श्रीनगर : अल-बदर का कमांडर गनी ख्वाजा के मारे जाने पर कश्मीर IGP विजय कुमार ने कहा कि सोपोर पुलिस को कुछ आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी, पुलिस ने सीआरपीएफ और सेना को सूचना दी और कार्रवाई की. कार्रवाई के दौरान घटना स्थल से 2 आतंकी भाग गए.
गनी ख्वाजा साल 2000 में आतंकी ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान गया और 2002 में वापस आया. 2007 में पुलिस ने इसे आतंकी घटनाओं के लिए गिरफ़्तार किया. 2008 में इसे रिहा किया गया. 5 अगस्त 2019 को इसने हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी संगठन को छोड़ा और अल-बदर आतंकी संगठन का कमांडर बन गया था.