अजमेर. राजस्थान में अजमेर दरगाह से भड़काऊ नारा लगाने वाले (Ajmer Hate Speech) गिरफ्तार आरोपी गौहर चिश्ती को पुलिस ने शुक्रवार देर शाम लोहागल स्थित न्यायिक मजिस्ट्रेट के आवास पर पेश किया. जहां उसे 22 जुलाई तक पीसी रिमांड पर पुलिस को सौंपा गया. जबकि आरोपी गौहर चिश्ती के दोस्त अहसान उल्ला उर्फ मुनव्वर की जमानत थाने से ही हो गई.
दरगाह, थाना प्रभारी दलबीर सिंह ने बताया कि आरोपी गौहर चिश्ती और अहसान उल्ला उर्फ मुनव्वर को हैदराबाद से गिरफ्तार करके पुलिस शुक्रवार को अजमेर लेकर आई थी. गौहर चिश्ती को सुरक्षा कारणों की वजह से न्यायिक मजिस्ट्रेट अजंता अग्रवाल के घर पेश किया गया. उन्होंने बताया कि गौहर चिश्ती के खिलाफ गंभीर प्रकृति का प्रकरण दरगाह थाने में दर्ज है. न्यायिक मजिस्ट्रेट से आरोपी गौहर चिश्ती का 10 दिन का पीसी रिमांड मांगा गया था.
न्यायिक मजिस्ट्रेट अजंता अग्रवाल से 22 जुलाई तक गौहर चिश्ती का रिमांड मिला है. रिमांड अवधि के दौरान पुलिस आरोपी गौहर चिश्ती से हर पहलू पर जांच करेगी. थाना प्रभारी दलबीर सिंह ने बताया कि मुख्य आरोपी गौहर चिश्ती को फरारी के लिए हैदराबाद बुलाने वाला और उसे पनाह देने वाला उसका दोस्त अहसान उल्ला उर्फ मुन्नवर को थाने से जमानत पर छोड़ा गया है. उसके खिलाफ धारा 212 में प्रकरण है, उसे जमानत दी गई है.
ये है पूरा मामला : भड़काऊ बयान और जहरीले नारे लगाने वाला (Ajmer Hate Speech Case) दरगाह शरीफ का खादिम गौहर चिश्ती हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया. इसकी तस्दीक अजमेर पुलिस ने की (Ajmer Police Arrests Gauhar Chishti). एसपी चुनाराम ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 1 जुलाई से आरोपी गौहर चिश्ती हैदराबाद में अपने दोस्त मुन्नवर के घर से पकड़ा गया. पुलिस के मुताबिक पकड़े जाने की भनक लगते ही गौहर चिश्ती ने भागने की असफल कोशिश की लेकिन पुलिस की टीम ने गौहर चिश्ती और उसके दोस्त को ऐन वक्त पर दबोच लिया.
अजमेर पुलिस दोनों को फ्लाइट से देर रात अजमेर लेकर पहुंची (Dargah Sharif Khadim Gauhar Chishti Arrested). अजमेर एसपी चुनाराम जाट ने बताया कि गौहर चिश्ती से उदयपुर हत्याकांड, दावत ए इस्लाम और पीएफआई से कनेक्शन को लेकर भी पूछताछ होगी. एसपी चुनाराम जाट ने स्पष्ट किया है कि गौहर चिश्ती के मामले में अभी तक एनआईए ने अजमेर पुलिस से संपर्क नहीं किया है.
'1 जुलाई से हैदराबाद में था गौहर': SP ने बताया कि तकनीकी सहायता से मिली जानकारी पर आरोपी गौहर चिश्ती को हैदराबाद से पुलिस ने गिरफ्तार किया. गौहर 1 जुलाई से हैदराबाद में था. पुलिस ये भी जानने में जुटी है कि उसके भागने में किस किस ने सहयोग किया. जाट के मुताबिक 23 जून को फरार गौहर चिश्ती जयपुर गया था. जहां से हैदराबाद के लिए उसने फ्लाइट पकड़ी थी. इससे पहले गौहर चिश्ती कहा रहा इसके बारे में पुलिस पूछताछ कर रही है. एसपी चुनाराम जाट ने बताया कि विवादित भाषण और जुलूस की शर्तों का उल्लंघन करने के आरोप में गौहर चिश्ती को गिरफ्तार किया गया है. इस प्रकरण में 4 आरोपी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं. गौहर को को शुक्रवार को ही कोर्ट में पेश किया जाएगा जहां कोर्ट से पीसी रिमांड मांगा जाएगा. आरोपी से पूछताछ की जाएगी साथ ही उन सभी पहलुओं पर पूछताछ होगी जिनको लेकर संदेह उत्पन्न हो रहे हैं.
5 सदस्यीय टीम ने दबोचा: एसपी जाट ने पत्रकारों के सवालों के जवाब में कि हैदराबाद में गौहर की सूचना मिलने पर पुलिस ने 5 सदस्यीय टीम को तत्काल फ्लाइट से हैदराबाद भेजा था. अजमेर पुलिस टीम ने वेष बदलकर हैदराबाद पुलिस के सहयोग से गौहर चिश्ती और उसे पनाह देने वाले मुन्नवर को दबोच लिया. पुलिस को देखकर गौहर ने भागने की कोशिश की थी. गौहर और उसे पनाह देने वाले मुन्नवर को गौस महल क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया. देर रात ही दोनों आरोपियों को लेकर पुलिस अजमेर आ गई थी.
हर पहलू पर होगी आरोपियों से पूछताछ: आरोपी गौहर चिश्ती की गिरफ्तारी से बड़े राज खुलने की उम्मीद की जा रही है. दरसल गौहर चिश्ती 2 वर्ष से खुफिया पुलिस के रडार पर था. 2020 में सीआरपीएफ ग्रुप 1 का वीडियो सीआरपीएफ पुलिया से बनाते हुए उसे पकड़ा गया था. गौहर के खिलाफ दो कोतवाली थाने में झगड़े और मारपीट के मुकदमे दर्ज हैं. 26 जून को गौहर चिश्ती के खिलाफ भड़काऊ भाषण और नारा लगाने के आरोप में दरगाह थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था. माना जा रहा है कि गौहर चिश्ती की कट्टरपंथी संगठन से जुड़ा हो सकता है.
एसपी चुनाराम जाट से प्रेसवर्त्ता में सवाल किया गया कि उदयपुर हत्याकांड से पहले आरोपी गौहर चिश्ती ने उदयपुर में किस को पैसा स्थानांतरित किया था? चुनाराम ने बताया कि गौहर चिश्ती के बैंक खातों की जांच होगी. साथ ही उसके किन लोगों से संपर्क है किन लोगों से उसका लेन देन है, किन-किन घटनाओं से गौहर चिश्ती का लिंक है यह सभी तफ्तीश का हिस्सा है. उसकी कॉल डिटेल का भी विश्लेषण किया जाएगा. एसपी चुनाराम जाट ने बताया कि अनुसंधान के बाद ही कहा जा सकता है कि गौहर चिश्ती को किस का संरक्षण प्राप्त है.
सरवर चिश्ती के खिलाफ शिकायत नहीं: एसपी चुनाराम जाट ने बताया कि सरवर चिश्ती के खिलाफ कोई शिकायत नही मिली है. चूंकि शिकायत नहीं मिली है इसलिए उसके खिलाफ थाने में प्रकरण दर्ज नहीं किया गया है. एडीएम कोर्ट ने सरवर चिश्ती को नोटिस जरूर दिया है.
क्या है मामला?: नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अजमेर में 17 जून को मुस्लिम समुदाय की ओर से मौन रैली निकाली गई थी.इससे ठीक पहले दरगाह शरीफ के खादिम गौहर चिश्ती ने विवादित बयान और नफरत फैलाने वाले नारे लगवाए थे. गौहर के खिलाफ 8 दिन बाद दरगाह थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था. तभी से गौहर चिश्ती फरार था और पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी. दरगाह थाने में 17 जून को विवादित और भड़काऊ भाषण व नारे लगाए जाने के मामले में गौहर चिश्ती और उसके साथियों के खिलाफ कड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था.
कन्हैयालाल मर्डर केस कनेक्शन: गौहर चिश्ती का नाम उस वक्त चर्चा में ज्यादा आया जब कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े थे. कन्हैया लाल के हत्यारों से जब पूछताछ की गई तो सामने आया था कि वह भीम होते हुए अजमेर ही आ रहे थे, लेकिन रास्ते में पकड़े गए. माना गया कि उदयपुर हत्याकांड के मुख्य आरोपी गौस मोहम्मद के साथी रियाज का अजमेर में संपर्क था. बताया जा रहा है कि रियाज अजमेर में गौहर चिश्ती से मिल चुका है. फरार होने के बाद संभवतः गौस मोहम्मद और रियाज का अजमेर में आकर छुपने का प्लान था. गौहर चिश्ती की गिरफ्तारी से कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. कन्हैया लाल हत्याकांड मामले में जांच कर रही एनआईए के रडार पर गौहर चिश्ती भी है.