर आप उनसे मिलने के लिए उनके गांव खंडरा जाना चाहते हैं तो आपको मौत से आमना सामना करना पड़ सकता है. क्योंकि नीरज चोपड़ा तक पहुंचने का रास्ता बड़ा खतरनाक है.
नीरज चोपड़ा के गांव जाने वाले रास्ते पर बिना फाटक रेलवे क्रॉसिंग: दरअसल ओलंपिक, वर्ल्ड चैंपियनशिप, एशियन गेम्स समेत तमाम प्रतियोगिता में गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा के गांव खंडरा में जाने वाली सड़क पर पानीपत रिफाइनरी जाने वाली रेलवे लाइन बिछाई गई है. इस रेलवे लाइन पर कोई भी फाटक नहीं है और ना ही किसी रेलवे कर्मचारी की ड्यूटी इस रेलवे लाइन पर लगाई गई है. सैकड़ों वहां इस सड़क से गुजरते हैं, लेकिन कई सालों से इस सड़क पर कोई फाटक नहीं लगाया गया.
रेलवे क्रॉसिंग पर हो चुके हैं कई हादसे: आसपास के लोगों का कहना है कि यहां कई बार बड़े हादसे भी हो चुके हैं. इस रेलवे लाइन को पार करते समय एक बार ट्रैक्टर ट्राली और एक कर भी ट्रेन की चपेट में आ गई थी. रेलवे लाइन को क्रॉस करते समय कई मोटरसाइकिल सवार भी अपनी जान गंवा चुके हैं. बार-बार हादसे होने के बावजूद रेलवे प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा और ना ही स्थानीय प्रशासन.
रेलवे लाइन पार करते समय लोगों को लगता है डर: गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा से मिलने के लिए इसी रेलवे लाइन को क्रॉस करके जाना पड़ता है. विधायक से लेकर कई लोगों को रोजाना इस रेलवे लाइन को क्रॉस करके जाना पड़ता है. इस बाबत जब शहरी विधायक प्रमोद विज से बात करने की कोशिश की गई तो बिना रुके आगे निकल पड़े. विधायक से पहले जिले के डिप्टी कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक भी नीरज के घर पहुंचे थे. क्या उनका भी इस ओर कोई ध्यान नहीं गया.
रेलवे क्रॉसिंग पर फाटक लगाने की मांग: हालांकि देश का दुनिया भर में नाम करने वाले नीरज चोपड़ा को कई विभागों ने और कई कंपनियों ने कुछ ना कुछ सौगात जरूर दी है. डाक विभाग ने गोल्डन बॉय के गांव में गोल्डन कलर की डाक पेटी लगाई है. एशिया की सबसे बड़ी रिफाइनरी ने नीरज के गांव में हरियाली के लिए पेड़-पौधे लगवाए हैं. लेकिन, लोगों का एक ही सवाल है आखिर इस रेलवे क्रॉसिंग पर फाटक कब लगाए जाएंगे. या फिर किसी बड़े हादे के इंतजार में रेलवे है.