पणजी : भारतीय जनता पार्टी विधायक और बंदरगाह मंत्री माइकल लोबो ने अपनी ही पार्टी पर सवाल उठाते हुए कहा है कि अब यह पार्टी दूसरों से अलग नहीं रह गई है और इसमें दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर के समर्थकों (Manohar Parrikar supporters) को ही नजरअंदाज किया जा रहा है.
लोबो ने मंगलवार को मीडियाकर्मियों से कहा भारतीय जनता पार्टी के बारे में पहले कहा जाता था कि यह दूसरों से हटकर है लेकिन अब वह पार्टी नहीं रह गई है और इसमें पार्टी कार्यकर्ताओं की कोई अहमियत नहीं रह गई है. उन्होंने कहा पार्रिकर के चुने हुए उम्मीदवारों को नजरअंदाज किया जा रहा है और पार्टी के भीतर ही अनेक ऐसे समूह हैं जो उनकी विरासत को आगे ले जाने वाले उनके शुभचिंतकों को पसंद नहीं करते हैं.
पार्रिकर का निधन मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान 2019 में हो गया था और उनके बाद प्रमोद सांवत को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया था. पार्रिकर के पुत्र उत्पल ने भी कहा है कि पार्टी अब उनके पिता के दिखाए गए रास्ते पर नहीं जा रही है. दरअसल लोबो का यह बयान ऐसे समय आया है जब मीडिया में इस तरह की रिपोर्टें आ रही हैं कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनावों में उन्हें पार्टी की तरफ से टिकट दिए जाने से मना किया जा रहा है. वह 2012 से कालांगुटे विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर जीतते रहे हैं.
इस तरह की रिपोर्टें भी हैं कि वह अपनी पत्नी देलियाह के लिए सिओलिम विधानसभा क्षेत्र में टिकट को लेकर भाजपा तथा अन्य पार्टियों से संपर्क कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह की अफवाहें हैं कि एमएलए को टिकट नहीं मिलेगा और उनकी पत्नी सिओलिम से चुनाव लड़ना चाहती हैं. अगर ये अफवाहें सही हैं तो हमें भी पता चल जाएगा. उन्होंने कहा कि पार्टी में कुछ लोग मुझे चाहते हैं और जो लोग ऊंचे पदों पर हैं वे मुझे टिकट नहीं देना चाहते हैं, ये लोग मेरी परछाई से भी डरते हैं.
उन्होंने कहा, 'हवा का रूख साफ होने दीजिए, मैं अभी कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और तृणमूल के संपर्क में हूँ.'
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