नई दिल्ली: जी-20 सप्ताह (G20 week begins) शुरू होने के साथ ही गृह मंत्रालय सतर्क हो गया है. अधिकारी अलर्ट मोड पर हैं. किसी भी भ्रामक और फर्जी मेल या संदेश पर कड़ी नजर रखी जा रही है. यह कदम किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए अतिरिक्त सतर्कता का हिस्सा है क्योंकि दो दिवसीय जी20 लीडर्स शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर को राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित होने वाला है.
24 अगस्त को गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (14C) ने चेतावनी दी थी कि भ्रामक ईमेल विभिन्न सरकारी कार्यालयों और व्यक्तियों को लक्षित किए जाते हैं और उन पर साइबर अपराध का झूठा आरोप लगाए जाते हैं. हाल में एक नकली ईमेल पाया गया. इसमें आईबी और दिल्ली पुलिस के लोगो का गलत इस्तेमाल किया गया.
ये भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण उद्देश्यों से बनाए गए थे. केंद्र सरकार के तहत विभिन्न महत्वपूर्ण विभागों के अधिकारियों ने कहा कि दुर्भावनापूर्ण मेल का जवाब न देने और ऐसा कुछ भी मिलने पर तुरंत मामला उठाने के लिए आंतरिक रूप से 'रिमाइंडर' प्रसारित किए जा रहे हैं. जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर तैयारी युद्धस्तर पर की जा रही है. सरकार इसकी तैयारी में कोई कोर- कसर नहीं छोड़ना चाहती है. शिखर सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन समेत कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों के पहुंचने का कार्यक्रम है. बाइडेन इस सम्मेलन में शामिल होने को लेकर उत्साहित हैं.
(एएनआई)