ETV Bharat / bharat

आर्थिक अपराध पर लगेगी लगाम, CM गहलोत ने राजस्व आसूचना और आर्थिक अपराध निदेशालय गठन को दी मंजूरी

राजस्थान में आर्थिक अपराध पर लगाम लगाने के लिए गहलोत सरकार ने राजस्व आसूचना और आर्थिक अपराध निदेशालय के गठन को मंजूरी दी है.

author img

By

Published : Apr 6, 2023, 10:23 PM IST

CM Ashok Gehlot
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

जयपुर. राजस्थान में आर्थिक अपराध पर नकेल कसने के लिए अशोक गहलोत सरकार ने बड़ा निर्णय किया है. सीएम गहलोत ने राजस्व आसूचना और आर्थिक अपराध निदेशालय के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. इसके बाद अब राजस्थान में आर्थिक अपराधों की रोकथाम और राजस्व के स्त्रोतों पर बेहतर रूप से निगरानी रखी जा सकेगी. सीएम ने प्रशासनिक विभाग को नोडल निदेशालय बनाया है.

इसके तहत निदेशालय की तरफ से आर्थिक अपराधों के नियंत्रण, जांच और अभियोजन के कार्य किए जाएंगे. इसमें भूमि पर अवैध कब्जा करने, रियल एस्टेट में धोखाधड़ी, अनियमितता करने, बैंक, बीमा या जमापूंजी संबंधी कार्य में धोखाधड़ी या अनियमितता करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. इसी प्रकार झूठा दिवालियापन घोषित करने, फर्जी कम्पनियों का गठन करने, सरकारी साख समितियों के कार्य में धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी.

पढ़ें : निकाय प्रमुखों का एक साल के अंदर दूसरी मर्तबा बढ़ाया गया मासिक भत्ता, मेयर को अब मिलेंगे 27600 रुपये

इसके साथ ही राज्य में राजस्व रिसाव की विभिन्न स्त्रोतों से सूचना प्राप्त कर उनका विश्लेषण तथा जांच की जाएगी. बता दें कि राजस्थान में राज्य राजस्व आसूचना निदेशालय पहले से संचालित है. सीएम गहलोत ने बजट 2022-23 में आर्थिक अपराध निदेशालय की घोषणा की थी. दोनों का सम्मिलन करने से मानव संसाधन और अपराधों की जांच में भी विश्लेषणात्मक क्षमता का समुचित उपयोग होगा.

निदेशालय के लिए इतने पद सृजितः निदेशालय के लिए महानिदेशक/आयुक्त का एक पद, अतिरिक्त निदेशक के 4 पद, संयुक्त निदेशक के 10 पद और उप निदेशक के 20 पद सृजित होंगे. ये पद प्रतिनियुक्ति के जरिए भरे जाएंगे. इसके साथ ही अतिरिक्त कार्य निष्पादन के लिए मुख्य लेखाधिकारी, उपविधि परामर्शी, कनिष्ठ लेखाकार, एनालिस्ट-कम-प्रोग्रामर, प्रोग्रामर का एक-एक पद सृजित होगा. वहीं, विधि सहायक, सहायक प्रोग्रामर के दो-दो पद, सूचना सहायक के 5, वरिष्ठ लिपिक, सहायक कर्मचारी के 12-12, कनिष्ठ लिपिक के 24 तथा वाहन चालक के 10 पद सृजित होंगे.

जयपुर. राजस्थान में आर्थिक अपराध पर नकेल कसने के लिए अशोक गहलोत सरकार ने बड़ा निर्णय किया है. सीएम गहलोत ने राजस्व आसूचना और आर्थिक अपराध निदेशालय के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. इसके बाद अब राजस्थान में आर्थिक अपराधों की रोकथाम और राजस्व के स्त्रोतों पर बेहतर रूप से निगरानी रखी जा सकेगी. सीएम ने प्रशासनिक विभाग को नोडल निदेशालय बनाया है.

इसके तहत निदेशालय की तरफ से आर्थिक अपराधों के नियंत्रण, जांच और अभियोजन के कार्य किए जाएंगे. इसमें भूमि पर अवैध कब्जा करने, रियल एस्टेट में धोखाधड़ी, अनियमितता करने, बैंक, बीमा या जमापूंजी संबंधी कार्य में धोखाधड़ी या अनियमितता करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. इसी प्रकार झूठा दिवालियापन घोषित करने, फर्जी कम्पनियों का गठन करने, सरकारी साख समितियों के कार्य में धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी.

पढ़ें : निकाय प्रमुखों का एक साल के अंदर दूसरी मर्तबा बढ़ाया गया मासिक भत्ता, मेयर को अब मिलेंगे 27600 रुपये

इसके साथ ही राज्य में राजस्व रिसाव की विभिन्न स्त्रोतों से सूचना प्राप्त कर उनका विश्लेषण तथा जांच की जाएगी. बता दें कि राजस्थान में राज्य राजस्व आसूचना निदेशालय पहले से संचालित है. सीएम गहलोत ने बजट 2022-23 में आर्थिक अपराध निदेशालय की घोषणा की थी. दोनों का सम्मिलन करने से मानव संसाधन और अपराधों की जांच में भी विश्लेषणात्मक क्षमता का समुचित उपयोग होगा.

निदेशालय के लिए इतने पद सृजितः निदेशालय के लिए महानिदेशक/आयुक्त का एक पद, अतिरिक्त निदेशक के 4 पद, संयुक्त निदेशक के 10 पद और उप निदेशक के 20 पद सृजित होंगे. ये पद प्रतिनियुक्ति के जरिए भरे जाएंगे. इसके साथ ही अतिरिक्त कार्य निष्पादन के लिए मुख्य लेखाधिकारी, उपविधि परामर्शी, कनिष्ठ लेखाकार, एनालिस्ट-कम-प्रोग्रामर, प्रोग्रामर का एक-एक पद सृजित होगा. वहीं, विधि सहायक, सहायक प्रोग्रामर के दो-दो पद, सूचना सहायक के 5, वरिष्ठ लिपिक, सहायक कर्मचारी के 12-12, कनिष्ठ लिपिक के 24 तथा वाहन चालक के 10 पद सृजित होंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.