नई दिल्लीः गोवा में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में अपनी जमीन तलाश रही अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (Trinmool Congress) ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पहले से तय कार्यक्रम के तहत गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस का चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल (The four member delegation) निर्वाचन आयोग से मिला. दिल्ली में मुलाकात के बाद प्रतिनिधिमंडल में शामिल राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन ने कहा कि 22 जनवरी को, चुनाव आयोग (Election Commission) के एक उड़न दस्ते (Flying Squad) ने रात में गोवा के पणजी में हमारे पार्टी कार्यालय पर छापा मारा और हमारे होर्डिंग, झंडे को क्षतिग्रस्त कर दिया.
हमने चुनाव आयोग के पास शिकायत दर्ज करायी है. अब हमें संदेह है कि गोवा में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होंगे. हम अपनी आशंका से चुनाव आयोग को अवगत कराने के लिए यहां आए थे. प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन के अलावा लोकसभा सदस्य सौगत रॉय और अपरूपा पोद्दार तथा अबीर रंजन विश्वास शामिल थे.
अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को भारत के चुनाव आयोग के समक्ष शिकायत की कि गोवा में विधानसभा चुनाव के लिए उनके अभियान को न केवल सत्तारूढ़ भाजपा बल्कि राज्य चुनाव आयोग की फ्लाइंग टीम भी परेशान कर रही है. चुनाव आयोग से मिलने के बाद, तृणमूल सांसदों ने नई दिल्ली में ईसीआई मुख्यालय के बाहर मीडिया से बात की.
पढ़ेंः गोवा में प्रमोद सावंत ने किया नामांकन, उत्पल पर्रिकर ने भी भरा पणजी से पर्चा
टीएमसी राज्यसभा सांसद, डॉ. शांतनु सेन ने कहा कि हमारी पार्टी गोवा में नई है. हमने चुनाव आयोग से गोवा में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है. जब राज्य चुनाव आयोग के उड़न दस्ते ने आधी रात के आसपास हमारे कार्यालय पर छापा मारा, तो उस समय केवल कुछ कार्यकर्ता ही सो रहे थे. दस्ते ने कहा कि कुछ होर्डिंग और बैनर अवैध थे और उन्हें हटाने की जरूरत है लेकिन साथ ही उन्होंने पार्टी कार्यालय में लगे कुछ होर्डिंग्स और बैनरों को भी फाड़ दिया. वे अवैध कैसे हो सकते हैं? साथ ही उन्हें हमें पहले अपनी कार्रवाई के बारे में सूचित करना चाहिए था. उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान हमने इस बारे में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया और उन्हें यह भी बताया कि भाजपा के एक राष्ट्रीय नेता और सांसद ने यहां तक दावा किया कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ऐसा किया है. हमने राज्य चुनाव आयोग में भी शिकायत दर्ज कर नेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. चुनाव आयोग ने कहा है कि उन्हें इस घटना की जानकारी नहीं थी और इस पर गौर करेंगे.
टीएमसी सांसद अपरूपा पोद्दार ने कहा कि लोगों का केंद्र सरकार से विश्वास उठ गया है और इसलिए वे आधी रात में हमारी पार्टी के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी टीएमसी से डरी हुई है और हमें परेशान कर रही है. मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर (utpal parrikar) से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि उत्पल पर्रिकर ने भाजपा से बगावत की है और स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का फैसला किया है टीएमसी उत्पल को समर्थन दे सकती है, हालांकि इस बारे में अंतिम फैसला शीर्ष नेतृत्व ही लेगा.