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गोधरा कांड का प्रमुख आरोपी 19 साल बाद गुजरात में गिरफ्तार

गोधरा स्टेशन पर साबरमती एक्सप्रेस में आग लगाने के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. फरवरी 2002 को हुए गोधरा ट्रेन अग्निकांड में 59 'कारसेवक' मारे गए थे. इसके बाद गुजरात के इतिहास के सबसे भीषण सांप्रदायिक दंगे भड़के गए थे.

गोधरा कांड
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Published : Feb 16, 2021, 3:26 PM IST

अहमदाबाद : गुजरात के पंचमहल जिले के गोधरा स्टेशन पर साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के कोच में भीड़ आग लगाने के मुख्य आरोपी रफीक हुसैन भटुक को गोधरा शहर से गिरफ्तार किया गया है.

करीब 19 साल पहले हुई इस घटना में 59 कारसेवकों की मौत हुई थी. एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी.

पंचमहल जिले की पुलिस अधीक्षक लीना पाटिल ने कहा कि 51 वर्षीय भटुक आरोपियों के उस मुख्य समूह का हिस्सा था जोकि पूरी साजिश में लिप्त था. भटुक करीब 19 साल से फरार था.

पाटिल ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर गोधरा पुलिस ने रविवार रात को रेलवे स्टेशन के पास स्थित सिग्नल फलिया के एक घर में छापेमारी की और भटुक को वहां से गिरफ्तार किया.

'साजिश रची, भीड़ को उकसाया'

उन्होंने कहा, 'भटुक आरोपियों के उस मुख्य समूह का हिस्सा था जिन्होंने पूरी साजिश रची, भीड़ को उकसाया और ट्रेन के कोच को जलाने के लिए पेट्रोल का इंतजाम किया. जांच के दौरान नाम सामने आने के तुरंत बाद वह दिल्ली भाग गया था. उसके खिलाफ हत्या एवं दंगा फैलाने समेत अन्य आरोप हैं.'

उल्लेखनीय है कि 27 फरवरी 2002 को हुए गोधरा कांड में 59 कारसेवक मारे गए थे, जिसके बाद गुजरात में बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि भटुक गोधरा रेलवे स्टेशन पर मजदूरी करता था.

पढ़ें- गुजरात: आगामी राज्य सभा उपचुनाव को लेकर नामों की स्वीकृति

उन्होंने कहा, 'वह कोच पर पथराव करने और उसमें पेट्रोल डालने में लिप्त था, जिसके बाद अन्य आरोपियों ने कोच में आग लगा दी थी.'

अहमदाबाद : गुजरात के पंचमहल जिले के गोधरा स्टेशन पर साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के कोच में भीड़ आग लगाने के मुख्य आरोपी रफीक हुसैन भटुक को गोधरा शहर से गिरफ्तार किया गया है.

करीब 19 साल पहले हुई इस घटना में 59 कारसेवकों की मौत हुई थी. एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी.

पंचमहल जिले की पुलिस अधीक्षक लीना पाटिल ने कहा कि 51 वर्षीय भटुक आरोपियों के उस मुख्य समूह का हिस्सा था जोकि पूरी साजिश में लिप्त था. भटुक करीब 19 साल से फरार था.

पाटिल ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर गोधरा पुलिस ने रविवार रात को रेलवे स्टेशन के पास स्थित सिग्नल फलिया के एक घर में छापेमारी की और भटुक को वहां से गिरफ्तार किया.

'साजिश रची, भीड़ को उकसाया'

उन्होंने कहा, 'भटुक आरोपियों के उस मुख्य समूह का हिस्सा था जिन्होंने पूरी साजिश रची, भीड़ को उकसाया और ट्रेन के कोच को जलाने के लिए पेट्रोल का इंतजाम किया. जांच के दौरान नाम सामने आने के तुरंत बाद वह दिल्ली भाग गया था. उसके खिलाफ हत्या एवं दंगा फैलाने समेत अन्य आरोप हैं.'

उल्लेखनीय है कि 27 फरवरी 2002 को हुए गोधरा कांड में 59 कारसेवक मारे गए थे, जिसके बाद गुजरात में बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि भटुक गोधरा रेलवे स्टेशन पर मजदूरी करता था.

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उन्होंने कहा, 'वह कोच पर पथराव करने और उसमें पेट्रोल डालने में लिप्त था, जिसके बाद अन्य आरोपियों ने कोच में आग लगा दी थी.'

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