नई दिल्ली : दक्षिण पूर्वी जिले के हौज खास थाने की पुलिस ने एक कुख्यात गैंगस्टर काला को गिरफ्तार किया है. साथ ही उसके सहयोगी आरोपी एएसआई राजवीर को भी गिरफ्तार कर लिया है. एएसआई राजवीर सिंह पर आरोप लगा है कि उसने काला नाम के एक अपराधी के साथ मिलकर एक बिल्डर से दो करोड़ रुपये की मांग की थी, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने अपराध में शामिल एएसआई राजवीर सिंह को सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही आरोपी राजवीर सिंह को मिले पदकों को भी उनसे वापस ले लिया गया है.
दिल्ली पुलिस प्रवक्ता ईश सिंघल ने रविवार को सफाई देते हुए कहा कि ऐसे अधिकारियों को पुलिस बल की जरूरत नहीं है. उन्हें तुंरत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है. साथ ही विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं. यही नहीं उन्हें गैलेंट्री सम्मान से सम्मानित किया गया था. वह भी वापस लिया जाता है. यदि वह दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें दिल्ली पुलिस से सेवामुक्त भी कर दिया जाएगा. यह दिल्ली पुलिस में कार्यरत सभी जवानों और अधिकारियों को लिए भी एक सबक है. यदि भविष्य में कोई ऐसे कृत करता हुआ पाया गया, तो उसके खिलाफ इसी प्रकार की सख्त कार्रवाई की जाएगी.
जानकारी के मुताबिक हौज खास इलाके में रहने वाले एक शख्स ने इसी साल 28 जून को शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनके पास सुबह करीब 11 बजे एक अंजान फोन नम्बर से कॉल आया, कॉल करने वाले ने अपना नाम काला बताया और कहा कि अगर उसे दो करोड़ रुपये नहीं दिए तो उसके पूरे परिवार की हत्या कर देगा.
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जांच में पता चला कि जिस मोबाइल से कॉल किया गया वो रोहतक के रहने वाले राममूर्ति नाम के शख्स से 27 जून को छीना गया था, पुलिस को पता चला कि कॉल करने के दौरान जिस मोबाइल का इस्तेमाल हुआ वो दिल्ली के सावन नाम के शख्स से मुकेश नाम के शख्स ने लिया था, उसके बाद ये मोबाइल हरियाणा के गैंगस्टर प्रमोद उर्फ काला को दे दिया गया, जिसने राजस्थान के भिवाड़ी से जबरन वसूली के लिए कॉल की, पुलिस ने जाल बिछाकर सावन, प्रमोद उर्फ काला, मुकेश और इनके साथी सनी को गिरफ्तार कर लिया.
इसी दौरान एएसआई राजवीर के इस गिरोह में शामिल होने की जानकारी मिली थी. माना जा रहा है कि इस गिरोह का मास्टरमाइंड और रंगदारी मांगने का साजिश रचने वाला एएसआई राजवीर सिंह ही है.