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गोडसे की ज्ञानशाला पर लगा प्रशासन का ताला, इलाके में धारा 144 लागू - section 144 enforced

ग्वालियर में गोडसे की ज्ञानशाला को लेकर प्रदेश में बीते दो दिनों से सियासत तेज हो गई है. वहीं प्रशासन ने गोडसे की ज्ञानशाला पर ताला लगा दिया है.

गोडसे की ज्ञानशाला
गोडसे की ज्ञानशाला
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Published : Jan 12, 2021, 1:24 PM IST

ग्वालियर : मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रविवार को हिंदू महासभा द्वारा गोडसे ज्ञानशाला की स्थापना की गई थी. गोडसे ज्ञानशाला की स्थापना के बाद प्रदेश में गोडसे को लेकर सियासत शुरू हो गई है. वहीं मामला बढ़ता देख गृहमंत्री के आदेश के बाद प्रशासन ने गोडसे की ज्ञानशाला पर ताला लगा दिया है. प्रशासन ने इलाके में धारा 144 लगा दी है.

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गोडसे ज्ञानशाला

प्रशासन ने गोडसे ज्ञानशाला के बैनर और पोस्टर भी हटा दिए हैं. वहीं आस पास के इलाके में धारा 144 लगा दी गई है. धारा 144 लगने के बाद कार्यालय पर चार से ज्यादा लोग मौजूद नहीं होंगे.

दरअसल, रविवार को गोडसे ज्ञानशाला की स्थापना पर हिंदू महासभा ने कहा था कि देश के विभाजन के खिलाफ आवाज उठाने वाले नाथूराम गोडसे के बयानों को कोर्ट के आदेश का हवाला देकर रोककर रखा गया था, लेकिन अब कोर्ट ने प्रतिबंध हटा दिया है. इसलिए उनके बयानों और उनकी विचारधारा से लोगों को अवगत कराने के लिए गोडसे की पाठशाला की स्थापना की गई है.

बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे इस तरह के समाज विरोधी काम
गोडसे सियासत पर बीते दिन मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि इस तरह के समाज विरोधी काम बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे.

पढ़ें: गोडसे ज्ञानशाला से क्या हासिल करना चाहती है हिंदू महासभा?

हिंदू महासभा के कार्यालय में गोडसे पाठशाला की स्थापना
ग्वालियर के दौलतगंज इलाके में स्थित हिंदू महासभा में गोडसे ज्ञानशाला का उद्घाटन किया गया है. हिंदू महासभा का कहना है कि कांग्रेस ने 50 सालों तक देश के विभाजन के खिलाफ आवाज उठाने वाले नाथूराम गोडसे के बयानों को कोर्ट के आदेश का हवाला देकर दबाए रखा था, लेकिन अब यह प्रतिबंध हट गया है और हमारी कोशिश है कि उनके सभी बयान सबके सामने आना चाहिए. नई पीढ़ी को उन से अवगत होना चाहिए. इस कार्यक्रम के दौरान नाथूराम गोडसे के सम्मान में उनकी आरती भी उतारी गई थी.

ग्वालियर में पहले भी हो चुका है गोडसे का महिमामंडन
इससे पहले 2017 में हिंदू महासभा ने नाथूराम गोडसे की प्रतिमा की स्थापना कराई थी, जिसे आम जनों के विरोध के बाद पुलिस ने जप्त कर लिया था. ग्वालियर में हर साल नाथूराम गोडसे की जयंती और शहादत दिवस मनाया जाता है. गोडसे की ज्ञानशाला में उनसे जुड़ा साहित्य उनके बयान और उनकी विचारधारा की जानकारी आम जनता को दी जाएगी.

ग्वालियर : मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रविवार को हिंदू महासभा द्वारा गोडसे ज्ञानशाला की स्थापना की गई थी. गोडसे ज्ञानशाला की स्थापना के बाद प्रदेश में गोडसे को लेकर सियासत शुरू हो गई है. वहीं मामला बढ़ता देख गृहमंत्री के आदेश के बाद प्रशासन ने गोडसे की ज्ञानशाला पर ताला लगा दिया है. प्रशासन ने इलाके में धारा 144 लगा दी है.

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गोडसे ज्ञानशाला

प्रशासन ने गोडसे ज्ञानशाला के बैनर और पोस्टर भी हटा दिए हैं. वहीं आस पास के इलाके में धारा 144 लगा दी गई है. धारा 144 लगने के बाद कार्यालय पर चार से ज्यादा लोग मौजूद नहीं होंगे.

दरअसल, रविवार को गोडसे ज्ञानशाला की स्थापना पर हिंदू महासभा ने कहा था कि देश के विभाजन के खिलाफ आवाज उठाने वाले नाथूराम गोडसे के बयानों को कोर्ट के आदेश का हवाला देकर रोककर रखा गया था, लेकिन अब कोर्ट ने प्रतिबंध हटा दिया है. इसलिए उनके बयानों और उनकी विचारधारा से लोगों को अवगत कराने के लिए गोडसे की पाठशाला की स्थापना की गई है.

बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे इस तरह के समाज विरोधी काम
गोडसे सियासत पर बीते दिन मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि इस तरह के समाज विरोधी काम बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे.

पढ़ें: गोडसे ज्ञानशाला से क्या हासिल करना चाहती है हिंदू महासभा?

हिंदू महासभा के कार्यालय में गोडसे पाठशाला की स्थापना
ग्वालियर के दौलतगंज इलाके में स्थित हिंदू महासभा में गोडसे ज्ञानशाला का उद्घाटन किया गया है. हिंदू महासभा का कहना है कि कांग्रेस ने 50 सालों तक देश के विभाजन के खिलाफ आवाज उठाने वाले नाथूराम गोडसे के बयानों को कोर्ट के आदेश का हवाला देकर दबाए रखा था, लेकिन अब यह प्रतिबंध हट गया है और हमारी कोशिश है कि उनके सभी बयान सबके सामने आना चाहिए. नई पीढ़ी को उन से अवगत होना चाहिए. इस कार्यक्रम के दौरान नाथूराम गोडसे के सम्मान में उनकी आरती भी उतारी गई थी.

ग्वालियर में पहले भी हो चुका है गोडसे का महिमामंडन
इससे पहले 2017 में हिंदू महासभा ने नाथूराम गोडसे की प्रतिमा की स्थापना कराई थी, जिसे आम जनों के विरोध के बाद पुलिस ने जप्त कर लिया था. ग्वालियर में हर साल नाथूराम गोडसे की जयंती और शहादत दिवस मनाया जाता है. गोडसे की ज्ञानशाला में उनसे जुड़ा साहित्य उनके बयान और उनकी विचारधारा की जानकारी आम जनता को दी जाएगी.

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