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दलित लड़की से गैंगरेप : महिला अपराधों से सुलग रहा राजस्थान...कब जागेगी सरकार?

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Published : Jul 4, 2021, 9:40 PM IST

राजस्थान के अलवर जिले के रामगढ़ थाना इलाके में 12 साल की दलित लड़की के साथ गांव के ही तीन युवकों ने अपहरण कर गैंगरेप किया. मामला दो दिनों तक दबा रहा. जब थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई तो कोहराम मच गया है. पुलिस ने दोनों आरोपी को गिरफ्तार किया है, जबकि तीसरा आरोपी फिलहाल फरार है. विस्तार से पढ़ें पूरी खबर...

दलित कन्या से गैंगरेप
दलित कन्या से गैंगरेप

अलवर : राजस्थान में दुष्कर्म के मामलों की बाढ़ आई हुई है. महिला अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है. खास तौर से अलवर जिले में दुष्कर्म और सामूहिक दुष्कर्म की वारदातों ने तो देश को सकते में ला दिया है.

12 साल की दलित लड़की से गैंगरेप
29 जून को अलवर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में 12 साल की एक दलित लड़की (dalit girl) को उसके घर के बाहर से तीन युवक उठाकर खेतों में ले गए. लड़की पशुओं को चारा डालने घर से निकली थी. लड़की के माता-पिता मजदूरी करने बाहर गए हुए थे. परिजनों को वारदात की भनक नहीं लगी. आरोपियों ने बच्ची के साथ रेप किया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी.

दहशत के कारण दो दिन दबा रहा मामला
पीड़िता के पिता का कहना है कि आरोपी पक्ष ने उन्हें पैसों और जमीन का लालच दिया. दबाव बनाया कि थाने में रिपोर्ट दर्ज न कराई जाए और राजीनामा कर लिया जाए. जब उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया तो उन्हें जान से मारने की धमकियां दी गईं. इसी दबाव के माहौल में पीड़ित परिवार दो दिन तक थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं करा सका.

थाने में मामला हुआ दर्ज
आखिरकार तीन जुलाई को रामगढ़ थाने में मामला दर्ज हुआ तो खलबली मच गई. आरोपी समुदाय विशेष के थे. मामला संवेदनशील था. लिहाजा पुलिस ने फूंक-फूंक कर कदम रखा और बच्ची का मेडिकल कराया गया.

मासूम से दरिंदगी
रामगढ़ पुलिस उपाधीक्षक ओमप्रकाश मीना ने बताया कि रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची के माता-पिता अक्सर बाहर रहते हैं. पिता ड्राइवरी करते हैं और मां मजदूरी. घटना वाले दिन बच्ची के मां-बाप गांव से बाहर थे. घर में बच्ची के अलावा नाना और छोटा भाई था. 29 जून सुबह तड़के बच्ची घर के पीछे पशुओं के बाड़े में चारा डालने गई थी. इसी दौरान तीनों आरोपियों ने उसे दबोच लिया और खेत में ले जाकर दुष्कर्म किया.

मुंह बंद रखने की धमकी
वारदात के बाद बच्ची और उसके भाई को जान से मारने की धमकी देकर आरोपियों ने मुंह बंद रखने को कहा. वे बच्ची को उसी हालत में खेत में छोड़कर भाग गए. घटना से बदहवास बच्ची ने दूसरे दिन अपने माता-पिता को वारदात की जानकारी दी.

दो आरोपी गिरफ्तार
लगातार दुष्कर्म के मामले सामने आने के बाद अलवर पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं. इस वारदात के बाद अलवर पुलिस की साख भी दांव पर लगी थी. लिहाजा तीन जुलाई को मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने एक्शन लेने में कोताही नहीं बरती. दो आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार भी कर लिया गया.

पीड़िता से मिलीं तेजस्विनी गौतम
अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम रामगढ़ पहुंचीं और पीड़िता से मिलकर घटना की जानकारी ली. एसपी ने रामगढ़ पुलिस को त्वरित कार्रवाई के निर्देश भी दिए.

तीसरा आरोपी फरार
पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों को पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है, जबकि तीसरा आरोपी फिलहाल फरार है.

गैंगरेप पर राजनीति!
इस दिल दहलाने वाली वारदात के अब सियासी पहलू टटोले जा रहे हैं. रामगढ़ से भाजपा के पूर्व विधायक और प्रदेश उपाध्यक्ष ज्ञानदेव आहूजा ने घटना के विरोध में हथियार रैली निकालने तक का एलान कर दिया.

पीड़ित परिवार से मिले बीजेपी नेता
चार जुलाई को ज्ञानदेव आहूजा लगभग 200 समर्थकों के साथ पीड़िता के गांव पहुंच गए और पीड़ित परिवार के साथ मुलाकात की. उन्होंने यहां कई विवादित बयान दिये. 25 जुलाई को गैंगरेप के विरोध में रैली करने की घोषणा कर दी. आहूजा रामगढ़ थाने भी पहुंचे. उन्होंने तीसरे आरोपी की जल्द गिरफ्तारी की मांग की.

आरोपियों को फांसी देने की मांग
पीड़ित परिवार ने दुष्कर्मियों को फांसी की सजा देने की मांग की है. पीड़िता के पिता ने बताया कि उन्हें दो दिन तक आरोपी पक्ष ने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने दी. उन्होंने कहा कि सरकार से हमें सिर्फ न्याय चाहिए.

क्या कहती है NCRB की रिपोर्ट
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (National Crime Records Bureau) (NCRB) की ओर से जारी भारत में अपराध -2019 रिपोर्ट के मुताबिक, देश में सबसे ज्यादा दुष्कर्म के मामले राजस्थान में दर्ज हुए. राजस्थान में साल 2019 में 5997 दुष्कर्म के मामले दर्ज हुए, जिसमें 1313 नाबालिग बच्चियों के खिलाफ दर्ज हुए. राजस्थान में पिछले 10 साल में रिपोर्ट हुए रेप केसों की संख्या में 295 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.

अलवर : राजस्थान में दुष्कर्म के मामलों की बाढ़ आई हुई है. महिला अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है. खास तौर से अलवर जिले में दुष्कर्म और सामूहिक दुष्कर्म की वारदातों ने तो देश को सकते में ला दिया है.

12 साल की दलित लड़की से गैंगरेप
29 जून को अलवर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में 12 साल की एक दलित लड़की (dalit girl) को उसके घर के बाहर से तीन युवक उठाकर खेतों में ले गए. लड़की पशुओं को चारा डालने घर से निकली थी. लड़की के माता-पिता मजदूरी करने बाहर गए हुए थे. परिजनों को वारदात की भनक नहीं लगी. आरोपियों ने बच्ची के साथ रेप किया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी.

दहशत के कारण दो दिन दबा रहा मामला
पीड़िता के पिता का कहना है कि आरोपी पक्ष ने उन्हें पैसों और जमीन का लालच दिया. दबाव बनाया कि थाने में रिपोर्ट दर्ज न कराई जाए और राजीनामा कर लिया जाए. जब उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया तो उन्हें जान से मारने की धमकियां दी गईं. इसी दबाव के माहौल में पीड़ित परिवार दो दिन तक थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं करा सका.

थाने में मामला हुआ दर्ज
आखिरकार तीन जुलाई को रामगढ़ थाने में मामला दर्ज हुआ तो खलबली मच गई. आरोपी समुदाय विशेष के थे. मामला संवेदनशील था. लिहाजा पुलिस ने फूंक-फूंक कर कदम रखा और बच्ची का मेडिकल कराया गया.

मासूम से दरिंदगी
रामगढ़ पुलिस उपाधीक्षक ओमप्रकाश मीना ने बताया कि रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची के माता-पिता अक्सर बाहर रहते हैं. पिता ड्राइवरी करते हैं और मां मजदूरी. घटना वाले दिन बच्ची के मां-बाप गांव से बाहर थे. घर में बच्ची के अलावा नाना और छोटा भाई था. 29 जून सुबह तड़के बच्ची घर के पीछे पशुओं के बाड़े में चारा डालने गई थी. इसी दौरान तीनों आरोपियों ने उसे दबोच लिया और खेत में ले जाकर दुष्कर्म किया.

मुंह बंद रखने की धमकी
वारदात के बाद बच्ची और उसके भाई को जान से मारने की धमकी देकर आरोपियों ने मुंह बंद रखने को कहा. वे बच्ची को उसी हालत में खेत में छोड़कर भाग गए. घटना से बदहवास बच्ची ने दूसरे दिन अपने माता-पिता को वारदात की जानकारी दी.

दो आरोपी गिरफ्तार
लगातार दुष्कर्म के मामले सामने आने के बाद अलवर पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं. इस वारदात के बाद अलवर पुलिस की साख भी दांव पर लगी थी. लिहाजा तीन जुलाई को मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने एक्शन लेने में कोताही नहीं बरती. दो आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार भी कर लिया गया.

पीड़िता से मिलीं तेजस्विनी गौतम
अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम रामगढ़ पहुंचीं और पीड़िता से मिलकर घटना की जानकारी ली. एसपी ने रामगढ़ पुलिस को त्वरित कार्रवाई के निर्देश भी दिए.

तीसरा आरोपी फरार
पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों को पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है, जबकि तीसरा आरोपी फिलहाल फरार है.

गैंगरेप पर राजनीति!
इस दिल दहलाने वाली वारदात के अब सियासी पहलू टटोले जा रहे हैं. रामगढ़ से भाजपा के पूर्व विधायक और प्रदेश उपाध्यक्ष ज्ञानदेव आहूजा ने घटना के विरोध में हथियार रैली निकालने तक का एलान कर दिया.

पीड़ित परिवार से मिले बीजेपी नेता
चार जुलाई को ज्ञानदेव आहूजा लगभग 200 समर्थकों के साथ पीड़िता के गांव पहुंच गए और पीड़ित परिवार के साथ मुलाकात की. उन्होंने यहां कई विवादित बयान दिये. 25 जुलाई को गैंगरेप के विरोध में रैली करने की घोषणा कर दी. आहूजा रामगढ़ थाने भी पहुंचे. उन्होंने तीसरे आरोपी की जल्द गिरफ्तारी की मांग की.

आरोपियों को फांसी देने की मांग
पीड़ित परिवार ने दुष्कर्मियों को फांसी की सजा देने की मांग की है. पीड़िता के पिता ने बताया कि उन्हें दो दिन तक आरोपी पक्ष ने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने दी. उन्होंने कहा कि सरकार से हमें सिर्फ न्याय चाहिए.

क्या कहती है NCRB की रिपोर्ट
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (National Crime Records Bureau) (NCRB) की ओर से जारी भारत में अपराध -2019 रिपोर्ट के मुताबिक, देश में सबसे ज्यादा दुष्कर्म के मामले राजस्थान में दर्ज हुए. राजस्थान में साल 2019 में 5997 दुष्कर्म के मामले दर्ज हुए, जिसमें 1313 नाबालिग बच्चियों के खिलाफ दर्ज हुए. राजस्थान में पिछले 10 साल में रिपोर्ट हुए रेप केसों की संख्या में 295 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.

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