कोलकाता : हवाईअड्डे पर उस समय मायूसी छा गयी जब उत्तराखंड से पांच पर्वतारोहियों के शव पहुंचे. शोक संतप्त परिवार के सदस्य मुश्किल से आंसू रोक पाए. उत्तराखंड में खराब मौसम में फंसने से पश्चिम बंगाल के पांच ट्रेकर्स की मौत हो गयी थी. शवों को सोमवार को उत्तराखंड से वापस पश्चिम बंगाल लाए गए. हवाईअड्डे पर ताबूतों के पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया. कुछ लोग रोने-बिलखने लगे, जबकि कुछ परिजन उन ताबूतों को देखने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे. पश्चिम बंगाल के शुभयुन दास, रिचर्ड मंडल, तनुमय तिवारी, बिकाश मकल और सौरव घोष ने 11 अक्टूबर को उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के हर्षिल से अभियान शुरू किया था और उन्हें लमखा पास से होते हुए छितकुल जाना था.
इस बीच उत्तराखंड समेत उत्तरी राज्यों में मौसम खराब हो गया. तीन दिनों तक भारी बारिश हुई. तबाही की इस बारिश के दौरान ट्रेकर्स कथित तौर पर लापता हो गये. राहत बचाव दल ने 22 अक्टूबर को उन्हें ढूंढा, लेकिन सभी मृत पाये गये. शवों की पहचान के बाद उन्हें नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से 24-संथाल परगना के नेपालगंज और बरुईपुर स्थित उनके घर लाया गया.
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उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण आयी तबाही में मृतकों की संख्या 86 हो गयी है.